नगर निगम वार्ड आरक्षण में जोर का झटका जोर से ही लगा
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
रामनगर / वाराणसी आम तौर पर जोर का झटका धीरे से लगने की कहावत ही सामान्य बोलचाल में कही सुनी जाती है। लेकिन लम्बे इंतज़ार के बाद रामनगर के तीनों वार्ड के आये आरक्षण क्रम ने जोर का झटका जोर से ही दे दिया। सबके अनुमान धरे के धरे रह गए और एक झटके में पार्षदी चुनाव के संभावितों को हल्की ठंड में ही पाला मार गया। अरसे से चल रही तैयारियों पर जैसे भयंकर तुषारापात हो गया। नगरनिगम के 100 वार्डों का आरक्षण गुरुवार की देर शाम आया। चूंकि रामनगर भी अब निगम में शामिल है लिहाजा यहाँ बने तीन वार्डों का आरक्षण क्रम भी आया। आरक्षण के मुताबिक गोलाघाट वार्ड पिछड़ी महिला के लिए, रामपुर वार्ड सामान्य, तथा पुराना रामनगर वार्ड पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। तीनो वार्डों के आरक्षण क्रम ने चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की मंशा पर पूरी तरह पानी फेर दिया। गोलाघाट वार्ड पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित होने का सर्वाधिक असर सपा के दावेदारों पर पड़ा है। यहाँ से स्थानीय सपा के दिग्गजों संजय यादव, इश्तियाक अहमद, मणि शंकर शर्मा, जावेद खां, राजू सोनकर, अशरफ राइन, जैसों के अलावा कई अन्य ने भी दावेदारी की ताल ठोक रखी थी।
वहीं भाजपा से भी वर्तमान सभासद मनोज यादव,राजेन्द्र शंकर पटेल, नन्द लाल चौहान के अलावा अजय सेठ जैसे कई दावेदार उभर कर सामने आए थे। लेकिन अब पिछड़ी महिला आरक्षित होने से इन्हें अचानक बैकफुट पर आना पड़ गया है। इनके सामने अब दो ही विकल्प ही बचे हैं कि या तो अपनी पत्नियों को मैदान में उतारे या फिर चुनावी तमाशबीन बनके रहे। वही जिस रामपुर वार्ड के अनुसूचित होने की हर किसी को उम्मीद थी वह अनारक्षित श्रेणी में रखा गया है। इस वार्ड में अब चुनावी घमासान कुछ ज्यादा ही होने की उम्मीदें है। क्योंकि सामान्य होने के कारण हर दल से दावेदार ज्यादा होंगे साथ ही निर्दलीय भी इसी वार्ड की ओर रुख करेंगे। भाजपा के सशक्त दावेदार और दो बार से सभासद रहे लल्लन सोनकर को इस आरक्षण क्रम का नुकसान उठाना पड़ सकता है। जबकि पुराना रामनगर वार्ड पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने का कुछ खास प्रभाव नही है।
क्योंकि यहाँ से जितने भी चर्चित दावेदार हैं सब पिछड़ा वर्ग से ही आते हैं। इनमें वर्तमान सभासद संतोष शर्मा, मुन्ना निषाद, संतोष गुप्ता, रितेश पाल गौतम शामिल हैं। इसके अलावा जितेंद्र यादव मलिक, राजू यादव, श्यामलाल यादव, डॉ अजीत यादव, अशोक साहनी भी पिछड़े वर्ग से ही आते हैं। हालांकि इस वार्ड से भी कई सामान्य वर्ग के अलावा कई अन्य दावेदार थे जिन्हें आरक्षण ने चारों खाने चित्त कर दिया है। इनमें रामनरेश सोनकर, अरुण ओझा, जितेंद्र पांडेय, राजकुमार सिंह, यश नायक, रंजय सिंह, अनिल सिंह मणि आदि शामिल हैं। इधर आरक्षण जारी होते ही चुनावी हलचल बढ़ गई है। चुनावी संभावनाओं पर बहस तेज हो गई है। पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित वार्ड गोलाघाट में कई नेताओं ने अपनी पत्नियों को दावेदार के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है। तो सामान्य वर्ग के दावेदारों ने रामपुर में अपनी जमीन तलाशनी शुरू कर दी है।