हमारा ईमान सबसे बड़ी दौलत है-मोहम्मद कैसर हसन कादरी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान जिले में सिसवन प्रखंड के तहत ग्यासपुर गांव में मोहम्मद अलीम कायनात कॉन्फ्रेंस एवं जलसा दस्तारबंदी का आयोजन दारुल उलूम अहले सुन्नत गौसिया कमरुल उलूम ग्यासपुर के द्वारा जलसा कार्यक्म का आयोजन किया गया|
:इस कार्यक्रम में मेरे एहतमाम मोहम्मद रईस खान साहब जेरे सरपरस्ती अल्सर मुफ्ती मोहम्मद कैसर हसन कादरी, बलरामपुर, उत्तर प्रदेश, नकाबत मोहम्मद आसिफ रजा सैफी, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश, जेरे इनायत मोहम्मद काशिफ रजा नूरी, बलरामपुर, उत्तर प्रदेश, मुफ्ती मोहम्मद सुल्तान रजा साहब, सीवान, मोहम्मद शोएब रजा साहब, अमरोहा, उत्तर प्रदेश,शायर मुबारक हुसैन मुबारक साहब, झारखंड शायर सोहराब कादरी, देवरिया, उत्तर प्रदेश और इन सभी का दावते इंतजामियां अली जनाब मोहम्मद अयूब खान साहब, रईस खान साहब, चांद खान साहब, ग्यासपुर सीमान द्वारा बड़े भव्य तरीके से किया गया.
जलसा कार्यक्रम में देश के अन्य राज्यों से भी धर्मगुरुओं ने शिरकत की। इस अवसर पर मुफ्ती मोहम्मद कैसर हसन कादरी ने कहा कि हमारा ईमान सबसे बड़ी दौलत है। कार्यक्रम की शुरुआत कुरान की तिलावत व नात पाक से की गई। जलसे में लगातार एक से बढ़कर एक तकरीर और नात पाक पेश कर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया। मौके पर जलसे को खिताब करते हुए आसिफ रजा सैफी ने कहां की इस्लाम अमन का पैगाम देता है। दुनिया में कोई ऐसा मजहब नहीं है जो इंसानों को बांटने का हुक्म देता हो। दुनिया के सभी मजहब अमन व सुकून का ही पैगाम देता है। उन्होंने कहा कि इंसानियत और मानवता का पाठ इस्लाम मजहब सिखाता है।
आज के परिवेश में इंसानियत को गले लगाना चाहिए। इससे आपस में भाईचारा और प्रेम की भावना को बढ़ावा मिलता है। वही मोहम्मद काशिफ रजा नूरी ने लोगों को भाईचारा प्यार और इंसानियत का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें अल्लाह ताला से नियामत मांगने चाहिए कि हमारी जिंदगी में प्यार भाईचारा और मोहब्बत की बरसात होती रहे। वहीं अन्य कई उलेमाओं ने तकरीर की और लोगों को इस्लाम के तौर तरीके पर अमल करने की हिदायत दी.
मोहम्मद सुल्तान रजा साहब ने कहा की ईमान सबसे बड़ी दौलत है ज़मीर सबसे बड़ी ताकत और ये दोनों ज़िंदा होनी चाहिए जब ये दोनों आपके पास है तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा आप पर.दुनियां में सबसे बड़ी दौलत ईमान की दौलत है,