आंगनवाड़ी सेविकाओं को दिया गया पोषण ट्रैकर एप्प का प्रशिक्षण
पोषण ट्रैकर एप से आसान होगी आंगनबाड़ी केंद्रों की मॉनिटरिंग:
मोबाइल एप में अपलोड होगी सभी गतिविधियाँ
श्रीनारद मीडिया, कटिहार, (बिहार):
कटिहार जिले में कोरोना संक्रमण काल में भी आईसीडीएस से संबंधित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार व आंगनबाड़ी केंद्रों के अनुश्रवण (मॉनिटरिंग) को सहज व प्रभावकारी बनाने के लिए विभागीय स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों की सतत निगरानी व अनुश्रवण के लिये नया मोबाइल एप्लीकेशन जारी किया गया है। पोषण ट्रैकर नाम के इस एप के उपयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत मूल्याकंन व निगरानी आसान होगा। पोषण ट्रैकर एप्प के उपयोग की जानकारी देने के लिए आईसीडीएस द्वारा जिले की सभी प्रखंड की सेविकाओं को पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर के भीएलई द्वारा पोषण ट्रैकर एप्प की एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
पोषण ट्रैकर एप्प से आसान होगा पोषण कार्यक्रम की निगरानी:
आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) बेबी रानी ने बताया स्थानीय स्तर पर सेविकाओं द्वारा की जा रही सभी पोषण गतिविधियों की जानकारी पोषण ट्रैकर एप्प में अपलोड की जाएगी। उक्त जानकारी को जिला, राज्य स्तर पर सभी अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से निरक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत जिले की सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्मार्ट फोन पूर्व में ही उपलब्ध कराया जा चुका है। एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों द्वारा सेविकाओं को पोषण ट्रैकर एप्प इनस्टॉल करते हुए उसे उपयोग करने की जानकारी दी गई है। सभी पंचायत में हो रहे प्रशिक्षण का आईसीडीएस सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा निरक्षण करते हुए सेविकाओं को एप्प का उपयोग करते हुए सभी जानकारी उसमें अपलोड करने का भी निर्देश दिया गया है। डीपीओ ने बताया कि पोषण ट्रैकर एप्प में अबतक 95 प्रतिशत लाभार्थियों को जोड़ा जा चुका है।
मोबाइल एप में अपलोड होगी सभी गतिविधियाँ:
राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्यवक अनमोल गुप्ता ने बताया इस एप के आने से रियल टाइम मॉनिटरिंग की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी। उक्त एप्प द्वारा सेविकाएँ क्षेत्र में उपस्थित नवजात शिशुओं, गर्भवती-धात्री महिलाओं, उनके पोषण व स्वास्थ्य की जानकारी, टीएचआर का वितरण, बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिंग आदि तमाम जानकारी एप पर दर्ज करेंगी। एप्प के माध्यम से कुपोषण से संबंधित मामलों को सूचीबद्ध करना आसान होगा। एप्लीकेशन के माध्यम से आंगनबाड़ी क्षेत्रों में गर्भवती व धात्री महिलाओं, 0 से 03 वर्ष के बच्चे, 03 से 06 वर्ष के बच्चे, किशोर-किशोरियों के साथ ही आंगनवाड़ी पोषक क्षेत्र के अनाथ बच्चों व उनसभी के स्वास्थ्य की जानकारी सेविकाओं द्वारा अपलोड किया जाएगा व विभाग द्वारा नियमित उसकी सतत निगरानी की जाएगी।
पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करने का निर्देश:
आईसीडीएस निदेशालय बिहार सरकार द्वारा पूर्व में ही पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड किया जाना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया था। इस दौरान कोविड संक्रमण के कारण सेविकाओं को पोषण ट्रैकर एप्प के प्रशिक्षण में विलंब हो रही थी। अब चुकी संक्रमण की संख्या घट रही है ऐसे में सभी आंगनवाड़ी सेविकाओं को आईसीडीएस द्वारा पोषण ट्रैकर एप्प का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे कि सेविकाएँ अपने क्षेत्र के गतिविधियों को पोषण ट्रैकर एप्प में अपलोड कर सके।
यह भी पढ़े
बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप
#सुगौली :- सिकरहना नदी का जल स्तर बढ़ने से गांव वालों में है दहशत का माहौल
सीमा पर मात खाने के बाद भारत पर हमले के लिए खतरनाक कदम उठा रहा चीन.
ट्रक के धक्के से घायल युवक की इलाज के क्रम में मौत, घर में पसरा मातम