BPSC में टॉप करने वाले पटना के ओम प्रकाश गुप्ता ने अब UPSC किया क्रैक.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
यूपीएससी ने सिविल सेवा सर्विसेज 2020 का रिजल्ट आधिकारिक रूप से जारी कर दिया है. बिहार के पटना के ओम प्रकाश गुप्ता (OM Prakash Gupta) ने इस बार यूपीएससी के रिजल्ट में अपना परचम लहराया है. गुप्ता को ऑल इंडिया में 339वां रैंक मिला है. बता दें कि ओम प्रकाश गुप्ता के पिता किराना का स्टोर चलाते हैं. वहीं ओम प्रकाश ने इस बार बीपीएससी 64वीं के रिजल्ट में टॉप किया था.
जानकारी के मुताबिक राजधानी पटना के बीपीएससी (BPSC) 64वीं परीक्षा में टॉपर रहे ओम प्रकाश गुप्ता ने अब यूपीएससी (UPSC) में अपना परचम लहरा दिया है. बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश गुप्ता को आईपीएस कैडर मिल सकता है. ओम प्रकाश गुप्ता के पिता पटना (Patna) में ही एक किराना का स्टोर चलाते हैं.
बताते चलेंं कि बीटेक (BTech) पास करने के बाद निजी कंपनी में नौकरी करने की बजाय ओम प्रकाश ने कोचिंग पढ़ाना शुरू कर दिया. यहीं से उनका इंटरेस्ट सिविल सर्विसेज की तरफ बढ़ा. पिछले ही दिनों बीपीएससी 64वीं के रिजल्ट में उन्होंने पूरे बिहार में नंबर वन रैंक हासिल की थी.
घर पर जश्न का माहौल- वहीं ओम प्रकाश गुप्ता के यूपीएससी में सेलेक्शन के बाद उनके घर पर जश्न का माहौल है. ओम प्रकाश मूल रूप से फतुहा के सोनारू गांव के निवासी हैं
बताते चलें कि अब से कुछ देर पहले यूपीएससी (UPSC) ने सिविल सेवा 2020 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है, जिसमें 761 अभ्यर्थियों का सेलेक्शन किय गया है. आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) के छात्र रहे शुभम कुमार (Shubham Kumar) टॉपर बने हैं. वहीं मैनिट भोपाल की छात्रा जागृति को दूसरा रैंक हासिल हुआ है.
यूपीएससी के सिविल सर्विस रिजल्ट 2020 में बिहार के किशनगंज के अनिल बसाक को 45वां रैंक मिला है. रिजल्ट आने के बाद अनिल बसाक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरूजनों को देते हुए कहा कि सही रणनीति और सच्ची लगन के साथ परिश्रम किया जाय तो मंजिल पाना कठिन नहीं. असफलता से कभी हताश नहीं होना चाहिए. कभी-कभी सफलता देर मिलती है, पर प्रयास में कमी न आने दें.
अनिल ने आगे बताया कि एग्जाम से लेकर रिजल्ट आने तक आत्मबल बनाएं रखें. यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को बेसिक की अच्छी तरह तैयारी करनी चाहिए. साथ ही उत्तर लिखने का अभ्यास करें. व्यक्तित्व विकास के लिए मॉक इंटरव्यू करें. प्रत्येक दिन सात से आठ घंटे की नियमित तैयारी और अभ्यास करें. सफलता अवश्य मिलेगी. अनिल ने कहा कि गणित विषय को चुना था. सेल्फ स्टडी से ही उन्होंने यह सफलता अर्जित की है
जानकारी के मुताबिक अनिल बसाक (Anil Basak) चार भाईयों में दूसरे स्थान पर है. प्रतिकूल आर्थिक स्थिति के बावजूद अनिल ने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता पायी है. पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी. दूसरी बार साल 2019 में उन्होंने फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और 616 वां रैंक हासिल किया था. किंतु उनपर और बेहतर करने का जुनून सवार था.
अनिल बसाक ने बताया कि इनकमटैक्स कमिश्नर के पद पर चयनित होने के बाद वे विशेष अवकाश में रहकर यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा की तैयारी में पूरी लगन से जुटे थे. इसी का परिणाम है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा 2020 में सामान्य कोटि में देश में 45 वां रैंक लाकर किशनगंज जिले का नाम रोशन किया है. आज लाखों युवाओं के लिए अनिल प्रेरणा बन चुके हैं.
बता दें कि अनिल की पढ़ाई कक्षा एक से आठवीं तक शहर के ऑरियेंटल पब्लिक स्कूल से ही आरंभ हुई. यहां वह हमेशा अपने वर्ग में अव्वल आता रहा. इसके बाद 10 वीं की पढ़ाई अररिया पब्लिक स्कूल अररिया से फिर 12वीं की पढ़ाई उसने शहर के बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, किशनगंज से की.12 वीं कक्षा में अनिल बाल मंदिर का स्कूल टॉपर भी रहा. जिन विद्यालयों में अनिल पहुंचा तो हर कक्षा में प्रथम हासिल करता रहा.
खास यह है कि अनिल ने स्कूली और बोर्ड परीक्षा में 95 फीसद से कम अंक हासिल नहीं किया. फिर इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोटा चले गये जहां एक साल की तैयारी के बाद कठिन इंजीनियरिंग की परीक्षा पास किया और इनका दाखिला सिविल इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी दिल्ली में हुआ वहां से ग्रेजुएट होने के बाद भी उसने नौकरी नहीं की और सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुट गए. कुछ दिनों के लिए उन्होंने कोचिंग की, लेकिन सेल्फ स्टडी कर ही वो इस मुकाम तक पहुंचने में सफल रहे.
पूजा कदम लातुर जिले के औसा तहसील टाका गांव की रहने वाली हैं। पूजा ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में 577वीं रैंक हासिल की है। पूजा यह सफलता अपने दूसरे प्रयास में हासिल की है।
पूजा पुणे के फर्ग्युशन कॉलेज से स्नातक हैं और इग्नू दिल्ली से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर हैं। कदम अपनी चार बहनों में सबसे छोटी हैं। संघ लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार सीएसई 2020 के फाइनल परिणाम घोषित कर दिए। यूपीएससी आईएएस, आईएफएस और आईपीएस अफसरों के चयन के लिए हर साल सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करता है।
180 IAS, 36 IFS, 200 IPS अधिकारी
यूपपीएससी की ओर से जारी रिजल्ट के मुताबिक 180 उम्मीदवारों को आईएएस में नियुक्ति मिलेगी, जबकि 36 को आईएफएस में, 200 को आईपीएस में, 302 को सेंट्रल सर्विसेज ग्रेड ए में और 118 को ग्रेड बी में नियुक्ति दी जायेगी.
कुल 180 आईएएस अफसरों में 72 सामान्य वर्ग से होंगे, जबकि आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग से 18, ओबीसी के 49, एससी के 28 और एसटी वर्ग से 13 आईएएस अधिकारी चुने गये हैं.
आईएफएस अधिकारियों की बात करें, तो 15 सामान्य वर्ग से हैं, जबकि 3 ईडब्ल्यूएस, 10 ओबीसी, 5 एससी और 3 एसटी वर्ग से. 200 आईपीएस में सबसे ज्यादा 80 सामान्य वर्ग से हैं. 20 ईडब्ल्यूएस, 55 ओबीसी, 30 एससी और 15 एसटी श्रेणी के उम्मीदवार चयनित हुए हैं.
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