राजद के आधा दर्जन से अधिक विधायक नेता जहरीली शराब पीने से मृत परिवारों से मिले
सरकार से पीड़ित परिजनों को दस लाख रुपया व एक नौकरी देने का किया मांग
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
सारण जिले के मकेर प्रखण्ड के भाथा सोनहो गांव के नोनिया बस्ती में विशाक्त शराब से मारने वाले पीड़ित परिजनों से मिलने पहुँचे राजद के आधा दर्जन बिधायक व नेता,शनिवार को सोनपुर विधायक रामानुज राय व राजद के जिला अध्यक्ष सुनील राय के नेतृत्व में परसा बिधायक छोटे लाल राय ,गरखा विधायक सुरेंद्र राम,मढौरा बिधायक जितेंद्र राय,,सोनपुर बिधायक रामानुज राय,जीरा देइ के माले बिधायक अमरजीत कुशवाहा,मकेर प्रमुख अभिषेक यादव,पूर्व मुखिया रमेश राय,माले के जिला सचिव पूर्व मुखिया सभा राय समेत दर्जनों बिधायक व नेता पीड़ित परिजनों से मिलकर घटना के हालात के सम्बंध में जानकारी लिया तथा उन्हें सांत्वना दिया।पीड़ित परिजनों के हालात से सभी नेता बिहल गए।बीडीओ सीओ को बुलाकर हर हाल में पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की बात कही।पीड़ित परिजनों ने कहा हम सभी बेसहारा हो गए है।अब हमलोगों का कोई सहारा नही है।सरकार के लोग हो या प्रशासन के लोग कोई सहयोग नही कर रहे है।राजद के विधायको ने कहा एनडीए की सरकार निरंकुश सरकार है।गरीब महंगाई विषाक्त शराब बेरोजगारी से मर मिट रहे है।लेकिन सरकार इन गरीबो की सुधि तक नही ले रही है।दुर्भाग्य है इस क्षेत्र के बीजेपी के सांसद व बिधायक है,शराब भी धड़ल्ले से बिक रही है,शराब धंधेबाज भी इन नेताओं के लोग है जो पीड़ित परिजनों की सुधि तक नही लिया।घटना के समय से राजद के जिला अध्यक्ष सुनील राय ने लगातार पीड़ित परिजनों के साथ हर दुख में साथ रहे।उन्होंने सरकार से मांग किया कि पीड़ित परिजनों को दस लाख रुपया,एक एक नौकरी,उनके अनाथ बच्चों के लालन पालन करने की ब्यवस्था की जाय,अन्यथा राजद सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी।
जहरीली शराब ने छोटे से गांव के दर्जनों घरों की खुशियां उजाड़ डाला
किसी मां बाप की उमीद चली गई, किसी पत्नी की मांगे सुनी हो गई, किसी के पिता का छाया मिटा दिया
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
मकेर के सोनहोभाथा में जहरीली शराब पीने से लगभग एक दर्जन से अधिक लोगो की मृत्यु हो गई है। दो दर्जन लोग अस्पताल में इलाजरत है।शुक्रवार की सँध्या गांव में शराब से मृत लोगो का एक साथ दर्जन भर जनाजा निकला। जिसको देख लोगो के पत्थर के समान हृदय पिछल गया।पिता पुत्र के वियोग में तो पत्नी पति के वियोग में कोई पिता के वियोग में चीत्कार मार मार कर रो रहे थे।लगता था इस छोटे बस्ती में दुखो की पहाड़ ही टूट पड़ी हो ।चारो तरफ से चीख चीत्कार की आवाज से पूरा गांव में मातम सा छाया है।
जहरीली शराब ने जान ही नही लिया एक महिला की मांग की सिंदूर,एक बच्ची की खुशियां,पुत्र के छाया माता पिता के कंधों के बोझ बना के गए। विश्वनाथ महतो की मृत्यु हो गई,उनका एक पुत्र दोवानन्द महतो पटना में एडमिट,है,दो लड़का एक लड़की। जो जीवन मौत से जूझ रहा है।कमला महतो 40 वर्ष,,तीन लड़की,एक लड़का,रीमा,रिंकू,पिंकी, पिता की मौत से आहत है,उनका कहना है कि शराब माफियाओं को सरकार करी से करी सजा दे,जिन्होंने हम जैसे असहायों के पिता का छाया छीन लिया।मृतक चन्देश्वर महतो,40 ,मजदूरी करके बाल बच्चों ला लालन पालन करते थे।इधर एक ही ब्यक्ति भरोसा महतो के दो पुत्र ओम नाथमहतो, शकलदीप महतो की मृत्यु हो गई है।
जहां शराब बिकती थी वहां से दर्जनों गांव के लोग शराब का सेवन किया,लेकिन नोनिया बस्ती के लोग ही क्यों मरे
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
पीड़ित परिजनों ने बताया सावन पूजा को लेकर धंधेवाजो ने शराब सोनहो भाथा किसुनपुर अमनौर में भारी मात्रा में भंडारित है।उन्होंने बताया कि मेरे परिजन सोनहो भाथा के रामानन्द मांझी,संदीप पाण्डेय,किसुनपुर के लाल साह, मुन्ना साह के पास से पिये हुए थे।अमनौर के कुछ शराब धंधेबाज भी इधर आकर शराब बेचते है।
पीड़ित परिजनों के कहना है कि शराब माफियाओं के पास से दर्जनों गांव के लोग शराब पीते थे उस दिन भी पिये थे।लेकिन इस नोनिया बस्ती के लोग ही विषाक्त शराब से क्यू मरे,अन्य गांव के पीने वाले लोग नही मरे, कही साजिश के तहत इस तरह से गरीबो की बस्ती उजड़ने में तो नही लगे थे।इसकी जांच होनी चाहिए।इन्हने यह भी कहा कि सावन में देवी मंदिर के पूजा होने वाला है जहाँ लोग शराब का भी चढ़वा करते है पीते भी है,इस वजह से शराब धंधेवाजो ने हर गांव क्षेत्र में शराब भंडारित कर के छुपाकर रखने की बात बताई।
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