नरेंद्र मोदी शासक नहीं, साधक हैं – दिलीप
श्रीनरद मीडिया, सीवान (बिहार )
भारत की आजादी के बाद नरेंद्र भाई मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो शासक नहीं बल्कि साधक हैं। उनके लिए राष्ट्र और राष्ट्र सेवा सर्वोपरि है। ये बातें बीजेपी नेता दिलीप कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि मोदी जी में राष्ट्र साधना की सोच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार से पनपी है। एक स्वयंसेवक से देश के प्रधानसेवक तक का सफर साधना करके और लम्बे समय तक तपस्या करके राष्ट्र सेवक के रूप में अपने सम्पूर्ण जीवन को समर्पित किया। आज साधना के बल पर ही वे पूरी दुनिया को भी प्रभावित कर रहे हैं। श्री सिंह ने का हमारा देश भारत ऋषि मुनियों का देश है। जिसकी पहचान अपनी साधना और सिद्धि की बदौलत बनी है। यह प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। वहीं एक दूसरे साधक के रूप में भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महाराज परमपूज्य योगी आदित्यनाथ महाराज हैं। ऐसे संतों के विचार ही भारत को एक नयी ऊंचाई पर ले जायेंगे। और फिर से भारत अपना हुआ वैभव प्राप्त करेगा। पुन; भारत अखंड भारत बनेई। पूरे विश्व का गुरु बनेगा। क्या कि भारत साधना की भूमि है। ऋषि मुनियों ने तपस्या कर भारत को साधना की भूमि बनायी, जिस पर राम और कृष्ण भगवान ने जन्म लिया। इस भूमि पर महावीर, भगवान गौतम बुद्ध,भगवान शृंगी ऋषि,गौतम ऋषि सहित अनेक तपस्वी और साधक अवतरित हुए। रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, राजाराम मोहन राय, दयानंद सरस्वती, पंडित मदनमोहन मालवीय आदि का भारत-भू पर पदार्पण हुआ। वही भारत लोकतंत्र की जननी के रूप में वैशाली गणराज्य की राजधानी थी। ये बातें भाजपा के पूर्णकालिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत में कुछ शासकों के गलत विचारों ने हमारी सांस्कृतिक व्यवस्था को विखंडित कर दिया था। उन्होंने कहा कि पुनः एक बार देश में नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ जी के रूप में ईश्वरीय अवतार हुआ हैं।ये भारत के सम्पूर्ण जन-मानस के कल्याण और रक्षा के लिए अवतरित हुए हैं। एक सेवक अपने जनमानस का कैसे रक्षा करता है। और कल्याण करता हैं। इसका उदाहरण हैं हमारे देश के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एक साधक हैं।