काशी हिंदू विश्वविद्यालय परीक्षा कार्यक्रम जारी करने की मांग के साथ नर्सिंग के छात्रों ने शुरू किया धरना-प्रदर्शन
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में विवादों का साया जैसे घर कर चुका है। ताज़ा मामला बीएचयू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कॉलेज ऑफ नर्सिंग का है। यहां के छात्र सोमवार की सुबह एक बार फिर कालेज के गेट पर धरने पर बैठ गए। छात्रों की मांग है कि हमारा जो एजुकेशन शेड्यूल लेट हुआ है वह सही करते हुए हमारा परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जाए साथ ही पूर्व में जो हमें आंतरिक आरक्षण बीएचयू में नर्सिंग अधिकारी के पद के लिए आने वाली रिक्तियों के लिए दिया जाता था उसे बहाल किया जाए। छात्रों ने बताया कि साल 2009 तक नर्सिंग छात्रों को आंतरिक आरक्षण दिया गया था।
इस सम्बन्ध में प्रदर्शन कर रहे बीएससी नर्सिंग फोर्थ समेस्टर संतोष कुमार ने बताया कि हम लोग साल 2016 से मांग कर रहे हैं पर कुछ मांगे आज भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरा नहीं किया है। भारतीय नर्सिंग परिषद् और विश्विद्यालय अनुदान आयोग द्वारा दी गयी समयावधि के बावजूद हमारा परीक्षा कार्यक्रम नहीं घोषित किया जा रहा है। हमारी मांग है कि नवम्बर 2021 तक हम लोगों की परीक्षा कराई जाए और दिसंबर 2021 तक परिणाम दिया जाए ताकि हम लोग आगे दुसरे नर्सिंग कालेजों में एमएससी या पीएचडी के लिए एडमिशन ले सकें।
इसके अलावा संतोष ने बताया कि हम लोगों की एक बड़ी मांग आरक्षण की है। बीएचयू अस्पताल में साल 2009 के पहले तक नर्सिंग स्टूडेंट्स को भी आरक्षण मिलता था नर्सिंग अधिकारी के पद पर ऐसे में आने वाले समय में आने वाली रिक्तियों में एक बार फिर इस आरक्षण को बहाल किया जाए।