उर्वरक का संतुलित उपयोग विषय पर ऑनलाइन किसान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
श्रीनारद मीडिया, सचिन पांडेय, मांझी, सारण (बिहार):
मांझी कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा आजादी के 75 वें वर्षगांठ पर शुक्रवार को उर्वरक का संतुलित उपयोग विषय पर ऑनलाइन किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कृषि विभाग सारण के संयुक्त निदेशक बिजेंद्र चौधरी ने कहा कि बिहार की मिट्टी पूरे भारत मे सबसे ज्यादा उपजाऊ है और हमें उर्वरक की सही मात्रा का उपयोग कर इसकी उर्वरक शक्ति को क्षय होने से बचाना है। आत्मा के परियोजना निदेशक भूषण प्रसाद ने अपनी योजना की रूप-रेखा किसानों के सामने रखी। उन्होंने बताया कि किसान पाठशाला के माध्यम से उर्वरक के संतुलित उपयोग की जानकारी दी जाती है। सहायक निदेशक रसायन दीपक कुमार ने सूक्ष्म उर्वरक के उपयोग करते हुए बताया कि यूरिया एवं डीएपी का कम से कम उपयोग करें ताकि मिट्टी स्वस्थ रहे। उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित मिट्टी जांच प्रयोगशाला किसानों के लिए बिल्कुल मुफ्त है। जिसका किसानों को अधिक से अधिक लाभ उठाने की जरूरत है। डॉ विजय कुमार ने धान की खेती में उचित उर्वरक प्रबंधन के बारे में जानकारी दी।ऑनलाइन कार्यक्रम में डॉ कन्हैया लाल रेगर, डॉ तनुजा आदि ने भी भाग लिया।
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