हाइड्रोसिल फाइलेरिया बीमारी से मुक्त जिले की घोषणा को लेकर 15 फरवरी तक शत-प्रतिशत सफल ऑपरेशन कराने को लेकर दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश:
लक्ष्य को पूरा करने में हुसैनगंज, मैरवा, सिसवन और सिवान सदर शामिल जबकि शेष बचे मरीजों का मिशन मोड में ऑपरेशन: सिविल सर्जन
जिले में शेष 168 मरीजों को 15 फरवरी तक अनिवार्य रूप से ऑपरेशन कराना सुनिश्चित किया जाए: डॉ ओपी लाल
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
बिहार सहित सिवान जिले के हाइड्रोसिल फाइलेरिया बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन मोड पर ऑपरेशन कराने के लिए कमर कस लिया है। क्योंकि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने वर्चुअल रूप से समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद को आगामी यथाशीघ्र शत प्रतिशत सफल ऑपरेशन कराने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।
वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल और जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों सहित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है कि अभी तक जितने हाइड्रोसिल के मरीज बचे हुए हैं। वैसे रोगियों को अविलंब चिन्हित करते हुए जल्द से जल्द उनका मिशन मोड में ऑपरेशन कराया जाए ताकि हाइड्रोसिल मुक्त जिला घोषित किया जा सकें।
हाइड्रोसिल बीमारी से ग्रसित मरीजों का सदर अस्पताल सहित चयनित स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जा रहा है। साथ ही उक्त मरीज को स्वास्थ्य संस्थान लाने और ऑपरेशन के बाद वापस घर छोड़ने के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।इसके अलावा पीड़ित मरीजों को ऑपरेशन कराने के लिए आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वहीं विभागीय अधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल को निर्देशित किया गया कि वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी (वीडीसीओ) कुंदन कुमार को दारौंदा और विकास कुमार को पचरुखी स्वास्थ्य केंद्र भेज कर इसका मूल्यांकन और अनुश्रवण कराया जाए ताकि चिन्हित मरीजों का जल्द से जल्द ऑपरेशन कराया जाए।
जिले में शेष 168 मरीजों को 15 फरवरी तक लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करें: डॉ ओपी लाल
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि मार्च 2025 तक जिले के हाइड्रोसील पीड़ित सभी मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जाएगा। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हाइड्रोसिल के 591 मरीजों की पहचान हुई हैं। जिसमें से 423 मरीजों का सदर अस्पताल, बड़हरिया और अनुमंडलीय अस्पताल महाराजगंज में सफलता पूर्वक प्रशिक्षित सह अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा पूर्ण करा लिया गया है।
जबकि शेष बचे 168 मरीजों का ऑपरेशन कराया जाना शेष है। हालांकि हुसैनगंज, मैरवा, सिसवन और सिवान सदर के द्वारा अपने लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा कर लिया गया है जबकि आंदर में 12, बड़हरिया में 32, पचरुखी में 34, बसंतपुर में 03, भगवानपुर हाट में 01, दरौली में 18, दारौंदा में 09, गोरेयाकोठी में 08, गुठनी में 03, हसनपुरा में 16, लकड़ी नबीगंज में 11, महाराजगंज में 06, नौतन में 07, पचरुखी में रघुनाथपुर में 03 जबकि जिरादेई में 05 हाइड्रोसिल रोगियो का ऑपरेशन कराया जाना है।
हालांकि विगत 13 जनवरी को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की सफलता को लेकर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (टीओटी) के दौरान सिविल सर्जन द्वारा हाइड्रोसिल ऑपरेशन को लेकर समीक्षा किया गया था जिसमें सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और बीएचएम को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के दिशा निर्देश और जिलाधिकारी के मार्ग दर्शन में प्रत्येक सप्ताह स्वास्थ्य विभाग का समीक्षा किया जाता है जिसमें हाइड्रोसिल ऑपरेशन को सर्वोच्च स्थान पर रखा गया है।
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