श्रीनारद मीडिया, प्रभात कुमार मिश्रा, गया ( बिहार )
एनआईए के पटना ब्रांच के सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उनके दो सहयोगियों को सीबीआई और एनआईए की टीम ने 20 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पहले ही सीबीआई से डीएसपी की शिकायत जेडीयू के पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव ने की थी। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी और उसके बेटे रॉकी यादव के कई ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी हुई थी। इस दौरान चार करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद हुई थी। उस केस के जांच अधिकारी सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह थे। इसी मामले मे वे अपने एजेंट के माध्यम से घुस ले रहे थे। जिसके बाद सीबीआई ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के एक वरिष्ठ अधिकारी और उसके दो एजेंट के साथ मिलकर एक शिकायतकर्ता से कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल एनआईए के आधिकारिक बयान के अनुसार आरोपी की पहचान एनआईए की पटना शाखा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक अजय प्रताप सिंह के रूप में हुई है। पूरे मामले में बताया गया कि सीबीआई को गुप्त सूचना मिली थी। रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने एनआईए के पटना शाखा के एक जांच अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
जिसके बाद सीबीआई ने प्राप्त सूचनाओं की जांच करने के बाद एनआईए के साथ मिलकर त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और डीएसपी अजय प्रताप सिंह को उनके 2 अन्य एजेंटों के साथ गया के मगध विश्वविद्यालय के समीप से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एनआइए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह यूपी के चंदौली के रहने वाले हैं। अब सीबीआई और एनआइए के सीनियर अधिकारी घुस लेते गिरफ्तार डीएसपी के कार्यकाल को खंगाल रही है।