अग्निपीड़ित के दुर्दशा देख भावुक हुए श्रम संसाधन मंत्री
तत्काल निजी कोष से एक हजार बास व खर की ब्यवस्था कराया
उन्होंने पीड़ित परिवार को हर सम्भव सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ अमनौर‚ छपरा (बिहार)
सारण जिले के अमनौर प्रखण्ड के मदारपुर गरैया टोला दलित बस्ती में एक सप्ताह पूर्व भीषण आगलगी की घटना में सैकड़ो घर जलकर खाक हो गई है।घटना की खबर मिलते ही बुधवार को बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम राजद जिला अध्यक्ष सुनील राय गांव पहुँच अग्निपीड़ित से मिलकर सांत्वना दिया।इनके पहुचते ही मढौरा एसडीओ सुरेंद्र राम,सीओ मृत्युंजय कुमार कई अधिकारी भी पहुँचे।
इन्हने पूरा टोला में घूम घूम कर पीड़ित परिवार से मिलकर हलचल पूछा,अग्निपीड़ित की स्थित को देख मंत्री भावुक हो गए।अग्निपीड़ित लोगो ने घटना की भयावह स्थिति को बताकर रो पड़ते थे।इनके घर के उपस्कर बर्तन साइकिल बाइक बेटी अनाज घर सबकुछ जलकर खाक बना दिख रहा था।सभी अग्नि पीड़ित सरकारी स्तर पर मिले प्लास्टिक के तम्बू बनाकर बैठे दिखे।ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कई घरों में लड़किया की शादी होने वाली थी,उपहार में देने के लिए रखे गए समान गहना पैसा तक जल जाने की पीड़ा ब्यक्त कर रहे थे।सभी परिवार मजदुरा वर्ग के है,आगलगी की घटना के बाद से पूरा परिवार ताप्ती गर्मी में खुले आसमान के ताले जीवन जी रहे है,घर के साथ आस पास के पेड़ पौधा भी जलचुके है।
मंत्री ने अधिकारियों से अब तक उपलब्ध करायी गई राहत के विषय में जानकारी प्राप्त किया।इन्हने कहा कि आगलगी की घटना की खबर मिलते ही जिलाधिकारी से बात कर अग्निसामन गाड़ी एम्बुलेंस व राहत सामग्री उपलब्ध करवाया था।राजद नेता सुनील राय यहाँ के अधिकारी एक सप्ताह से राहत पहुँचने में लगे हुए है।मैं अपने स्तर से 1000 बाँस तथा 1200.बोझा खर की व्यवस्था की ताकि लोग अपनी झोपड़ी बनाकर उसमे तत्काल अपना जीवन यापन कर सकें.
इन्हने एसडीओ योगेंद्र कुमार व सीओ को निर्देश दिया कि जब तक सभी लोगों को स्थाई पुनर्वास की व्यवस्था नहीं होती है तबतक सरकारी स्तर पर कम्युनिटी किचन बंद नहीं होनी चाहिए. साथ ही सरकारी स्तर से मिलने वाले 9800 रूपये का चेक sdo साहब एवं co साहब के मदद से एक से दो दिन मे देने की बात कही. इस मौके पर सरपँच महेश राय समाजसेवी वीर आदित्य,पंकज यादव समेत सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।
मालूम हो कि एक सप्ताह पूर्व बीते गुरुवार के दोपहर अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी भयानक थी कि 100 से अधिक घरों को जलाकर राख कर दिया। आग इतनी तेजी से फैली की घरों में रखा करीब 20 गैस सिलेंडर आग से ब्लास्ट हो गया। कई मोटरसाइकिल जल गई। 100 से अधिक घरों में एक समान तक नहीं बचा, दर्जनों बकरियां आग से झुलस कर मर गई।
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