नगर के डॉ अपने अनुभव पिछड़े क्षेत्रों में भी बांटे-मोदी

नगर के डॉ अपने अनुभव पिछड़े क्षेत्रों में भी बांटे-मोदी

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से भारत जूझ रहा है। बीते दिन देश में 2 लाख 81 हजार 683 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। इसी बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के डॉक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की। अब वे कल इसी तरह सभी जिले और राज्य के फील्ड अधिकारियों से भी बात करेंगे। मोदी ने सभी शहरी डॉक्टर्स से उनके अनुभव ग्रामीणों हेल्थ वर्कर्स से साझा करने और उन्हें ट्रेनिंग देने की अपील भी की।

मोदी के साथ मीटिंग में जम्मू-कश्मीर और पूर्वी राज्यों के डॉक्टर्स भी जुड़े। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान जिस तरह से हेल्थ वर्कर्स ने काम किया है। उसकी जितनी सराहना की जाए, वह कम ही है।

मिलकर दूसरी लहर को भी हराना है
मोदी ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद अब हमें दूसरी लहर को भी हराना होगा। आज समाज में वैक्सीनेशन और महामारी के प्रति जागरुकता को लेकर डॉक्टर्स ही परिवर्तनकारी भूमिका निभाएं। शहरी डॉक्टर्स कोरोना से निपटने का अनुभव रखते हैं। उनसे अपील है कि वे आज जरूरतमंद और पिछले क्षेत्रों के डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने अनुभव शेयर करें और हो सकते तो उन्हें ट्रेनिंग भी दें।

समाज में वैक्सीन को लेकर फैली अफवाहें दूर करें
डॉक्टर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स ने आगे आकर कोरोना की पहली लहर को शिकस्त दी थी। आज दूसरी लहर के दौरान भी यही योद्धा सामने आकर लाखों लोगों की जिंदगियां बचा रहे हैं। मोदी ने डॉक्टर्स से समाज में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैली अफवाहों को दूर करने और जागरुकता लाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स आगे आकर लोगों से जुड़ें और वैक्सीन लगवाने के लिए प्रैरित करें।

मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी वैक्सीन, ऑक्सीजन, दवाओं और जरूरी मेडिकल सुविधाओं को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। इसको लेकर राज्य सरकारों को भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

गांव और पिछड़े क्षेत्रों में सुधार के लिए कल फील्ड अधिकारियों से मीटिंग
प्रधानमंत्री मंगलवार को सभी राज्यों और जिलों के फील्ड अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे। इस दौरान वे सभी अधिकारियों के अनुभव को साझा करेंगे। पीएम मोदी इस मीटिंग में गांव और पिछड़े इलाकों में कोरोना को फैलने से रोकने और कंट्रोल करने को लेकर बात करेंगे। कोरोना की चैन को गांव तक पहुंचने से रोकने के लिए कहां-कहां किन साधनों और उपायों की जरूरत है, इस पर भी चर्चा होगी।

देश में कोरोना की दूसरी लहर के जारी कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशभर के डॉक्टरों से बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डॉक्टरों ने जानलेवा बनी कोरोना वायरस को लेकर अपनी सीख और सुझावों के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध करायी. पीएम मोदी ने कोविड केयर में लगे देशभर के डॉक्टरों के ग्रुप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की.

मालूम हो कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी चिंता का विषय बना हुआ है. संक्रमण को रोकने के लिए कई हिस्सों में लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाए गए है. ताकि, इस जानलेवा बीमारी के संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी लाई जा सकें और अस्पतालों में बेड की कमी के साथ ही दवाईयों और ऑक्सीजन की किल्लत को दूर किया सकें.

इसी के मद्देनजर पीएम मोदी लगातार कोरोना संकट के बीच मेडिकल आवश्यकताओं को देखते हुए एक्सपर्ट से बात कर रहे हैं. इन सबके के बीच एक राहत देने वाली बात यह है कि देश को अब कोरोना के मामलों में कमी दर्ज हो रही है. इसके पीछे कई राज्यों में सख्त पाबंदियों को भी एक वजह बताया जा रहा है.

साथ ही, कोरोना के खिलाफ जंग में सफलता हासिल करने को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार लगातार हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाए जाने की मांग भी जोर पकड़ रही है. बता दे कि सोमवार को देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2 लाख 81 हजार 386 नए मामले सामने आए हैं. बड़ी बात यह है कि देश में 27 दिनों बाद तीन लाख से कम मामले प्रकाश में आए हैं. हालांकि, कोरोना से मौत का आंकड़ा अब भी 4 हजार के पार है.

ये भी पढ़े…

Leave a Reply

error: Content is protected !!