अब स्वास्थ्य संस्थानों के ओपीडी में आने वाले प्रत्येक मरीजों की होगी कोविड-19 की जांच: सिविल सर्जन
• उपाधीक्षक समेत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दिया निर्देश
• तीसरी लहर की आशंकाओं को लेकर अलर्ट मोड में है स्वास्थ्य विभाग
• मरीज के साथ आने वाले परिजनों की भी होगी जांच
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)
छपरा जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। ऐसे में तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है। इसी कड़ी में सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य संस्थानों के ओपीडी में आने वाले मरीजों व परिजनों की कोविड की जांच की जायेगी।
सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि कोविड तृतीय लहर की संभावना को देखते हुए सर्विलांस बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिये आवश्यक है कि कोविड जाँच की संख्या में वृद्धि लायी जाये। अतः आप निदेशित हैं कि ओ०पी०डी एवं अन्य विभागों में आने वाले मरीजों को कोविड जाँच की परामर्श देते हुये जाँच करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही यथासंभव उनके परिजनों की भी जाँच करवाएं । स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह सभी तैयारी राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आहट से पहले पूरी कर ली जाएगी, ताकि बिहार जैसे राज्य में स्थिति को समय रहते ही संभाला जा सके।
हर परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार है स्वास्थ्य विभाग:
सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कोरोना की दूसरी लहर के समय से ही कोविड टीकाकरण कार्यक्रम जारी है। जो विभिन्न चरणों से गुजरते हुए अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को दिया जा रहा है। वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के बहुत से लोग कोविड- 19 का टीका लगवा चुके हैं। किन्तु अभी तक 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन नहीं आयी है। इसलिए संभावना व्यक्त की जा रही है। यदि कोरोना की तीसरी लहर आयेगी तो यह 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के लोगों को आसानी से संक्रमित कर पायेगी। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए संभावित कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में लगा हुआ है।
वेंटिलेटर संचालन को लेकर दी जा रही ट्रेनिंग:
सिविल सर्जन ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंभीर रोगियों के लिए वेंटिलेटर की जरूरत अधिक महसूस की गई। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य में ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड एवं वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था को मजबूत किया गया है। कोविड से संक्रमित अधिकांश व्यक्ति होम आइसोलेशन या कोविड केयर सेंटर में सामान्य उपचार से स्वस्थ हो जाते हैं, लेकिन कुछ गंभीर रोगियों को ऑक्सीजन एवं अन्य सपोर्टिव ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है। सदर अस्पताल में वेंटिलेटर की उपलब्धता की गयी है। साथ ही वेंटिलेटर के संचालन को लेकर नर्सों, मेडिसिन, चिकित्सकों, एनेस्थेसिया आदि फैकल्टी को इस वर्ष के मई एवं जून महीने में कई चरणों में प्रशिक्षण भी दिया गया है।
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