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नीतीश ने PM मोदी की तारीफ... और ताकते रह गए ललन सिंह,क्यों? - श्रीनारद मीडिया

नीतीश ने PM मोदी की तारीफ… और ताकते रह गए ललन सिंह,क्यों?

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क्या फिर बाजी पलटने जा रहे हैं मुख्यमंत्री?

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में सियासी हलचल तेज है। नीतीश कुमार को लेकर अटकलबाजी का दौर भी जारी है। वहीं, बुधवार को कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी पर नीतीश कुमार और ललन सिंह के बीच फिर खटास देखने को मिली। ललन सिंह ने नीतीश कुमार का मंच से कई बार नाम लिया, लेकिन नीतीश ने ललन सिंह का एक बार फिर जिक्र नहीं किया।

जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री बनने के समय से ही वह जननायक को भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए विधानसभा से प्रस्ताव पारित किया गया।

‘इसका श्रेय नीतीश कुमार को जाता है’

ललन सिंह ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने भी इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूर कर केंद्र सरकार को भेजा। देर से ही सही जननायक को यह सम्मान मिल गया। इसका श्रेय नीतीश कुमार को जाता है।

ललन सिंह ने कहा कि जननायक का निधन सिर्फ 64 वर्ष की उम्र में हो गया था। वह हमारे बीच नहीं हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार उनके सपनों को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। जाति आधारित गणना के बाद पिछड़े-अति पिछड़े को अधिकार संपन्न बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कड़ाके की ठंड के बाद भी समारोह में भारी भीड़ पर प्रशन्नता व्यक्त की।

ललन ले रहे नीतीश का नाम, मगर मंच पर हो गया ‘खेला’

आपको बता दें कि ललन सिंह ने बुधवार को पटना में आयोजित रैली में कई बार नीतीश कुमार का नाम लिया। नीतीश कुमार को कर्पूरी ठाकुर को मिले ‘भारत रत्न’ के लिए श्रेय भी दिया, लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में एक बार फिर उनका नाम नहीं लिया। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी का भी धन्यवाद कर दिया और तारीफ तक की। हालांकि, अपने पूर्व अध्यक्ष का जिक्र करना भूल गए।

स्टेज पर जदयू के 22 दिग्गज नेता मौजूद थे। सीएम नीतीश ने सभी नेताओं का नाम लिया, लेकिन ललन सिंह का एक बार भी जिक्र नहीं किया। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नीतीश और ललन के रिश्तों में खटास बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

नीतीश कुमार ने इन नेताओं का किया जिक्र

नीतीश कुमार ने मंच से संबोधन में उमेश कुशवाहा, धर्मेंद्र चंद्रवंशी, रामनाथ ठाकुर, नारायण सिंह, केसी त्यागी, मंगनीलाल मंडल, विजेंद्र याजव, विजय चौधरी, महेश्वर हजारी, अली अशरफ फातमी, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, शीला मंडल, जमां खान, जयंत राज, सुनील कुमार, रत्नेश सदा, सुमीत कुमार, हरि नारायण सिंह और नरेंद्र यादव का जिक्र किया।

ऐसे में अब इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों का समय भी नजदीक आ रहा है और इन दिनों बिहार की सियासी आबोहवा कुछ-कुछ वैसी ही बनी हुई है। यही वजह है कि सियासी गलियारों में नीतीश कुमार के ‘मन’ की थाह लेने के कयास और प्रयास जारी हैं।

इतना ही नहीं, बीते 24 घंटे में नीतीश कुमार ने ऐसे तीन संकेत भी दिए हैं, जिनसे एक बार फिर उनके बड़ा कदम उठाने के कयास तेज हो गए हैं।

पहला : अचानक राज्यपाल से मिलने पहुंचना

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात करने के लिए अचानक राजभवन पहुंच गए थे। उनकी यह मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली थी। इस घटनाक्रम ने सियासी कयासों को हवा दे दी थी। अब सवाल यह है कि नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने के लिए क्यों राजभवन गए थे।

दूसरा : सोशल मीडिया पर पोस्ट डिलीट की

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर लगाए जा रहे कयासों का दूसरा संकेत उनकी सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर लगाया जा रहा है। दरअसल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले को लेकर नीतीश ने एक सोशल मीडिया मंगलवार रात साझा की थी।

इस पोस्ट को उन्होंने डेढ़ घंटे के अंदर डिलीट कर दिया और उसके बाद नई पोस्ट साझा की। इनके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि नीतीश की इन सोशल मीडिया पोस्ट में क्या था?

तीसरा : परिवारवाद पर साधा निशाना

इसके बाद नीतीश कुमार पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर बुधवार को उनके पैतृक गांव समस्तीपुर के कर्पूरीग्राम पहुंचे थे। यहां उन्होंने राजनीति में परिवारवाद को लेकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने कई ऐसी बातें कहीं, जिनसे तीसरा संकेत मिलता है कि नीतीश कुमार कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती पर यह सर्वोच्च सम्मान दिए जाने की घोषणा दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। वह हमेशा से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते रहे हैं। आज कर्पूरी ठाकुर को दिए जाने वाले इस सम्मान से उन्हें खुशी मिली है।

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, “बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कई मौकों पर ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर के लिए भारत रत्न की मांग की थी। जिसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पूरा करने जा रही है।”

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