नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए-जीतन राम मांझी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार देने की मांग की है। विधानसभा में उन्होंने इसकी मांग की।
जीतन राम मांझी ने कहा कि श्री कृष्ण बाबू के बाद नीतीश कुमार ने बिहार का मान बढ़ाया है। विकास के जो निरंतर काम मुख्यमंत्री ने किए और किसे नहीं किया है। बिहारी कहलाना पहले शर्म की बात थी, लेकिन अब गर्व की बात है। इसलिए हम सदन के माध्यम से मांग करते हैं कि नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार मिले।
जीतन मांझी ने सदन के माध्यम से नीतीश कुमार से बिहार में आरक्षण आयुक्त की पूर्ण बहाली करने की मांग भी की।
इससे पहले सदन में आज राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। महागठबंधन के विधायकों और विधान पार्षदों ने सदन के बाहर काली पट्टी बांधकर प्रोटेस्ट किया गया। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है।
इधर, बिहार में बढ़ी बिजली दरों को लेकर बीजेपी विधायकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सदन के अंदर भी विधायकों ने सरकार को घेरा। विधायक बिजली दरों को बढ़ाने का फैसला वापस लेने की मांग को लेकर वेल में पहुंच गए। इसके बाद कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बढ़े हुए बिजली बिल का मसला उठाया। उन्होंने कहा कि मंत्री से पहले बात क्लियर करवाई जाए। बिहार के लोगों से मजाक हो रहा है। इतनी महंगी बिजली से इंडस्ट्रीज कैसे चलेगी? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्सी के लिए समर्पण कर चुके हैं। इसलिए बिजली बिल में बढ़ोतरी कर जनता पर बोझ डाला है।
इससे पहले उन्होंने सदन में हंगामे पर कहा कि एकतरफा सदन चलाने से क्या फायदा? सत्ता पक्ष के लोग भी बेल में आकर नारा लगा रहे हैं। लोकतंत्र की खूबसूरती कहीं से नहीं दिखती है। हमारे संविधान और संवैधानिक संस्था का सम्मान करना चाहिए।
पुलिसिंग को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने उठाए सवाल
सदन में पुलिसिंग को लेकर सवाल उठा। सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही सरकार पर सवाल उठा दिए। असल में एक मामले को लेकर मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि अगर थानेदार FIR नहीं कर रहे हैं तो DSP से शिकायत कीजिए। कोर्ट में जाइए।
इसपर सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि थानेदार नहीं सुनते हैं। इसके बाद राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने भी कहा कि बिना चढ़ावा के FIR नहीं लिखी जाती है या पैरवी का इंतजार किया जाता है। इस लापरवाही के लिए दोषी पुलिस पदाधिकारी को सस्पेंड किया जाए।
कहा कि बिना FIR के ही लोगों को लॉकअप में रखा जाता है, जो गलत है। आसन इस मामले को खुद भी देखे। इसके बाद मंत्री ने कहा कि अगर कहीं इस तरह की शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी। एसपी को निर्देशित दिया जाएगा।
विधायक भाई वीरेंद्र ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बेटी होने की जानकारी सदन को दी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उन्हें शुभकामनाएं दी। साथ ही सदन की तरफ से भी शुभकामनाएं दी।
विधायक ज्योति देवी के सवाल पर सदन में गूंजे ठहाके
प्रश्नकाल के दौरान हम पार्टी के विधायक ज्योति देवी ने कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर सवाल किया था। जिसका जवाब सरकार ने दिया था, लेकिन वो देख नहीं सकी थीं। इस पर स्पीकर ने कहा कि सरकार पूरा जवाब पढ़ दें। स्पीकर के निर्देश पर गृह विभाग के प्रभारी मंत्री बिजेंद्र यादव ने जवाब देने के लिए खड़ा हुए, लेकिन ज्योति देवी अपना सवाल करती रही।
इसके बाद राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि यह सदन की समधन हैं। इसके बाद पूरे सदन में ठहाका गूंजने लगा। मंत्री बिजेंद्र यादव ने भी कहा कि यह समधन हैं, लेकिन सुनती ही नहीं हैं। बता दें कि ज्योति देवी पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के रिश्ते में समधन लगती हैं। इससे उन्हें सदन में विधायक समधन ही बोलते हैं।
सांसदों को सामूहिक इस्तीफा दे देना चाहिए
राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के मामले पर राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि इसके विरोध में विपक्ष के सभी सांसदों को सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देना चाहिए। जब उनसे कहा गया कि कांग्रेस के नेता आपके विचार से सहमत नहीं हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा विचार निजी हैं, लेकिन अक्सर हम देखते हैं कि लोग कुछ दिनों के बाद मेरी कही बातों पर अमल करते हैं।
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