वाराणसी में एक बार फिर 2 सेंटी मीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, टूटने लगा घाटों का आपसी संपर्क
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / बाढ़ के बाद शांत हुई गंगा में एक बार फिर बढ़ाव शुरू हो गया है। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा से ये बढ़ाव शुरू हुआ है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में गंगा मंगलवार से बढ़ रही है। बुधवार की सुबह 10 बजे गंगा का जलस्तर 63.98 मीटर नापा गया है जो गंगा के चेतावनी बिंदु से फिलहाल 7 मीटर कम है।
वाराणसी में गंगा 2 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से बढ़ रही है। गंगा के बढ़ाव से एक बार फिर प्रसिद्द घाटों का आपसी संपर्क टूटना शुरू हो गया है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से गंगा का जलस्तर मंगलवार से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 63.59 था तो बुधवार की सुबह 10 बजे गंगा 63.98 पर बह रही है और इसमें 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से बढ़ोतरी हो रही है।
गंगा भी चेतावनी बिंदु 70.262 से 7 अंक नीचे बह रही है। वाराणसी में गंगा का खतरे का निशान 71.262 है। आंकड़ों के हिसाब से 9 सितम्बर 1989 को गंगा वाराणसी में अपने उच्चतम लेवल 73.901 पर बही थी। उस समय लक्सा तक पानी पहुँच गया था।
इसी वर्ष अगस्त में गंगा ने 8 साल का रिकार्ड तोड़ा था और गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर से अधिक 72 मीटर से भी ऊपर बहा था जिससे शहर के रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया था।