मऊगंज घटना पर बोले एमपी के डीजीपी- ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में शनिवार को दबंगों द्वारा युवक और एएसआई की हत्या करने की घटना को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृत एएसआई रामचरन गौतम को राज्य सरकार की ओर से बलिदानी का दर्जा देने के साथ ही परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। वहीं आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
6 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया
मऊगंज जिले के प्रभारी मंत्री लखन सिंह के साथ घटनास्थल पहुंचे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना ने कहा कि आरोपितों पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी, जो अपराधियों के लिए नजीर साबित होगी। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
फिर से माहौल बिगाड़ने की हुई कोशिश
डीजीपी ने आरोपित दबंगों द्वारा पीटकर मारे गए युवक सनी द्विवेदी के परिवार से मुलाकात भी की। उधर शनिवार देर रात को पुलिस ने गड़रा गांव जाकर दो आरोपितों को हिरासत में लिया तो ग्रामीणों ने फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। आदिवासी भड़क गए और पुलिस पर हमला करने की कोशिश की।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति समाप्त हो चुकी है। पुलिस का डर नहीं रहा। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी दायित्व है, इसलिए नैतिकता के आधार पर उन्हें पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
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