निक्षय मित्र योजना – डाॅ अंजू सिंह ने 30 टीबी मरीजों के बीच फूड पैकेट का किया वितरण
संस्था की संचालिका सह समाजसेवी डॉ अंजू सिंह टीबी मुक्त अभियान में निभा रही हैं अग्रणी भूमिका: स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज
निक्षय मित्र बन निभाएं अपनी जिम्मेदारी: डॉ अंजू सिंह
श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):
केंद्र सरकार देश से वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त अभियान का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस अभियान से जुड़कर ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संचालिका डॉ अंजू सिंह के द्वारा विगत एक वर्षों से छपरा शहर के विभिन्न मोहल्लों सहित एकमा प्रखंड से टीबी रोगियों को बुलाकर पौष्टिक आहार खाने के लिए पोषाहार का वितरण करते आ रहीं हैं। क्योंकि यह शहर ही नही बल्कि यूपी के जौनपुर में भी टीबी मरीजों को गोद लेकर सतत प्रयत्न शील संस्था के रूप में कार्य करते आ रहीं हैं। साथ ही टीबी मरीजों को संस्था की ओर से जागरूक भी किया जाता है। उक्त बातें छपरा शहर की सामाजिक संस्था ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा तीसरी बार 30 टीबी मरीजों के बीच फूड पैकेट वितरण समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने कही।
संस्था द्वारा गोद लिए गए टीबी रोगियों के लिए साधनापुरी स्थित कार्यालय परिसर में आयोजित पौष्टिक आहार वितरण समारोह का विधिवत उद्घाटन रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज, ठाकुर बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापक सचिव डॉ अंजू सिंह, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र रस्तोगी, आश्रम से जुड़े प्रो डॉ बाल्मिकी कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। वहीं आगत अतिथियों को श्रेया सिंह के द्वारा स्वागत गान जबकि संस्था की सचिव डॉ अंजू सिंह द्वारा शॉल और बुके से सम्मानित किया गया। जबकि इस अवसर पर जेपीएम की प्राध्यापिका डॉ अंबिका श्रीवास्तव, डॉ आभा सिंह, चंदन कुमार, सुमन सिंह, द्वारिकाधीश, कविता पटेल, सुभाष सिंह, राजेश सिंह, प्रिंस कुमार, पवन पटेल, पुष्पा देवी, शबनम सहित संस्था के कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।
निक्षय मित्र बन निभाएं अपनी जिम्मेदारी: डॉ अंजू सिंह
ठाकुर बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापक सचिव डॉ अंजू सिंह ने उपस्थित आमजनों से अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गयी निक्षय मित्र योजना एक सार्थक एवं सकारात्मक पहल है। जिससे टीबी रोगियों की उपचार में सहायता मिलती हैं। क्योंकि इलाजरत मरीजों के पोषण की जरूरतें पूरी होती हैं। इससे आमजन के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं भी कदम बढ़ाकर टीबी उन्मूलन अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं। आगे उन्होंने यह भी कहा कि जनवरी 2023 में 21 मरीज, जुलाई में 21 मरीजों को प्रत्येक महीने पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट का वितरण किया जा चुका है। जिस कारण सभी मरीज पूरी तरह से टीबी जैसी बीमारी को हरा कर टीबी चैंपियन बन चुके है। उसके बाद आज फिर नववर्ष के उपलक्ष्य में 30 नए टीबी मरीजों को फूड पैकेट दिया गया है।
पौष्टिक आहार के लिए टीबी रोगियों को पोषण के लिए दी जाती है प्रोत्साहन राशि: डीपीसी
यक्ष्मा विभाग के डीपीसी हिमांशु शेखर ने कहा कि टीबी रोगियों की पहचान के लिए सदर अस्पताल में बलगम जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उसके बाद पौष्टिक आहार खाने के लिए टीबी रोगियों को उनके इलाज के दौरान बेहतर पोषण के लिए प्रति माह 500 रुपए की धनराशि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाती है। हालांकि टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन को बढ़ाने के लिए किसी आम व्यक्ति, निजी अस्पतालों एवं निजी चिकित्सकों को टीबी रोगियों की जानकारी देने पर प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है।
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