20 हजार से ज्यादा भारतीयों ने छोड़ा यूक्रेन–विदेश मंत्रालय.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यूक्रेन में छिड़े युद्ध के बीच से भारतीयों की निकासी लगातार जारी है। प्रेस कांफ्रेंस में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से अब तक 20 हजार से ज्यादा भारतीय नागरिक यूक्रेन का बार्डर पार कर चुके हैं। बागची ने बताया कि यूक्रेन से भारतीयों की निकासी लगातार जारी है, अब तक ज्यादातर लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में बागची ने बताया कि यूक्रेन से भारतीयों की निकसी के लिए आपरेशन गंगा के तहत अगले 24 घंटों में 16 उड़ानों का संचालन किया जाएगा। इन उड़ानों में भारतीय वायुसेना के C-17 विमान भी शामिल हैं। वहीं, शुक्रवार को गोलीबारी में घायल हुए भारतीय छात्र हरजोत सिंह के बारे में जानकारी देते हुए बागची ने कहा कि उनके इलाज का खर्च भारत सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि हम घायल छात्र की स्थिति के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय दूतावास लगातार प्रयासरत है, लेकिन तनाव की स्थिति के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
बागची ने यूक्रेन से भारतीयों की निकासी को लेकर बताया कि युद्धविराम नहीं होने के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हम संबंधित पक्षों- यूक्रेन और रूस से आग्रह करते हैं कि कम से कम स्थानीय स्तर पर युद्धविराम हो, ताकि हम अपने लोगों, छात्रों को वहां से सुरक्षित निकाल सकें। बागची ने पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और पिसोचिन में फंसे भारतीयों को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पांच बसे पहले से सक्रिय हैं, वहीं कुछ अन्य बसे आज शाम वहां भेजी गई हैं। पिसोचिन में करीब एक हजार भारतीय फंसे हुए हैं। वहीं सूमी में 700 से ज्यादा नागरिकों की निकासी गंभीर मुद्दा बना हुआ है।
आपरेशन गंगा मिशन के तहत शुशुक्रवार सुबह इंडिगो का एक विमान यूकेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर रोमानिया के बुखारेस्ट से दिल्ली के हवाई अड्डे पहुंचा जहां केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री ने बताया, ‘प्रधानमंत्री पल-पल की जानकारी ले रहे हैं और खुद इसको देख रहे हैं। जब तक सारे छात्र यूक्रेन से वापस नहीं आ जाते तब तक आपरेशन गंगा जारी रहेगा। हर तरह का इंतजाम यूक्रेन में कर दिया गया है। साथ ही भारत आने के बाद भी इनके अपने घर जाने की व्यवस्था की गई है।’
महाराष्ट्र के मुंबई एयरपोर्ट पर शुक्रवार तड़के एयर इंडिया का विमान लैंड हुआ जिसमें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को रोमानिया के बुखारेस्ट के रास्ते आए। एयरपोर्ट पर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने छात्रों का स्वागत किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार देर रात ट्वीट कर बताया कि शुक्रवार को यूक्रेन से अपने नागरिकों को लेकर 18 विमान आ रहे हैं।
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से एक स्पेशल फ्लाइट के जरिए कुछ और भारतीय नागरिकों की गुरुवार देर रात वतन वापसी हुई। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इनका स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन से एक-एक भारतीय नागरिक को वापस अपने देश लाने के लिए भारत सरकार प्रयासरत है। यहां आने वाले स्टूडेंट का हम स्वागत करते हैं। मैं उन्हें भी शुक्रिया कहना चाहूंगी जिस टीम की सहायता से इनकी सुरक्षित वापसी संभव हो सकी है। स्टूडेंट ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद कहा है।’
IAF का C-17 विमान गुरुवार देर रात रोमानिया के रास्ते 210 भारतीय नागरिकों को लेकर हिंडन एयरबेस पर लौटा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने इनका स्वागत किया। यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए भारत सरकार ने आपरेशन गंगा मिशन की शुरुआत की है। विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिलकर भारतीय विद्याार्थियों की वापसी के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं।
चार केंद्रीय मंत्रियों- हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri), ज्योतिरादित्य एम सिंधिया (Jyotiraditya M Scindia), किरण रिजिजू (Kiren Rijiju) और जनरल (Retd) वीके सिंह (V.K. Singh) यूक्रेन के पड़ोसी देशों में गए और वहां से अपने नागरिकों की वापसी व अन्य मामलों का जायजा लिया। विदेश मंत्रालय के अनुसार अगले दो दिनों में 7,400 से अधिक लोगों को विशेष विमानों के जरिए भारत लाया जाएगा। वहीं शुक्रवार को 3,500 लोगों व 5 मार्च यानि शनिवार को 3900 से अधिक लोगों के भारत लौटने की संभावना है।