NSG कमांडो की सड़क हादसे में मौत.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
झारखंड के चाईबासा-जमशेदपुर मार्ग के खप्परसाई-जेएमपी पर बने रेल ओवरब्रिज पर डंपर की पचेट में आने से एनएसजी कमांडो पोरेश बुड़ीउली (31 वर्ष) व उनके ममेरे भाई राजा तियू (21 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गयी. ये घटना बीती रात करीब 11.15 बजे की है. एनएसजी कमांडो पोरेश पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की सुरक्षा में तैनात थे. वे इस हादसे से करीब 7 घंटे पूर्व ही दिल्ली से चाईबासा पहुंचे थे. ये दोनों बाइक से बाजार की ओर जा रहे थे. डिलियामिर्चा गांव से खप्परसाई गांव अवस्थित रेलवे ओवरब्रिज पर पहुंचे. तभी तेज रफ्तार डंपर ने अपनी चपेट में ले लिया.
दोनों के सीने व पेट पर डंपर का पहिया चढ़ने से मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं बाइक भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी. बाइक का दोनों पहिया चकनाचूर हो गया है. घटना के करीब 15 मिनट बाद ही खप्परसाई में रात्रि गश्ती कर रही मुफस्सिल थाना पुलिस मौके पर पहुंची व शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया. आसपास के लोगों की मानें तो जिस समय यह हासदा हुआ, उस समय नो इंट्री खुलने के कारण मालवाहक वाहनों का रेला लगा हुआ था. बाइक एनएसजी कमांडो के ममेरा भाई राजा तियू चला रहा था और दोनों ने हेलमेट नहीं पहना था.
यह हादसा दीपावली की रात उस समय हुआ, जब शहर में नो इंट्री लगी थी. ऐसे भी दीपावली के कारण रातभर भारी वाहनों के लिए नो इंट्री रखी गई थी. बावजूद सड़क पर बने चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों के द्वारा पैसे लेकर भारी वाहनों को नो एंट्री में अवैध तरीके से पार कराया जा रहा था, जिसके कारण एक बड़ा हादसा हो गया. इस घटना को लेकर स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोशित हैं. वहीं मृतक के घर में दीपावाली की खुशियां मातम में तब्दील हो गई हैं. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पोरेश दीपावली की छुट्टी में गुरूवार को फ्लाइट से दिल्ली से रांची पहुंचे थे. इसके बाद यात्री बस से शाम 4 बजे चाईबासा पहुंचे थे, जहां पहले से उनके बड़े भाई संजय कुमार बुड़ीउली उनके आने का इंतजार कर रहे थे. इसके बाद संजय कुमार बुड़ीउली को लेकर वे डिलियामिर्चा स्थित घर पहुंचे. घर पहुंचने के करीब एक घंटे बाद बाद पोरेश बुड़ीउली ने पत्नी व बच्चों के साथ दीवावली की पूजा की व खुशियां मनायीं. फिर पोरेश बुड़ीउली अपने ममेरे भाई के साथ दोस्तों से मिलने के लिये निकल गये. काफी देर तक घर नहीं लौटने के कारण पोरेश बुड़ीउली की पत्नी शुरू कुमारी बुड़ीउली ने रात करीब 10.28 बजे उन्हें फोन किया, जिस पर पोरेश बुड़ीउली ने कहा कि रास्ते में हैं व घर पहुंच रहे हैं.
पोरेश बुड़ीउली ने वर्ष 2010 में सीआरपीएफ 192 बटालियन में नौकरी ज्वाइन की थी व ट्रेनिंग के बाद वे एनएसजी में चले गये. उनकी गोडलीन व एलीन क्रमश: सात साल व 4 साल की दो बेटियां हैं. पोरेस बिरूली की पत्नी शुरू कुमारी झींकपानी प्रखंड में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी में प्रोग्राम ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं. घटना की जानकारी शुरू कुमारी बुड़ीउली को शुक्रवार की सुबह हुयी. इसके बाद उसका रो- रो कर बुरा हाल है. पोरेश की बहन व भाई के साथ गांव के लोग सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम को उनके पति 3 दिन की छुट्टी पर घर आये थे. थोड़ी देर घर में रहने के बाद मामा के लड़के के साथ दीपावली देखने के लिए शहर आ गये थे. तभी ये हादसा हुआ.