कोरोना के नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, बिहार में सरकार का बड़ा फैसला
श्रीनारद मीडिया,स्टेट डेस्क
कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन एक्सई की भारत में दस्तक देने के साथ ही चौथी लहर की आशंका बढ़नेे लगी है। कई शहरों से संक्रमण के मामले बढ़ने की खबर है। खबर यह भी है कि संक्रमण की जद में बच्चों का प्रतिशत पिछली बार से अधिक है। वायरस का नया वैरिएंट पहले आए सभी वैरिएंट से अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। इस बीच बिहार में भी सरकार ने पूरी एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि हर दिन इस पर नजर रखी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड की चौथी लहर की आशंका के बीच इसकी मानीटरिंग के लिए जिलों में नोडल पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। नोडल पदाधिकारी के पद पर निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा स्तर के पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
नोडल पदाधिकारियों को दो से लेकर तीन-तीन जिलों का प्रभार सौंपा गया है। नोडल पदाधिकारी अपने आवंटित जिले में वैश्विक महामारी कोविड के बढ़ते मामले एवं इनके नियंत्रण से संबंधित सभी कामों की मानीटङ्क्षरग करेंगे। ये अधिकारी रोज शाम सिविल सर्जन से वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त कर इससे स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को अवगत कराएंगे।
मानीटङ्क्षरग के दौरान यदि किसी प्रकार की समस्या की जानकारी इन अधिकारियों को प्रापत होती है वे समस्या समाधान के लिए भी काम करेंगे। एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम और जापाीन इंसेफ्लाइटिस प्रभावित 12 जिलों में कोविड की मानीटरिंग को प्रतिनियुक्त नोडल अफसर इन दोनों बीमारियों पर भी नजर रखेंगे। साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों में जिलों के अधिकारियों का मार्गदर्शन करेंगे। साथ ही अपर मुख्य सचिव को बीमारी की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी देंगे।