बिहार वुमेंस फुटबॉल लीग में मोतिहारी व सीवान के बीच होगी फाइनल भिड़ंत.
गार्ड की हत्या कर लूटने वाले सीतामढ़ी के दो अपराधी गिरफ्तार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार वुमेंस फुटबॉल लीग सीजन-1 का फाइनल मुकाबला रानी लक्ष्मीबाई, सीवान और रामदयाल प्रसाद साह फुटबॉल क्लब, मोतिहारी के बीच होगा। दोनों टीम लीग में 9-9 अंक लेकर फाइनल में पहुंची है। मंगलवार को लीग के आखरी मैच में रानी लक्ष्मीबाई, सीवान ने प्रीमियर स्पोर्टिंग क्लब, पटना को 2-0 से हराया।
एएसपी सैयद इमरान मकसूद, डीएसपी मुर्तुजा अली और भारत जूनियर टीम की ओर से खेल चुकी कोमल कुमारी ने संयुक्त रूप से पटना की गोलकीपर निगम प्रज्ञापति को बेस्ट-11 व सीवान की पुतुल कुमारी को बेस्ट-22 का अवार्ड दिया। न्यू पुलिस लाइन के फुटबॉल मैदान में खेले गए मैच की शुरुआत से ही सीवान की खिलाड़ियों ने विपक्षी टीम पर हमले की नीति अपनायी। मैच के छठे ही मिनट में सीवान की श्रुति कुमारी ने गोल कर टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
पटना की खिलाड़ियों ने भी राइट विंग से कई खतरनाक मूव बनाए, लेकिन उनका मूव बेकार चला गया। सीवान की पुतुल कुमारी ने 56वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को 2-0 से बढ़त दिला दी और यह बढ़त अंत तक बरकरार रही। फाइनल मैच गुरुवार को खेला जाएगा।
आखिरकार पटना पुलिस ने एसकेपुरी थाना क्षेत्र स्थित अल्पना मार्केट में आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में पैसा डालने के दौरान कैश वैन के गार्ड लाल साहब की हत्या कर 9 लाख रुपये लूटने के मामले का मंगलवार को खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से लूटे गये 5.25 लाख रुपये, घटना में इस्तेमाल की गई बाइक, गार्ड की हत्या करने में प्रयुक्त दो पिस्टल, घटना के दिन पहने गये कपड़े भी पुलिस ने बरामद किये हैं।
हालांकि 3.75 लाख रुपये लेकर दो अन्य अपराधी फिलहाल फरार हैं। पकड़े गये अपराधियों में सीतामढ़ी का आदित्य रंजन उर्फ कन्हैया सिंह (पोखरभिंडा, शहियारा) व विक्की कुमार (धनहारा ब्राह्मण टोला, रूनीसैदपुर) शामिल हैं। आदित्य रंजन के खिलाफ सीतामढ़ी में एक दर्जन से अधिक हत्या, लूट, डकैती, अपहरण आदि के संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। सीतामढ़ी की एक महिला चिकित्सक डेजी के अपहरण में भी इसकी संलिप्तता थी। इधर, इस घटना को अंजाम देने में शामिल दो अन्य अपराधी फिलहाल फरार हैं। इन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। सिटी एसपी मध्य विनय कुमार तिवारी ने बताया कि घटना को चार अपराधियों ने अंजाम दिया था। इसमें दो गिरफ्तार कर लिये गये हैं और दो फरार है।
1.59 करोड़ रुपये लूटने की रची गई थी साजिश
सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी ने बताया कि एटीएम में रुपये डालने के दौरान अपराधियों ने नौ लाख रुपये लूट लिये थे। घटना को अंजाम देने में चार अपराधी शामिल थे। चारों अपराधियों ने कैश वैन से 1.59 करोड़ रुपये लूटने की साजिश रची थी। 18 मार्च को राजापुर पुल के पास कैश वैन को लूटने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं रहे थे। इसके बाद इन अपराधियों ने अल्पना मार्केट में भी पैसा डालने के दौरान कैश वैन लूटने का प्रयास किया, लेकिन केवल 9 लाख रुपये लूट कर फरार हो गये और गार्ड की गोली मार कर हत्या कर दी। सिटी एसपी ने बताया कि पकड़े गये आदित्य रंजन उर्फ कन्हैया सिंह ने ही 9 लाख रुपये छीने थे और इसका विरोध करने पर ही गार्ड को गोली मार दी थी। बरामद पिस्टल को जांच के लिए एफएसएल भेजा जायेगा।
भूतनाथ रोड से ही की थी रेकी
कैश वैन की अपराधियों ने भूतनाथ रोड से ही दो-तीन रेकी की थी। भूतनाथ रोड में सिक्योरिटी एजेंसी का कार्यालय है और वहां से ही प्रतिदिन कैश वैन में पैसा पटना के विभिन्न एटीएम में डाला जाता था। घटना के दिन भी उस कैश वैन में 1.59 करोड़ रुपये थे और सात-आठ एटीएम में पैसा डालने के बाद अल्पना मार्केट पहुंचे थे, जहां पहले से ही अपराधी योजना के मुताबिक हथियार लेकर खड़े थे और घटना को अंजाम दे दिया।
फर्जी आधार कार्ड देकर लिया था कमरा
आदित्य रंजन उर्फ कन्हैया सिंह, विक्की कुमार समेत चारों अपराधी दो माह पहले पटना आये थे। आदित्य रंजन ने फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से नेहरू नगर में कमरा किराया पर लिया था। इस दौरान विक्की ने पटना में अपने कनेक्शन से दो पिस्टल व कारतूस की व्यवस्था की थी और लगातार ये सभी कैश वैन लूटने की योजना बनाते रहे।
ऐसे अपराधियों तक पहुंची पुलिस
19 मार्च को पुलिस ने घटना के बाद मुख्य रोड से लेकर गली-गली में लगे करीब एक दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों के वीडियो फुटेज को खंगाला। फुटेज में लुटेरों की बाइक का नंबर भी मिल गया, जिसका नंबर सीतामढ़ी का पाया गया। जांच में पता चला यह अपाची बाइक सीतामढ़ी में लूटी गई थी जिसे लेकर अपराधी पटना चले आये थे। जांच में पुलिस को वीडियो फुटेज में आयी तस्वीर से अपराधियों के हुलिये व बाइक के रंग की जानकारी मिली। पुलिस नेहरू नगर स्थित उस मकान तक पहुंच गयी, जहां से अपराधी निकले थे। घर के बाहर लगी नीले रंग की अपाची बाइक ने पूरी तरह पुष्टि कर दी और फिर मकान की घेराबंदी कर पुलिस ने दो अपराधियों को पकड़ लिया और उनके पास से लूटी गयी रकम बरामद कर ली। पकड़े गये अपराधियों ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद वे पाटलिपुत्र गोलंबर से होते हुए नेहरू नगर चले आये थे और वहां आपस में रुपयों का बंटवारा कर लिया था। इसके बाद दो अपराधी सीतामढ़ी निकल गये और दो कमरे पर रुक गये।