नीरा टंडन को व्हाइट हाउस में मिली अहम जिम्मेदारी, कौन है नीरा और क्या था विवाद?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की विश्वस्त सहयोगी मानी जाने वाली भारतवंशी नीति विशेषज्ञ नीरा टंडन को व्हाइट हाउस का स्टाफ सेक्रेटरी नामित किया गया है। परदे के पीछे काम करने वाले स्टाफ सेक्रेटरी की व्हाइट हाउस के वेस्ट विंग में अहम भूमिका होती है। उसके माध्यम से ही सरकार के प्रशासनिक विभागों की फाइलें राष्ट्रपति तक पहुंचती हैं। स्टाफ सेक्रेटरी को व्हाइट हाउस में सबसे शक्तिशाली शख्स माना जाता है। इस नियुक्ति पर सीनेट की मुहर की जरूरत नहीं होती।
व्हाइट हाउस की स्टाफ सेक्रेटरी की नई जिम्मेदारी
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन की वरिष्ठ सलाहकार नीरा टंडन (51) को इस पद पर शुक्रवार सुबह नामित किया गया। पोलिटिको ने व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से कहा, ‘व्हाइट हाउस की स्टाफ सेक्रेटरी की नई जिम्मेदारी से इतर वह बतौर सीनियर एडवाइजर विशेष परियोजनाओं और पहलों का नेतृत्व करती रहेंगी। वह व्हाइट हाउस के चीफ आफ स्टाफ रान क्लेन को रिपोर्ट करेंगी।’
विपक्ष के विरोध के बाद बजट के निदेशक पद के लिए अपना नाम वापस लिया
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा, ‘टंडन को नीति और प्रबंधन के क्षेत्र में दो दशकों से भी अधिक का अनुभव है। घरेलू, आर्थिक व राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के क्षेत्र में उनका अनुभव इस नई भूमिका में लाभदायक साबित होगा।’ टंडन ने आठ महीने पहले रिपब्लिकन सीनेटरों के कड़े विरोध के कारण व्हाइट हाउस आफिस आफ मैनेजमेंट एंड बजट के निदेशक पद के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया था। सीनेटर, टंडन के उन इंटरनेट मीडिया पोस्ट पर खफा थे, जो उन्होंने कुछ सांसदों (जिनमें कुछ डेमोक्रेटिक भी शामिल थे) के खिलाफ साझा की थी।
ओबामा की स्वास्थ्य परियोजना पर भी काम कर चुकी हैं नीरा
मई में ही टंडन को व्हाइट हाउस का सीनियर एडवाइजर नियुक्त किया गया है। वह डिपार्टमेंट आफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज में सीनियर एडवाइजर रह चुकी हैं और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य परियोजना पर भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में बतौर एसोसिएट डायरेक्टर करियर की शुरुआत की और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन की नीति सलाहकार भी रहीं। उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया से विज्ञान में स्नातक व येल ला स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की है।
नीरा टंडन मामले में बाइडन पीछे हटे थे
मार्च, 2021 में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को सीनेट में अपनी ही पार्टी ने एक बड़ा झटका दिया था। सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी में एकता को दिखाने और पार्टी के अंदर आतंरिक कलह से बचने के लिए व्हाइट हाउस ने नीरा टंडन का नाम बजट निर्देशक के पद से वापस ले लिया था। उस वक्त जानकारों ने कहा था कि नीरा टंडन का बजट निर्देशक पद से नाम वापस लेना बाइडन प्रशासन के लिए शुभ नहीं था।
पार्टी ने आंतरिक कलह को छिपाने के लिए व्हाइट हाउस ने यह फैसला लिया था। खासकर तब जब राष्ट्रपति बाइडन सीनेट में और अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटरों से नीरा टंडन की वकालत कर रहे थे। तब यह बात कही जा रही थी कि बाइडन की अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी में पकड़ ढीली है। आखिरकार नीरा व्हाइट हाउस पहुंचने में कामयाब रहीं।
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