अवैध संबंध के कारण तीन वर्षीय पुत्र व पत्नी की हत्या.
एसपी के सामने पुलिस पर पथराव कर मुखिया को छुड़ा ले गये ग्रामीण
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में बांका सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत जनकपुर गांव में एक दिल दहलाने वाली अपराधिक घटना घटी है. एक क्रूर पति ने अपनी पत्नी गुड़िया देवी व अपने तीन वर्षीय मासूम पुत्र ऋषभ कुमार को अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ मौत के घाट उतार दिया है. इस घटना को सोमवार को करीब 11 बजे सुबह अंजाम दिया गया है. घटना के बाद मुख्य आरोपी पति व उसका सारा परिवार फरार है. पुलिस ने जानकारी मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची.
तीन साल के बेटे को बेरहमी से मारा
वहीं स्थानीय लोगों ने दोनों का शव टुनमाजोर से बरामद किया. जानकारी के मुताबिक, पत्नी गुड़िया देवी को गला दबाकर हत्या के बाद पत्थर से साड़ी बांध कर जोर में डूबा दिया गया था. जबकि, बताया जाता है तीन वर्षीय ऋषभ के छाती पर चढ़कर तेज से दबाकर उसकी हत्या कर दी गयी और उसका भी शव जोर में ही फेंक दिया गया था.
राजेंद्र यादव ने दर्ज करायी प्राथमिकी
घटना के बाद मृतका के पिता राजेंद्र यादव व मां पटनी देवी ने पुत्री व नाती के हत्या का आरोप लगाते हुए दामाद भूषण यादव, भूषण यादव के भाई सुमन यादव, अनिता देवी, देवू यादव, भूषण की मां लीलावती देवी, छबिया देवी, उसकी बहन गंगो देवी व छोटा चाचा सुरेन यादव पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. वहीं पुलिस इस सनसनीखेज वारदात के बाद हत्यारे की तलाश में जुट गयी है. पूरा घर खाली पड़ा है.
तीन वर्ष पहले अपनी भाभो को दे बैठा दिल
फुल्लीडुमर कुशाहा की गुड़िया व बांका जनकपुर के भूषण यादव की शादी 2011 में हुई थी. तीन वर्ष पहले भूषण यादव ने अपने छोटे भाई सुमन की पत्नी अनिता देवी को दिल दे बैठा था. दोनों के बीच अवैध संबंध बरकरार हो गया. जब इसका विरोध गुड़िया ने शुरु किया था तो दो वर्ष से वह दो लाख रुपया दहेज के रूप में मांग करने लगा. साथ ही इसका दवाब भी लगातार बनाने लगा और प्रताड़ित करने लगा.
गुड़िया व ऋषभ की मौत
भूषण दहेज का दवाब इसलिए बनाता था कि वह छबिया देवी के साथ उसके संबंध का विरोध नहीं करे. बहरहाल, इस अवैध संबंध का परिणति गुड़िया व ऋषभ की मौत हो गयी. मृतका के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री ने उन्हें फोन पर बताया था कि सुबह उसके साथ उसका पति लड़ाई कर रहा है. सूचना पर पिता पहुंचे. उसके बावजूद दोनों को बाहर ले जाकर हत्या कर दी गयी.
एसपी ने कहा- छोड़ा नहीं जायेगा
घटना के संबंध में बांका एसपी डा. सत्यप्रकाश ने कहा कि मामले जानकारी मिली है. संबंधित थानाध्यक्ष व वरीय पदाधिकारी को अविलंब एक्शन लेते हुए आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. किसी भी सूरत में हत्या को अंजाम देने वाले को छोड़ा नहीं जायेगा.
एसपी के सामने पुलिस पर पथराव कर मुखिया को छुड़ा ले गये ग्रामीण
जहानाबाद के शकुराबाद थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव में मंगलवार की सुबह एसपी दीपक रंजन के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर लोगों ने हिरासत में ली गयी महिला मुखिया को छुड़ा लिया. आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान पुलिसकर्मी अपनी जान बचाते नजर आये. वहीं, मौके पर मौजूद एसपी देखते रह गये.
नाली को लेकर हुआ था विवाद
बताया जाता है कि नाली के पानी की निकासी को लेकर हुए विवाद के बाद एसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम पूर्व प्रमुख प्रेमचंद यादव को गिरफ्तार करने गयी थी. पूर्व प्रमुख के नहीं मिलने पर पुलिस उसकी पत्नी सेसंभा पंचायत की मुखिया रश्मि देवी को पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाने लगी. जैसे ही पुलिस ने मुखिया को अपनी गाड़ी में बैठाया, ग्रामीण उग्र होकर पुलिस पर पथराव करने लगे. एसपी के सामने ही ग्रामीणों ने पुलिस के कब्जे से मुखिया को छुड़ा लिया.
पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा
इस घटना के बाद पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा. बाद में शकुराबाद बाजार को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है. एसपी के नेतृत्व में पुलिस अभियुक्तों की तलाश में घंटों छापेमारी करती रही, जिसमें एक व्यक्ति को पकड़ा गया है.
पानी की निकासी को लेकर विवाद
स्थानीय लोगों ने बताया कि शकुराबाद बाजार में सोमवार की शाम नाली के पानी की निकासी को लेकर अनिल कुमार और अब्दुल मनान के बीच विवाद हुआ था. इस मामले में पंचायती के लिए मुखिया पति सह पूर्व प्रमुख प्रेमचंद यादव, पंचायत समिति सदस्य राजेश्वर प्रसाद और पूर्व मुखिया सह शिक्षक शाह उमैर अंसारी शकुराबाद बाजार पहुंचे थे.
प्राथमिकी के लिए थाने में आवेदन
राजेश्वर प्रसाद का आरोप है कि पंचायती के दौरान उमैर अंसारी ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया. लोगों ने बीच-बचाव किया, इतने में पुलिस भी आ गयी. राजेश्वर प्रसाद ने प्राथमिकी के लिए थाने में आवेदन भी दिया. पिटाई से आक्रोशित शकुराबाद के व्यवसायियों ने मंगलवार को बाजार बंद रखा.
शकुराबाद बाजार बंद
व्यवसायियों का कहना है कि पूर्व मुखिया का देवर शिक्षक है और राजनीति करता है. जब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं होगी, बाजार की दुकानें नहीं खुलेंगी. सूचना पर एसपी दीपक रंजन, एएसपी हरिशंकर प्रसाद, एसडीओ मनोज कुमार, एसडीपीओ अशोक पांडेय पुलिस बल के साथ पहुंचे. छानबीन के बाद पुलिस टीम पूर्व के वारंटी मुखियापति प्रेमचंद यादव को गिरफ्तार करने बढ़ौना गांव गयी थी. पुलिस ने शिक्षक उमैर अंसारी के यहां भी दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली.
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