महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में हुआ ‘पादप दान’ कार्यक्रम का संयोजन।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
“वृक्षो रक्षति रक्षित:”
जल के साथ-साथ पौधे मानव जाति के अस्तित्व के लिए सबसे आवश्यक घटक हैं। क्योंकि वे हमारे जीवन श्रोत आक्सीजन का उत्पादन करते हैं। हमारे जीवन को बनाए रखने वाले तत्व के उत्पादक होने के अतिरिक्त, यह प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड को अलग करके पानी के संरक्षण, वर्षा में मदद करने, नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने, वन्य जीवन और कृषि का समर्थन करने, लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करने और क्षेत्र के लिए फेफड़ों के रूप में कार्य करके वायु गुणवत्ता में सुधार करते हैं।
पौधों के बिना मानव जाति का अस्तित्व नहीं हो सकता। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग ने उनके प्रशंसनीय कार्य को सुविधाजनक बनाने और जलवायु परिवर्तन और हमारे जीवन पर इसके प्रभाव से प्रतिरक्षा करने में योगदान देने के लिए “पादप दान” (वृक्ष दान) कार्यक्रम का संयोजन प्रो.शहाना मजूमदार(अध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान विभाग) एवं सभी शिक्षकों ने किया। यह कार्यक्रम “वृक्षों” के स्वैच्छिक योगदान के लिए कहता है ताकि उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में उपयुक्त स्थलों पर लगाया जा सके।
माननीय कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने इस प्रयास को अपना आशीर्वाद दिया है। इस कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों ने एक-एक पौधा दान किया है। माननीय कुलपति प्रो.संजीव कुमार शर्मा 3 अक्टूबर 2021को गाँधी भवन परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। प्रो.शहाना मजूमदार के कुशल नेतृत्व में 27 सितंबर से 1 अक्टूबर, 2021 तक वनस्पति विज्ञान विभाग, चाणक्य परिसर में पौधे एकत्रित किए गए हैं।
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