मशरक की खबरें : छठ पूजा को लेकर नगर पंचायत चेयरमैन और कार्यपालक पदाधिकारी ने घाटाें का किया निरीक्षण
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर मशरक नगर पंचायत के विभिन्न सड़कों, गलियों एवं छठ घाटों की साफ-सफाई की जा रही है। सोमवार को सतीवारतीर छठ घाट समेत अन्य वार्डों में छठ घाटों पर नगर पंचायत के सफाई कर्मियों ने अभियान चलाकर साफ-सफाई की। जिसका निरीक्षण चेयरमैन सोहन महंतों और कार्यपालक पदाधिकारी मो शाहनवाज रजा ने किया। मौके पर प्रखंड व्यवसायी संघ के अध्यक्ष प्राण सेठ समेत अन्य मौजूद रहें। चेयरमैन सोहन महंतों ने कहा कि सभी छठ घाटों पर सफाई कर्मी लगाएं गये हैं कुछ पर सफाई कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत प्रशासन सभी छठ घाटों की सफाई समेत आने जाने वाले सड़कों पर रौशनी को लेकर कार्य कर रहा है। जो तय समय पर हो जाएंगा ताकि व्रतियों को असुविधा न हो। कार्यपालक पदाधिकारी मो शाहनवाज रजा ने बताया कि घाटों की साफ-सफाई के लिए पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मियों को विभिन्न जगहों पर लगाया गया है। आवश्यकता पड़ने पर और भी सफाई कर्मियों को लगाया जाएगा। सभी छठ घाटों की सफाई समय से पहले पूर्ण कर ली जाएगी।
स्वान दस्ता की मदद से अवैध शराब की तलाश , शराब धंधेबाजों में हड़कंप
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार)
:
मशरक पुलिस ने अवैध शराब को लेकर स्वान दस्ता की मदद से थाना क्षेत्र के बली विशुनपुरा,ब्राहिमपुर,गंडामण,बहुआरा,सिकटी , कर्ण कुदरिया गांवों में छापेमारी अभियान चलाया। इस बाबत मशरक थाना अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि अवैध शराब पर रोक लगाने और अवैध शराब बरामदगी को लेकर छापेमारी अभियान चलाया गया। जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि शराब निर्माण,बेचना और पीना गैरकानूनी है यदि कोई भी इस धंधे में संलिप्त हैं उस पर कानूनी कार्रवाई पक्की है। उन्होंने कहा कि छापेमारी अभियान के दौरान कुछ शराब धंधेबाजों की पहचान की गयी जिन पर जल्द ही कारवाई की जाएंगी। हालांकि इस क्रम में किसी तरह की बड़ी सफलता नही मिल सकी।लेकिन शराब माफियाओं के बीच प्रशासन के इस कदम से हड़कंप सा जरूर मच गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस तरह की सख्ती आगे भी जारी रहेगी।
सड़क दुर्घटना में एक व्यक्तिघायल , रेफर
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
मशरक के दुमदुमा गांव में स्कूटी दुर्घटना में घायल शख्स को इलाज के लिए सीएचसी मशरक में भर्ती कराया गया। जहां से सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया गया। घायल सीवान जिला के नौतनवा प्रखंड क्षेत्र के बनौरा गांव निवासी विरेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव का 38 वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार हैं। घटना के बारे में घायल ने बताया कि हमारे छोटे भाई छठ पूजा में पटना से मशरक पहुंच कर फोन किया कि हम मशरक आ गये है कोई सवारी नहीं मिल रही है आप कोई बाइक लेकर आ जाए वहीं हम स्कूटी लेकर मशरक आ रहे थे कि दुमदुमा में स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
दिवंगत आशा फैसेलेटर के आश्रित को मिला मुवाअजा का चेक
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
मशरक के बंगरा गांव की दिवंगत आशा फैसेलेटर के आश्रित को मुवाअजे का चार लाख रुपए का चेक सौंपा गया। सीएचसी मशरक में प्रभारी डॉ संजय कुमार ने दिवंगत आशा फैसेलेटर बिदु देवी के आश्रित बेटी प्रगति कुमारी को चार लाख रूपए का चेक सौंपा गया। मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक अमित कुमार, बीसीएम लव कुश कुमार समेत अन्य मौजूद रहें।
मंगलवार को नहाय-खाय से शुरू होगा चार दिवसीय महा पर्व छठ
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
सूर्योपासना का महापर्व छठ 5 नवम्बर मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा।नहाय-खाय विधि में व्रती स्नान के बाद कद्दू की सब्जी,अरवा चावल और चना की दाल शाकाहारी भोजन ग्रहण करती है। जबकि 6 नवम्बर को खरना का विधान पूर्ण किया जाएगा। जिसमें गुड़ चावल की खीर,रोटी का प्रसाद बनाया जाता है जो मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से आग जलाकर बनाया जाता है। डूबते सूर्य को 7 नवम्बर की शाम पहली अर्घ्य दी जाएगी जबकि उदितमान सूर्य को 8 नवम्बर की सुबह अर्घ्यदान होगा।
इसके बाद विधि-विधान पूर्वक पूजन का समापन होगा और व्रती पारण करेंगी। आचार्य वाचस्पति तिवारी ने बताया कि नहाय-खाय व खरना के साथ ही सूर्य पूजन व अर्घ्य देने की शुभ तिथि अर्थात षष्ठी तिथि से दो दिन पहले यानि चतुर्थी से नहाय-खाय के साथ आरंभ हो जाता है और इसका समापन सप्तमी तिथि को पारण करके किया जाता है। इस पर्व में मुख्यत सूर्य देव को अर्घ्य देने का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। छठ का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय से शुरू हो कर पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है।
इस दिन टोकरी,दउरा में फलों, ईख,ठेकुआ, चावल के लड्डू यानी लड़ुआ आदि अर्घ्य के सूप में सजाया जाता है। इसके बाद नदी या तालाब में पानी में रहकर अर्घ्य देने का अनुष्ठान पूर्ण करते हैं। उन्होंने कहा कि चार दिन चलने वाले इस पर्व में सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए रखा जाने वाला यह महापर्व शुभ मुहूर्त में सम्पन्न करने पर व्रतियों को अत्यंत शुभदायी लाभ प्राप्त होता है जबकि उनके परिजनों का भी सकल कल्याण होता है। निष्ठापूर्ण अनुष्ठान सम्पन्न करने से हर मनोकामना सिद्ध होती है।
यह भी पढ़े
प्रथम बिहार राज्य सीनियर महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप का विजेता बना सिवान
हत्या कांड में संलिप्त दो प्राथमिकी नामजद अभियुक्त 10 घंटा के अन्दर हुए गिरफ्तार
पटाखों पर बैन क्यों नहीं लगाया- सुप्रीम कोर्ट
STF ने कुख्यात बालू माफिया पिता-पुत्र को किया गिरफ्तार, पांडेय गैंग के नाम से चलाते हैं गिरोह
छठ पूजा पर बिहार आने वाली गाड़ियों का बुरा हाल
झारखंड में ना तो UCC और ना NRC होगा लागू- सीएम हेमंत सोरेन
“उठहूं हे देव! उठहूं सुतल भईल छह मास” के साथ कूटा गया गोधन