काशीराज मर्जर डीड के आधार पर गृह कर खत्म करने की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगा संघर्ष मोर्चा
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी 26 जुलाई / रामनगर संयुक्त संघर्ष मोर्चा के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार सेठ एवं सतनाम सिंह ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पालिका चेयरमैन गृह कर के मुद्दे पर अपने को निर्दोष साबित करने के लिए दूसरों पर मनगढ़ंत दोषारोपण कर रही हैं। जबकि सत्यता है कि 2020-21 की बजट पत्रावली चेयरमैन के हस्ताक्षर से शासन को भेजा गया है। शासन द्वारा जिलाधिकारी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं अध्यक्ष नगर पालिका को पत्र भेजकरअवगत कराया गया है कि अध्यक्ष की संस्तुति पर नगरपालिका अधिनियम की धारा के तहत 2020-21 के बजट को स्वीकृति प्रदान की जाती है।उसके बावजूद भी चेयरमैन द्वारा यह कहा जाना कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है।यह सरासर गलत और जनता को गुमराह करने वाला है। यदि किसी प्रकार का कोई गृह कर नहीं लगा है, तो नाम इंद्राज की हजारों फाइलें अब तक लंबित क्यों है। उनका निस्तारण किन कारणों से और क्यों नहीं हो रहा है।
चेयरमैन रामनगर की भोली भाली जनता के साथ विश्वासघात कर रही हैं। रामनगर की जनता सच्चाई को जान चुकी है।अब वह चेयरमैन के बहकावे में आने वाली नहीं है। चेयरमैन के द्वारा भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी से अर्जित अकूत धन संपत्ति से जनता अच्छी तरह से वाकिफ हो चुकी है।यही नहीं चेयरमैन की बनती हुई आलीशान पैलेस का निर्माण किया जाना तथा अपने चहेते ठेकेदार के माध्यम से 15 वर्षों तक ठेकेदारी करवाना यह सब नगर की जनता जानती है। ऐसा नहीं है कि सभासद नहीं जानते हैं। 2020-21 की पत्रावली नगर पालिका से गायब होना यह गहरी साजिश का हिस्सा है।यदि चेयरमैन में नैतिक साहस और इमानदारी है। तो 2020-21 की पत्रावली जनता के सामने रखें ताकि जनता भी सच्चाई जान सके। संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेताओं का स्पष्ट कहना है कि नगर पालिका अध्यक्ष ने 2020-21 की पत्रावली जो शासन को भेजा है उसमें गृह कर के मद में लाखों रुपए के आय को दर्शाया गया है।
शासन ने गृह कर के प्रस्ताव को भी पास किया है।
संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने शासन द्वारा भेजे गए पत्र की कॉपी भी समाचार पत्रों में भेजा है। यदि संयुक्त संघर्ष मोर्चा के द्वारा गृह कर लगाए जाने का आरोप गलत है,और शासन के द्वारा भेजा गया पत्र भी गलत है।तो चेयरमैन शासन एवं गृह कर का आरोप लगाने वालो के खिलाफ मुकदमा करावे और कहे कि शासन ने यह झूठा पत्र भेजा है। संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने कहा की काशीराज मर्डर डीड के आधार पर गृह कर के सवाल पर जनता के हितों की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ी जाएगी।