Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
11 हजार से ज्यादा लोगों ने लगवाई कोरानारोधी वैक्सीन  - श्रीनारद मीडिया

11 हजार से ज्यादा लोगों ने लगवाई कोरानारोधी वैक्सीन 

 

11 हजार से ज्यादा लोगों ने लगवाई कोरानारोधी वैक्सीन

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

टीकाकरण के साथ जरूरी है मास्क का इस्तेमाल:
कई रोगों से बचाता है मास्क, जारी रखें इसका उपयोग: सिविल सर्जन

श्रीनारद मीडिया, मधेपुरा,  (बिहार):


कोविड- 19 महामारी के मामलों में कमी लाने के लिए मास्क और कोविड सुरक्षा मानकों की भूमिका टीकाकरण से भी ज्यादा रही है। केवल कोविड संक्रमण के ही नहीं बल्कि मास्क का नियमित उपयोग अस्थमा के मरीज या ऐसे किसी व्यक्ति (जिसे बदलते मौसम के कारण निमोनिया या सर्दी-जुकाम तुरंत हो जाने की शिकायत हो) के लिए भी बेहद आवश्यक है। कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर लोगों की जागरूकता का असर अब प्रत्यक्ष रूप से नजर भी आ रहा है। केवल कोरोना मामले ही नहीं बल्कि मास्क इस्तेमाल से कई बीमारियों में भी बचाव है। उक्त बातें जिले के सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने कही। सिविल सर्जन ने कहा गुरुवार को मधेपुरा जिले को वैक्सीन कीष30 हजार डोज राज्य द्वारा उपलब्ध कराई गई। शुक्रवार को सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों एवम् अन्य सत्र स्थलों, सभी 152 सत्र स्थलों पर दिनभर कोविड टीके की डोज लगायी गयी। पोर्टल के अनुसार शाम तक 11 हजार से अधिक लोगों को डोज लगायी गयी।

टीका लेने के बाद भी मास्क पहनें:
सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही कहते हैं कि कोविड- 19 से बचाव के लिए लोगों द्वारा जिस प्रकार जागरूक होकर मास्क का उपयोग पिछले डेढ़ दो सालों से किया जा रहा है, यही कारण है संक्रमण दर अब नियंत्रित हो चला है। मास्क के उपयोग से वायु प्रदूषण जनित बीमारियों से भी काफी हद तक उनका बचाव हुआ। परिणाम यह रहा कि जहाँ वयस्कों को सांस संबंधी परेशानियों का कम से कम सामना करना पड़ा वहीँ बच्चों पर भी कोरोना संक्रमण या निमोनिया होने की सम्भावना कम हुई ।

मास्क उपयोग करने को लेकर जरूरी बातों का रखें ध्यान:
डब्ल्यूएचओ और सेंटर फॉर डिजीज प्रीवेंशन एंड कंट्रोल
(सीडीसी) ने नॉन मेडिकल डिस्पोजेबल मास्क की सलाह दी है। साथ ही लोगों से ऐसे मास्क के इस्तेमाल के लिए कहा है जो नाक व मुंह पर सही तरीके से फिट हो और वे ढीले ढाले बिल्कुल भी नहीं हों| इसमें सांस लेने में परेशानी नहीं होती है। सूती कपड़े से तैयार दो या तीन लेयर वाले मास्क बेहतर हैं।

जरूरी है व्यक्तिगत साफ – सफाई:
बरसात के मौसम एवम् बाढ़ के बाद आस- पास गंदे पानी का जमाव और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसलिए सफाई की आवश्यकता बढ़ गयी है। डॉ शाही साबुन पानी या अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से सैनिटाइज करने के संबंध में कहा कि जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं उनको देखा गया है कि वे कोविड- 19 के संक्रमण से बचाव के लिए भीड़ वाली जगहों में हाथों से मुँह एवं नाक ढकने का प्रयास करते हैं, जो गलत है। ऐसा करने से बारिश के कारण पनपे दूसरे संक्रमण से उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नियमित साफ – सफाई पर ध्यान दें और मास्क अनिवार्य रूप से पहने।

यह भी पढ़े

कर्नल उमेश सिंह का पुत्र जेई मेंस में उच्च अंक लाकर जिले का नाम रौशन किया 

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने एकमा डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र का किया उद्घाटन 

मजहरुल हक डिग्री कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया गया

Leave a Reply

error: Content is protected !!