सूडान में भारतीयों के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के बीच सूडान सेना दूसरे देश के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए तैयार हो गई है। जिसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के जरिए वहां फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का जिम्मा उठाया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान में भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया पर ट्वीट करते हुए कहा कि सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चल रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे जहाज और विमान उन्हें वापस घर लाने के लिए तैयार हैं।
लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं जबकि अन्य रास्ते में हैं। हमारे जहाज और विमान उन्हें वापस घर लाने के लिए तैयार हैं। हम सूडान में अपने सभी भाइयों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बता दें लगभग 3,000 भारतीय सूडान में फंसे हुए है।
इससे पहले भारत में फ्रांस के दूतावास ने सूचित किया था कि उनके देश ने हिंसा प्रभावित सूडान से अपने निकासी मिशन के हिस्से के रूप में 27 अन्य देशों के नागरिकों के साथ कुछ भारतीयों को निकाला है । नई दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने सोमवार को कहा कि भारत समेत 28 देशों के 388 लोगों को निकाला गया है।
PM मोदी ने सूडान में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूडान में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई के कारण सूडान हिंसा का सामना कर रहा है। 72 घंटे के संघर्ष विराम के बीच भी हिंसा की खबरें आ रही हैं।
सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच 15 अप्रैल को हुई हिंसक झड़पें बेरोकटोक जारी हैं। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हिंसा में कम से कम 424 लोगों की मौत हुई है और करीब 3,730 लोग घायल हुए हैं।
गृह युद्ध से जूझ रहा सूडान
सूडान इस समय गृह युद्ध से जूझ रहा है। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 3500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राजधानी खार्तूम में मुख्य हवाई अड्डा सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लड़ाई का स्थल रहा है। खार्तूम से 850 किलोमीटर दूर लाल सागर पर पोर्ट सूडान से कई देश अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत ने सूडान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए निकासी अभियान चलाने की तैयारी पूरी कर ली है। भारतीय वायु सेना के दो सी-130जे विमान जेद्दा (सऊदी अरब) में तैनात किए गए हैं, जबकि आइएनएस सुमेधा को सूडान बंदरगाह की तरफ रवाना कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि वह सूडान से भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटा है।
एक तरफ विदेश मंत्रालय के अधिकारी सूडान के संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं, तो दूसरी तरफ अधिकारियों का एक पूरा दल सूडान के आसपास के देशों के संर्पक में है। मंत्रालय का कहना है कि नागरिकों की निकासी सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी।
सऊदी अरब
- सऊदी अरब ने नौसैनिक अभियान के जरिए शनिवार को पोर्ट सूडान से विदेशी राजनयिकों और अधिकारियों सहित 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
- सऊदी अरब ने अपने 91 नागरिकों और 12 अन्य देशों कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, ट्यूनीशिया, पाकिस्तान, भारत, बुल्गारिया, बांग्लादेश, फिलीपींस, कनाडा और बुर्किना फासो के लगभग 66 नागरिकों को भी सूडान से बाहर निकाला।
संयुक्त राज्य अमेरिका
अमेरिकी सेना ने रविवार को खार्तूम से अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों को निकालने के लिए तीन चिनूक हेलीकॉप्टर भेजे। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उन्होंने ‘गंभीर और बढ़ते सुरक्षा जोखिमों’ के कारण कर्मचारियों और उनके परिवारों को सूडान से निकलने का आदेश दिया है, जहां पहले से ही सैकड़ों लोग मारे गए हैं, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं।
फ्रांस
- फ्रांस के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि लगभग 100 लोगों को विमान के जरिए सूडान से बाहर निकाला गया है।
- एक अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम को 100 अन्य लोगों की एक दूसरी उड़ान भी जिबूती के लिए रवाना होने की उम्मीद है।
ब्रिटेन
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटिश सेना ने सूडान से ब्रिटेन के दूतावास के कर्मचारियों और उनके परिवारों को निकाल लिया है। उन्होंने ट्वीट किया, “यूके सशस्त्र बलों ने सूडान से ब्रिटिश राजनयिकों और उनके परिवारों की एक जटिल और तेजी से निकासी पूरी कर ली है। हिंसा में महत्वपूर्ण इजाफा दूतावास के कर्मचारियों के लिए खतरा है।”
तुर्किये
तुर्किये ने रविवार को भोर में अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया। उसके अनुमानित 600 नागरिकों में से कुछ को खार्तूम के दो जिलों और दक्षिणी शहर वाड मदनी से सड़क मार्ग से निकाला गया। दूतावास ने कहा कि एक मस्जिद के पास विस्फोट के बाद खार्तूम में एक साइट से योजनाएं स्थगित कर दी गईं।
यूरोपीय संघ, जर्मनी, इटली, ग्रीस, नीदरलैंड
- यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने नागरिकों को शहर से बाहर निकालने के लिए एक अभियान का संचालन कर रहा है, जो अब जोखिम में है। सूडान में यूरोपीय संघ के सात सदस्यों का मिशन है।
- जर्मनी ने बुधवार को अपने 150 नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं पाया। इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताज़ानी ने कहा कि रविवार को एक सैन्य अभियान में इटली, स्विस और वेटिकन के प्रतिनिधियों सहित लगभग 200 लोगों को निकालने की योजना है।
- डच विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह एक अंतरराष्ट्रीय निकासी अभियान में हिस्सा ले रहा है। विदेश मंत्री वोपके होकेस्ट्रा ने कहा कि टीमें जल्दी और सुरक्षित रूप से डच लोगों को इकट्ठा करने की पूरी कोशिश करेंगी।
- ग्रीक विदेश मंत्री निकोस डेंडियास ने कहा कि सरकार ने ग्रीक और साइप्रस के नागरिकों को बचाने के लिए एक संभावित ऑपरेशन के लिए मिस्र में विमान और सैनिकों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।
- आयरलैंड के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि आयरिश सरकार सूडान में 150 नागरिकों को निकालने में मदद करने के लिए जिबूती में 12 रक्षा कर्मियों को तैनात कर रही है।
जॉर्डन, इराक, लेबनान, लीबिया, ट्यूनीशिया
- जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सिनान मजली ने शनिवार को कहा कि अम्मान ने लगभग 300 जॉर्डन के नागरिकों को निकालने का काम शुरू कर दिया है।
- इराकी दूतावास के कर्मचारियों ने शनिवार को खार्तूम छोड़ दिया।
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद अल-सहाफ ने कहा कि रविवार को पोर्ट सूडान में 14 नागरिक सुरक्षित स्थान पर पहुंचे।
- सहाफ ने रविवार को एएफपी को बताया कि मौजूदा घटनाओं के कारण खार्तूम में एक इराकी की मौत हो गई।
- लेबनान ने कहा कि उसने अपने 60 नागरिकों को समुद्र मार्ग के द्वारा निकाल लिया है।
- खार्तूम में लीबिया के दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि उसने राजधानी से 83 लीबियाई लोगों को निकाला है और उन्हें पोर्ट सूडान ले गया है।
- ट्यूनीशियाई दूतावास ने सऊदी जहाजों पर सवार कुछ लोगों के जाने के बाद देश में शेष नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार को नियोजित निकासी अभियान की घोषणा की है।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया
दक्षिण कोरिया और जापान ने सूडान से अपने नागरिकों की निकासी के लिए आस-पास के देशों में सेना तैनात की है। चीन भी सूडानी सेना के साथ समन्वय बनाकर राजनयिकों को निकालने के प्रयासों में जुटा हुआ है। इंडोनेशिया ने कहा कि 43 नागरिक खार्तूम में दूतावास परिसर के अंदर शरण लिए हुए हैं।
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