वाराणसी में झमा झम बारिश से धान और गन्ने को रामबाण औषधि,सब्जियों को नुकसान
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / बीते दो दिनों से तेज हवा और झमा झम बारिश से क्षेत्र में किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। विगत कई दिनों से चल रही पूर्वी हवाओं के चलते धान की पत्तियां पीली पड़ने लगी थी, लेकिन दो दिन रुक रुक कर हो रही झमाझम बारिश ने जहां फसलों में लगे रोग धूल गए हैं वहीं धान की फसलों में रौनक लौट आई है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है धान और गन्ने की खेती के लिए फिलहाल बारसात का पानी तो फायदेमंद साबित हो रहा है। तो वहीं लता जैसी सब्जीयो के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है। चिरईगांव ब्लॉक के कमौली, जाल्हुपुर, मौकलपुर अम्बा, चादपुर, मिल्कोपुर इत्यादि गांव में बारिश से किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
अच्छी बारिश होने के कारण धान, गन्ने, बाजारे व पशुचारे की फसल तो अच्छी होगी लेकिन वही तिल्ली, उतैला, खीरा, नेनुआ, लौकी सब्जियों आदि फसलों को काफी नुकसान होगा, जिससे किसान खुश है कुछ किसान अन्य फसलों के खराब हो जाने के कारण किसान चिंतित हैं।
खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की खेती करने वाले किसानों का मानना है कि अच्छी बारिश होगी तो फसल अच्छी होने से हमारी आय में वृद्धि होगी। फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे हमारी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो जाएगा।
चिरईगांव विकास खण्ड के ए डी ओ कृषि कैलाश प्रसाद मौर्या ने बताया कि जिन किसानों ने धान में दूसरी टापड्रेसिंग नहीं किया हो वे संतुलित मात्रा में यूरिया का छिड़काव करें तथा मूंग उड़द की फलियां यदि तैयार हो तो उसकी तोड़ाई करायें।