बिहार में अब नहीं कटेगी बिजली,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में औरंगाबाद के नवीनगर में स्टेज दो के तहत बनने वाले अति आधुनिक (अल्ट्रा क्रिटिकल) बिजली घर से बिहार को 1500 मेगावाट बिजली मिलेगी। गुरुवार को बिजली कंपनी ने इस बाबत एनटीपीसी को औपचारिक पत्र भेज दिया और साथ में करार भी कर लिया। इसके साथ ही नवीनगर में बिहार के पहले अति आधुनिक बिजली घर के बनने का रास्ता भी साफ हो गया। यहां से मिलने वाली बिजली भविष्य में बिहार की जरूरतों को पूरा करेगी।
नवीनगर में पहले 660 मेगावाट की तीन इकाई का निर्माण होना था। उस समय बिहार सरकार ने एनटीपीसी से 1485 मेगावाट बिजली लेने का करार किया था। इसी बीच बिहार सरकार के अनुरोध पर यहां 800 मेगावाट की तीन इकाई बनाने का निर्णय लिया गया। ऐसे में बिजली कंपनी को नये सिरे से बिजली लेने का औपचारिक पत्र भेजकर करार करना था। चूंकि बिहार में ही बिजली घर बन रहा है, इस कारण उत्पादन वाले राज्य को प्राथमिकता दी जाती है। पहले से करार किये जाने के कारण बिहार की दावेदारी भी अधिक बन रही थी।
इसी के आलोक में एनटीपीसी ने तीन महीने पहले ही बिजली कंपनी से राय (कंसेंट) मांगी थी। इसी बीच देश के अन्य राज्यों ने नवीनगर से बिजली लेने का पत्र भेजना शुरू कर दिया। असम ने 200 मेगावाट, पश्चिम बंगाल ने 400 मेगावाट, उत्तरप्रदेश ने 252 तो राजस्थान ने 1000 मेगावाट बिजली लेने की इच्छा जतायी है। अब बिहार ने भी अपनी दावेदारी कर दी। बिजली कंपनी के मुख्य अभियंता मुर्तजा हेलाल की ओर से एनटीपीसी दिल्ली को पत्र भेज दिया गया।
तीनों यूनिट से 500-500 मेगावॉटड बिजली लेगा बिहार
बिहार ने नवीनगर में बनने वाली तीनों इकाई से 500-500 मेगावाट बिजली की मांग की है। गुरुवार को ही बिजली कंपनी ने एनटीपीसी के साथ पूरक पावर परचेज एग्रीमेंट भी कर लिया। एनटीपीसी के सहायक महाप्रबंधक मनीष जैन और बिजली कंपनी के मुख्य अभियंता मुर्तजा हेलाल, पुरुषोत्तम प्रसाद और दीपक कुमार ने करार पर हस्ताक्षर किया।
ऊर्जा मंत्रालय जल्द जारी करेगा कोटा
बिहार सहित अन्य राज्यों की मांग पर ऊर्जा मंत्रालय की ओर से जल्द ही औपचारिक रूप से कोटा जारी हो जायेगा। नवीनगर में बिजली घर बनाने को टेंडर जारी हो चुका है। जल्द ही निर्माण एजेंसी का चयन कर लिया जायेगा। इसको बनाने में लगभग 22 हजार करोड़ का खर्च आने की उम्मीद है। अल्ट्रा क्रिटिकल यानी अति आधुनिक इस बिजली घर की विशेषता होगी की जहां दूसरे बिजली घर में जितना कोयले से बिजली उत्पादित होती है, नवीनगर में उतना ही कोयला से 10-12 फीसदी बिजली अधिक उत्पादित होगी।
मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही शुरू हो जाएगा स्टेज दो का काम
एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन के अनुसार इसी वित्तीय वर्ष में नवीनगर स्टेज दो का काम शुरू हो जायेगा। तीन सालों में यहां से बिजली उत्पादित होने लगेगी। औरंगाबाद देश के चुनिंदा जिलों में शामिल हो गया है जो पावर हब बन गया है। नवीनगर में रेलवे के साथ साझे उपक्रम में 1000 मेगावाट का बिजली घर है जहां से बिहार को 100 मेगावाट बिजली मिलती है। स्टेज एक में 660 मेगावाट की तीन इकाई चालू है और यहां से बिहार को 1680 मेगावाट बिजली मिल रही है। अब 800 मेगावाट की तीन इकाई बन रही है और इसमें से बिहार को 1500 मेगावाट बिजली मिलेगी।
क्या कहते हैं मंत्री?
नवीनगर बिजली घर से 1500 मेगा वाट बिजली मिलेगी। इससे भविष्य में बिहार में होने वाली बिजली की खपत को पूरा करने में सुविधा होगी। – बिजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री, बिहार सरकार