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बंगाल बारूद के ढेर पर, मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए-राज्यपाल जगदीप धनखड़ - श्रीनारद मीडिया

बंगाल बारूद के ढेर पर, मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए-राज्यपाल जगदीप धनखड़

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है कि बंगाल बारूद के ढेर पर है. इस पर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सोचना चाहिए. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ये बातें पूर्वी मेदिनीपुर के नंदीग्राम में शनिवार (15 मई) को कहीं.

श्री धनखड़ ने कहा कि बंगाल बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है. चुनाव बाद हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य के हालात के बारे में सोचना चाहिए. कूचबिहार और असम के रनपगली कैंप का दौरा करने के बाद पूर्वी मेदिनीपुर के नंदीग्राम पहुंचे राज्यपाल का स्वागत यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने किया.

पूर्वी मेदिनीपुर जिला के नंदीग्राम बाजार और केंदमारी इलाके में हिंसा पीड़ितों से राज्यपाल ने मुलाकात की और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. इसके पहले मीडिया से मुखातिब गवर्नर ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री राज्य के बिगड़े हालात के बारे में विचार करेंगी. इसके अलावा जो लोग हिंसा के शिकार हुए हैं, उन्हें क्षतिपूर्ति देने के बारे में भी मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए.

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य में विपक्षी कार्यकर्ता और नेता हिंसा, लूटपाट व आगजनी का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मैं अनुरोध कर रहा हूं कि लाखों लोगों के दुखों का निवारण करें. चुनाव जीतने के बाद वह पूरे प्रदेश की जनता की मुख्यमंत्री हैं. इसलिए उन्हें सभी के कल्याण के बारे में सोचना चाहिए. प्रदेश में शांति कायम करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि राज्य इस वक्त कोरोना वायरस और चुनाव के बाद हिंसा के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है. चुनाव के बाद कभी ऐसी हिसा मैंने नहीं देखी. इसके बारे में कभी नहीं सुना. मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि उन्हें इन बातों का संज्ञान लेना चाहिए. लाखों लोगों की जिंदगी संकट में पड़ गयी है.

बंगाल के सामने कई गंभीर चुनौतियां – धनखड़

राज्यपाल श्री धनखड़ ने कहा कि यह ऐसा दौर है, जब हम सोये नहीं रह सकते. हमारे राज्य के समक्ष गंभीर चुनौतियां हैं. हम बारूद के ढेर पर बैठे हैं, जहां लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उनकी हत्या की जा रही है, बलात्कार हो रहे हैं, लोगों को लूटा जा रहा है. उनसे गुंडा टैक्स वसूला जा रहा है. लोगों का मान-सम्मान खतरे में है.

श्री धनखड़ ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री इन चुनौतियों की ओर ध्यान देंगी और संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देंगी कि वे लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था करें. लोगों का विश्वास बहाल करें, उन्हें मुआवजा दें और यह सुनिश्चित करें कि समाज में एकता कायम रहे. श्री धनखड़ ने कहा कि विभाजनकारी ताकतों को नियंत्रित किया जाना चाहिए.

पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राज्यपाल ने कहा है कि प्रदेश में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद रक्तपात और नरसंहार हुआ. मुख्यमंत्री ने इस पर चुप्पी साध ली. यह उनके लिए चिंता का कारण है.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हिंसा के दौरान रक्तपात को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुप्पी साध ली. धनखड़ ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार प्रभावित परिवरों का पुनर्वास कर और उन्हें मदद देकर हालात बिगड़ने से रोक सकती थी.

श्री धनखड़ ने कहा कि राज्य में रक्तपात और नरसंहार हुआ. मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, क्योंकि मामले में जांच जारी है, लेकिन मुख्यमंत्री की चुप्पी मेरे लिए चिंता का कारण है. श्री धनखड़ ने असम के धुबरी जिले में आये पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के कई परिवारों से मुलाकात की.

उन्होंने रनपगली कैंप का दौरा किया. राज्यपाल ने इससे पहले गुरुवार को कूचबिहार में हिंसा प्रभावित कुछ गांवों का दौरा किया था. श्री धनखड़ ने कहा कि प्रशासन से मदद नहीं मिलने की आशंका के कारण ये लोग घर छोड़कर यहां आये. मेरे लिए और सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति नहीं हो सकती कि लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरे राज्य में शरण ली.

शिविर में रह रहे लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने दो मई को चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से बंगाल में अपने घर छोड़ दिये हैं. राज्यपाल ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने अपने चुनावी प्रचार अभियान में अपने समर्थकों खासकर महिलाओं को केंद्रीय सुरक्षा बलों का विरोध करने के लिए उकसाया.

राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह का शब्द शोभा नहीं देता. मेरे लिए यह बहुत पीड़ादायक है कि एक मुख्यमंत्री ने यह सब किया. यह कानून के शासन के खिलाफ है. राज्यपाल ने कहा कि चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव हुए, लेकिन सबसे ज्यादा हिंसा बंगाल में हुई और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.

राज्यपाल ने असम सरकार को धन्यवाद दिया

श्री धनखड़ ने कहा कि लोग घर छोड़कर दूसरे राज्यों में तब पनाह लेते हैं, जब उनमें असुरक्षा का भाव आता है और उन्हें लगता है कि उन्हें सुरक्षा नहीं मिल पायेगी. श्री धनखड़ ने धुबरी में शरण लेने वाले लोगों की देखभाल के लिए असम सरकार का शुक्रिया अदा किया.

बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा: असम पलायन करने वाले बच्चों पर बाल आयोग ने रिपोर्ट मांगी

उत्तर बंगाल में कूचबिहार से भाजपा सांसद नीशीथ प्रमाणिक के साथ धनखड़ ने असम के धुबरी जिले में शिविर का दौरा किया. राज्यपाल सड़क मार्ग से कूचबिहार से असम के धुबरी पहुंचे, क्योंकि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका.

सांसद किसी पार्टी का नहीं, पूरे निर्वाचन क्षेत्र का होता है – धनखड़

राज्यपाल के दौरे के दौरान भाजपा सांसद प्रमाणिक की मौजूदगी को लेकर सवाल भी उठे हैं. हालांकि, जगदीप धनखड़ ने कहा कि सांसद किसी खास पार्टी के नहीं होते, बल्कि वह समूचे निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे पहले गुरुवार को राज्यपाल को शीतलकुची में काले झंडे दिखाये गये, जहां चार ग्रामीण चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की गोलीबारी में मारे गये थे.

दिल्ली के राजनीतिक आका के इशारे पर काम कर रहे धनखड़

वहीं, जिले के दीनहाटा में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के दौरे के वक्त लोगों ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाये. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, ‘नौ मई के बाद से राज्य में जब शांति कायम है, तो वह (धनखड़) अशांति पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं.’ तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि जगदीप धनखड़ दिल्ली के अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे में काम कर रहे हैं.

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