नीतीश कुमार वक्त रहते रिटायर हो जाएं, इसी में भलाई है-प्रशांत किशोर

नीतीश कुमार वक्त रहते रिटायर हो जाएं, इसी में भलाई है-प्रशांत किशोर

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

नीतीश कुमार आज यानी बुधवार से बिहार में समाधान यात्रा पर निकले हैं. उनकी इस यात्रा के शुरू होने से पहले ही विभिन्न राजनैतिक दल अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. किसी जमाने में नीतीश कुमार के सहयोगी रहे और बिहार में जन सुराज पदयात्रा कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की यात्रा पर तंज कसते हुए नसीहत भी दी है.

प्रशांत ने कहा कि बिहार में नीतीश जी कि जो यात्रा है वो पेपर पर उनकी 14वीं यात्रा है. प्रशासनिक काम को वह यात्रा का नाम दे रहे हैं. नीतीश कुमार एक दिन पश्चिम चंपारण (बेतिया) में रुकेंगे, जिसमें कुछ सरकारी अफसरों और सेलेक्टेड लोगों से मिलेंगे. अगले दिन वो मोतिहारी और उसके बाद शिवहर, सीतामढ़ी जाएंगे.

पीके ने कहा कि इस यात्रा का जनता से कोई सरोकार नहीं है. नीतीश कुमार उन्हीं अफसरों से मिलेंगे जिनसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पटना से बात करते हैं. मुझे तो जितने लोग मिल रहे हैं वो बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के आने से पहले प्रसाशन द्वारा लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि क्या बोलना है, क्या नहीं बोलना है. पटना से किसी दूसरे जिलों में उड़ कर आना और फिर रात में पटना चले जाना इसे आप यात्रा कैसे बोल सकते हैं ? मुख्यमंत्री का सरकारी बंगले से निकल जाने को यात्रा नहीं कहा जा सकता है.

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है तो अपने पसंद के ही किसी एक गांव में सरकारी अमले के साथ भी पैदल चलकर दिखा दें. नीतीश कुमार पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस में बैठ कर सिर्फ समीक्षा बैठक हो सकती है. नीतीश कुमार अब उम्र के इस पड़ाव पर सामाजिक, राजनीतिक तौर पर अकेले पड़ गए हैं, जहां वो इस आशा में हैं कि किसी तरह जनता की आंखों में धूल झोंक कर वोट हासिल कर लें और सत्ता में बने रहें. नीतीश कुमार को मालूम है कि इस बार अंतिम है, इसके बाद उनके लिए कुछ नहीं बचा है. समय रहते रिटायर हो जाएं, इसी में उनकी भलाई है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार यात्रा पर निकल रहे हैं। उनकी यह समाधान यात्रा 5 जनवरी से पश्चिमी चंपारण बेतिया से शुरू होगी। 29 जनवरी को इस पहले चरण का यात्रा लखीसराय में समाप्त होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी कामकाज का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुताबिक मौके पर पहुंचकर सरकार के विकास का जायजा लेंगे। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री विभागीय बैठक करेंगे।

इस यात्रा पर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस समाधान यात्रा को व्यवधान यात्रा बताया है। तो नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, नीतीश कुमार हमेशा पिकनिक मनाने के लिए यात्रा पर निकलते हैं।

राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि नीतीश कुमार अब तक बिहार के विकास में व्यवधान डालते आ रहे हैं। इस बार भी वह अपने व्यवधान यात्रा के तहत निकले हैं। लगातार शराबबंदी से लोग मर रहे हैं। उनकी नीति की वजह से व्यवधान पड़ रहा है। ऐसे में उनकी जो यात्रा है, वह बिहार के विकास में व्यवधान है।

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कसा तंज

यात्रा पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, नीतीश कुमार हमेशा पिकनिक मनाने के लिए यात्रा पर निकलते हैं। यदि उनके अंदर सही में ताकत और हिम्मत हैं तो राज्य के अंदर शराब पीड़ित परिवार, अपराध से पीड़ित परिवार के लोगो से जाकर मुलाकात करें।नीतीश कुमार हमेशा अपने फ़ायदे को लेकर यात्रा करते है।

पहले चरण में 17 जिलों की यात्रा

पहले चरण की यात्रा में नीतीश कुमार 17 जिलों में यात्रा करेंगे। हालांकि नीतीश कुमार आज ही यात्रा पर निकल जाएंगे लेकिन, विधिवत उनकी यात्रा 5 जनवरी से शुरू होगी और पहले चरण में आए शेड्यूल के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 जनवरी तक में दो बड़े गैप लेंगे।

13 जनवरी से लेकर 16 जनवरी तक मुख्यमंत्री पटना में रहेंगे। वही, 23 जनवरी से लेकर 27 जनवरी तक मुख्यमंत्री पटना में रहेंगे। बाकी दिन वह समाधान के दौरान जिलों के भ्रमण में रहेंगे। अभी तक मंत्रिमंडल सचिवालय से मुख्यमंत्री का 29 जनवरी के बाद का कार्यक्रम नहीं आया है। माना जा रहा है कि वह यात्रा का दूसरा चरण होगा।

इस बिहार यात्रा के दौरान शराबबंदी, बाल विवाह,दहेज प्रथा जैसे सामाजिक कुरीतियों पर भी जागरूकता अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह 14वीं बिहार यात्रा है।हालांकि इस यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री राजनीति भी साधेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी राजनैतिक यात्राओं से काफी फायदा हुआ है। लोगों से संपर्क साधते हैं। लोगों वन टू वन मिलते हैं।

समाधान यात्रा के पहले चरण का पूरा शेड्यूल

4 जनवरी 2023, बुधवार : पश्चिमी चम्पारण (बेतिया)

5 जनवरी 2023, बृहस्पतिवार : पश्चिमी चम्पारण (बेतिया)

6 जनवरी 2023, शुक्रवार : शिवहर और सीतामढ़ी

7 जनवरी 2023, शनिवार : वैशाली

8 जनवरी 2023, रविवार : सीवान

9 जनवरी 2023, सोमवार : सारण (छपरा)

11 जनवरी 2023, बुधवार : मधुबनी

12 जनवरी 2023, बृहस्पतिवार : दरभंगा

17 जनवरी 2023, मंगलवार : सुपौल

18 जनवरी 2023, बुधवार : सहरसा

19 जनवरी 2023, बृहस्पतिवार : अररिया

20 जनवरी 2023, शुक्रवार : किशनगंज

21 जनवरी 2023, शनिवार : कटिहार

22 जनवरी 2023, रविवार : खगड़िया

28 जनवरी 2023, शनिवार : बांका

29 जनवरी 2023, रविवार : मुंगेर और लखीसराय

प्रभारी मंत्री भी रहेंगे मौजूद

समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री जिन जिलों में यात्रा करेंगे वहां समीक्षात्मक बैठक करेंगे। उस जिले के प्रभारी मंत्री, निवासी मंत्री, जिला पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा उक्त बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी और निर्धारित विभागों के मुख्य सचिव, प्रधान सचिव मौजूद रहेंगे।

हालांकि, इस समीक्षात्मक बैठक में पदाधिकारी और मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भी भाग ले सकते हैं। वही मुख्यमंत्री के इस समीक्षात्मक बैठक में सांसद, विधायक और पार्षद को यह छूट दी गई है कि उनकी इच्छा पर निर्भर करता है कि वह शामिल हो या ना हो।

Leave a Reply

error: Content is protected !!