मुकेश सहनी के पिता हत्याकांड का हुआ खुलासा
जीतन सहनी का हत्यारा गिरफ्तार
कर्ज में रखें जमीन के कागजात के लिए हुई हत्या
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में दरभंगा के घनश्यामपुर थाने के जिरात में सोमवार की देर रात वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या में शामिल अन्य लोगों की पहचान के लिए पुलिस ने जांच तेज कर दी है। इस मामले में बुधवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों का पता लगा रही है।
इसके लिए पटना से आयी बिहार पुलिस की विशेष टीम बिरौल पुलिस के साथ जिरात गांव में जगह-जगह आरोपितों के बारे में जानकारी ले रही है। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी लगातार खंगाला जा रहा है। काजिम की ओर से दी गयी जानकारी के आधार पर सीसीटीवी में नजर आ रहे लोगों की पहचान की जा रही है।
पुलिस की टीम ने तीन संदिग्ध लोगों के घरों में भी जाकर छानबीन की है। उनके परिजनों से भी जानकारी ली गयी है। इसके अलावा पुलिस की टीम स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है। हालांकि जांच प्रभावित होने की बात कहते हुए पुलिस अधिकारी इस संबंध में अभी विस्तृत जानकारी नहीं दे रहे हैं।
बता दें कि इससे पूर्व सीसीटीवी फुटेज की जांच में पुलिस को चार संदिग्ध लोग दिखे थे। घटनास्थल पर टेबल पर तीन खाली गिलास भी मिले थे। मुख्य आरोपित ने भी पुलिस की पूछताछ में कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिए जाने की बात कही है।
अब पुलिस इसकी पुष्टि करने में लगी हुई है कि मुख्य आरोपित की ओर से लिये गए अन्य आरोपितों के नाम सही हैं अथवा गलत। इस संबंध में बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने कहा कि हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपितों के बारे में पुख्ता जानकारी जुटायी जा रही है। जल्द इसका खुलासा किया जाएगा।
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि मुख्य आरोपित काजिम अंसारी ने ही निर्मम तरीके से जीतन सहनी की हत्या की थी। मुकेश सहनी के पैतृक गांव बिरौल थाने के अफजला में उनके पिता रहते थे। एसएसपी ने बताया कि काजिम ने घटना में संलिप्तता स्वीकार करते हुए वारदात की विस्तृत जानकारी दी है। इस हत्याकांड को लेकर लोगों के बीच कई सवाल थे। जिनके जवाब अब मिल गए हैं।
क्यों हुई हत्या?
सूद पर दिया पैसा मांगने के कारण मर्डर –दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य आरोपी काजिम ने जीतन सहनी से साल 2022 में एक लाख रूपए, और फिर 2023 में 50 हजार रूपए लिए थे। डेढ़ लाख रुपए 4 फीसदी ब्याज पर जीतन ने दिए थे। काजिम की कपड़ों की दुकान थी, जो बंद हो गई थी। जिसके चलते उसने जीतन से ब्याज माफ करने को कहा था। लेकिन जीतन राजी नहीं हुए, काजिम ने कर्ज के एवज में जमीन के कागज गिरवी रखे थे। जिन्हें वो लेना चाहता था। इसी को लेकर विवाद हुआ और फिर काजिम ने जीतन की निर्मम हत्या कर दी थी।
जीतन सहनी लगातार काजिम से सूद पर दिए पैसे वापस करने की मांग कर रहे थे। वहीं आरोपी काजिम ब्याज माफ करने और जमीन के गिरवी रखे कागज वापस लेने पर अड़ा था। कर्ज वापसन नहीं कर पाने के चलते काजिम ने जीतन की हत्या का प्लान बनाया था। जिसके लिए उसने रेकी भी की थी। और सीसीटीवी में भी दिखा था।
किसने की हत्या?
गांव का ही काजिम निकला हत्यारा, कबूला जुर्म- वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मो. काजिम अंसारी है। जो जीतन के गांव अफजाला का ही रहने वाला है। जीतन की जान-पहचान वाला है। आरोपी कााजिम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अफजाला मुकेश सहनी का पैतृक गांव हैं।
हेडिंग- कैसे की हत्या?
साथियों ने हाथ-पांव पकड़े, कासिम ने चाकू मारा- आरोपी काजिम ने बेहद ही निर्ममता से मुकेश सहनी के पिता का मर्डर किया था। जिसमें उसके साथी भी शामिल थे। काजिम ने सोमवार की रात करीब डेढ़ बजे साथियों के साथ जीतन सहनी के घर में पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। उस दरवाजे में अंदर का लॉक नहीं है। घर में घुसने के बाद इन सबने जीतन को जगाया और डरा-धमका कर अपनी जमीन और कर्ज के कागजात मांगे। इस पर जीतन से उनका विवाद हो गया। इस पर गुस्से में आकर काजिम ने जीतन पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। उसके साथियों ने जीतन के हाथ-पैर पकड़ कर रखे थे।
अब तक पुलिस को क्या सबूत मिले?
मोबाइल लोकेशन, नाखून और कपड़ों पर लगे खून के निशान- पुलिस को काजिम अंसारी के नाखूनों में ब्लड स्टेन और कपड़ों पर भी खून के निशान मिले हैं। इसके अलावा इस घटना में शामिल काजिम के साथियों की मोबाइल लोकेशन भी मिली है। जो सर्विलांस पर लगी है। घर के बाहर बरामद हुए लाल बक्से में काफी कागज मिले, एग्रीमेंट हैं, ब्याज के बदले गिरवी रखी गई जमीन के कागज हैं। इसके अलावा दो बाइकें मिली हैं, वो भी दूसरों की है, जिसका ब्याज नहीं मिला है। हालांकि अभी तक हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद नहीं हो सका है। आशंका है कि हत्या के बाद अपराधियों ने हथियार इसी तालाब में फेंक दिया। पोखर का पानी दमकल के माध्यम से निकलवाने की तैयारी चल रही है।
खुल गया लाल बक्से का राज
हत्या करने के बाद आरोपितों ने अलमारी की चाबी ढूंढ़ने की कोशिश की ताकि अपने कागजात वापस ले जा सकें। चाबी नहीं मिलने पर लाल अलमारी को उठाकर पानी में फेंक दिया ताकि सभी कागजात गलकर नष्ट हो जाएं। सबने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित तालाब में फेंक दिया और फरार हो गए। एसएसपी ने कहा कि काजिम ने पूछताछ में अपने साथियों के नाम बताए हैं। उनके संबंध में जांच की जा रही है।
इस बीच, सभी संदिग्धों को दरभंगा लाकर पूछताछ की जा रही है। आपको बता दें 16 जुलाई की रात को मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की उनके घर में घुसकर चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों को सुबह लगी, जब वो घर से बाहर नहीं निकले। जिसके बाद उनकी हत्या की खबर पूर राज्य में आग की तरह फैली। मामले की जांच में एसआईटी बनाई गई थी। फिलहाल अब हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो गया है। उसके अन्य साथियों की तलाश है।
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