यूक्रेन के नागरिक और सैन्य ठिकानों पर किए 30 से ज्यादा हमले.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का एलान कर दिया है। दोनों देशों के बार्डर हिस्से पर हालात और भी ज्यादा खतरनाक हो चुके हैं। इस बीच, यूक्रेन के 40 से अधिक सैनिक और लगभग 10 आम नागरिक रूस के हमले में मारे गए हैं। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के हवाले से दी है। साथ ही यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूस ने यूक्रेन पर 30 से अधिक हमलों के साथ नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया है, जिसमें कलिब्र क्रूज मिसाइल भी शामिल है। यह जानकारी समाचार एजेंसी रायटर ने दी है।

हवाई हमले के सायरन बजने के बाद मेट्रो स्टेशन में लगी भीड़

युद्ध के एलान के बाद से यूक्रेन में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार रूस द्वारा अपने संभावित सैन्य हमले की शुरुआत के बाद देश के प्रमुख शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने से डरे हुए यूक्रेनियन (यूक्रेन में रह रहे लोग) आज राजधानी कीव में मेट्रो स्टेशनों पर पहुंचे हुए हैं।

– यूक्रेन पर बढ़ते हवाई हमलों के बीच भारत सरकार ने एक और एडवाइजरी जारी की है। दोहा की राजधानी कतर में स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारत-कतर द्विपक्षीय हवाई व्यवस्था के तहत यूक्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को पारगमन से यात्रा करने की अनुमति दी है।

– यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपनी तीसरी एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों को सलाह दी कि अगर किसी भारतीय नगारिक को हवाई सायरन या बम की चेतावनी मिल रही है तो वे बम बचाव घरों में जाएं।

– रूस यूक्रेन पर तेजी से हवाई हमले करता ही जा रहा है। इस बीच, समाचार एजेंसी एएफपी ने जानकारी दी है कि यूक्रेन के ओदेसा के पास रूसी हमले से 18 की और मौत हो गई है।

राजधानी कीव में भारतीय दूतावास कर रहा है काम

यूक्रेन पर हमले के बीच भारतीय राजदूथ पार्थ सत्पथ्य ने कहा कि राजधानी कीव स्थित दूतावास खुला हुआ है और काम कर रहा है। हम इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं।

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए जरूर कदम उठा रही सरकार

यूक्रेन में हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि विदेश मंत्रालय यूक्रेन से छात्रों सहित लगभग 18,000 भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है। चूंकि यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद है, भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। केंद्र सरकार सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। साथ ही विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि मैंने यूक्रेन में मलयाली छात्रों से फोन पर बात की। यूक्रेन के दक्षिणी इलाकों में रहने वाले भारतीय छात्रों ने हमें बताया कि उन्हें खाना, पानी और बिजली मिल रही है। छात्र और अभिभावक घबराएं नहीं। सरकार ने इराक जैसी जगहों से भी भारतीयों को वापस लाए हैं।

हमले की घोषणा के बाद जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से की बातचीत

रूस के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि मैं G7 के नेताओं के साथ शुक्रवार को बैठक करूंगा और हमारे सहयोगी देशों के साथ मिलकर रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएंगे। हम यूक्रेन और उनके लोगों को समर्थन और सहायता देना जारी रखेंगे।

रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच नाटो ने की विशेष बैठक

वहीं, रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के आदेश के बाद नाटो के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को आपातकालीन बैठक आयोजित की। 30 राष्ट्रों के सैन्य संगठन ने दोनों देशों के सहयोगी देशों में अपने बचाव को मजबूत करने की तैयारी की है।

यूक्रेन और रूस के बीच बन रहे युद्ध के हालात के कारण कई भारतीय चिंतिंत हैं। यूक्रेन के ओडेसा शहर में सड़कों पर टैंक दौड़ रहे हैं। वहीं, ओडेसा शहर की ओडेसा राष्ट्रीय चिकित्सा विश्वविद्यालय में अभी भी करीब दो हजार भारतीय विद्यार्थी फंसे हुए हैं। यहां पर रूस की सेना ने ब्लैक सी के रास्ते सुबह बमबारी की। 20 फरवरी को वहां से लौटे रोहिणी सेक्टर पांच के शशांक शर्मा ने बताया कि वह वहां पर डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं।

यूक्रेन में फंसे हैं कई छात्र

अभी भी वहां पर विद्यार्थी इसलिए फंसे हुए हैं, क्योंकि विश्वविद्यालय की ओर से पहली ही पढ़ाई आनलाइन करने की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, विद्यार्थी इसकी मांग कर रहे थे। अगर उनकी पढ़ाई आनलाइन कर दी जाती तो वह भारत आकर पढ़ाई कर सकते थे। तनाव के चरम पर पहुंचने के बाद अब जाकर उनकी पढ़ाई आनलाइन कर दी गई है।

धमाकों के बीच भी हो रही थी आनलाइन कक्षाएं

उन्होंने बताया कि गुरुवार को दोपहर एक बजे (भारतीय समय के अनुसार) जब वहां पर धमाके हो रहे थे तब भी उनकी आनलाइन कक्षा जारी थी। शशांक का कहना है कि कीव स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसलिए छात्र दूतावास के बाहर खड़े हैं। इसके अलावा एयर इंडिया की जो टिकट पहले 28 हजार रुपये की होती थी वो बढ़ाकर 62 हजार तक कर दी गई थी। फिलहाल शहर में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। विद्यार्थी खाने का सामान इकट्ठा करने में जुटे हैं।

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