किशनगंज सदर अस्पताल में 80 बेड में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन कनेक्शन कार्य पूरा
पाइपलाइन कनेक्शन से ऑक्सीजन हर बेड तक पहुंचेगा तथा किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की नही होगी कमी:
सदर अस्पताल में 05 सौ लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता वाले प्लांट से उत्पादन जल्द:
श्रीनारद मीडिया‚ किशनगंज (बिहार)
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत झेलनी पडी थी। सदर अस्पताल के 80 बेडों पर ऑक्सीजन की आपूर्ति पाइल लाइन कनेक्शन के लग जाने से अब कोरोना के गंभीर मरीजों को इसका लाभ भी जरूर मिलेगा। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सीख लेते हुए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग संभावित तीसरी लहर के खतरों को देखते जरूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। इसके लिये ग्रामीण इलाके के चिकित्सकीय संस्थानों को सुविधा संपन्न बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि विभाग जिले के सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर, एपीएचसी स्तर पर भी लोगों को कोरोना जांच व इसके समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध करने के लिए दृढ संकल्पित है। संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान लोगों को ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता को लेकर किल्लत का सामना करना पड़ा था। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विभाग इसे लेकर बेहद संजीदा है। ताकि आने वाले दिनों में कोरोना सहित अन्य मरीजों को ऑक्सीजन को लेकर किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। जिले के सदर अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिये एक ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है तथा दूसरे ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण के लिए जमींन चिह्नित किया जा चुका है। वहीं इनोवेटर इन हेल्थ इंडिया एवं प्रोजेक्ट प्रोटेंशिअल के सहयोग से सदर अस्पताल में 80 बेडों में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन का कनेक्शन लगाया गया है।
सदर अस्पताल में बेडों में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन के कनेक्शन से मरीजों को होगा काफी लाभ:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर में मरीजों में ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट की समस्या देखी गई थी। लिहाजा उन्हें जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराना विभाग के लिये चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। इसे देखते हुए इनोवेटर इन हेल्थ इंडिया एवं प्रोजेक्ट प्रोटेंशिअल की संयुक्त पहल से सदर अस्पताल में 80 बेडों में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन कनेक्शन करवा देने से बेडों में मरीज तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता होगी। जिले में सदर अस्पताल स्थित ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण अपने अंतिम चरण में है।
सदर अस्पताल में उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का होगा निर्माण:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया सदर अस्पताल परिसर में 500 लीटर प्रति मिनट उत्पादन क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। केंद्र सरकार की योजना अंतर्गत सदर अस्पताल में हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए (प्रेशर स्विंग एडजॉर्व्सन) ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है। इस प्लांट में हवा से मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्यकारी एजेंसी डीआरडीओ है। आरडीओ द्वारा प्लाांट के लिए मशीन एवं अन्य उपकरण उपलब्ध करायी जाएगी इसका सिविल वर्क एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है।
ऑक्सीजन की कमी से नहीं जाएगी किसी की जान:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया की जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल में अब ऑक्सीजन की कमी से अब किसी की जान नहीं जाएगी। यहां ऑक्सीजन प्लांट स्थापना कार्य तेजी से चल रहा है।सदर स्पताल परिसर में प्लांट शुरू होने से सदर अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा। प्लांट के लिए अलग से फीडर से बिजली सप्लाई होगी। इसमें 250 केवी का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर जल्द बिजली आपूर्ति की बात कही गई है। जेनरेटर आपूर्ति के लिए निविदा निकलने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।बताते चलें कि सदर अस्पताल में अबतक अन्य जिलों एवं सिलीगुड़ी से ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग कर लाना पड़ रहा है।
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