सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा से पाकिस्तान दुखी, क्यों?

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भारत और सऊदी अरब की दोस्ती लिखेगी नए आयाम

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत की राजधानी नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद भी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद 11 सितंबर से भारत के अपने राजकीय दौरे रुके हुए हैं। जबकि, ज्यादातर राष्ट्राध्यक्ष स्वदेश लौट चुके हैं। इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ उनकी मीटिंग हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ क्राउन प्रिंस हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में पीएम मोदी ने कहा, “भारत के लिए सउदी अरब हमारे सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है। विश्व की दो बड़ी और तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में हमारा आपसी सहयोग पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। अपनी बातचीत में, हमने अपनी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की है।”

दरअसल, सऊदी क्राउन प्रिंस की राजकीय यात्रा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IECC EC) की घोषणा के तुरंत बाद हो रही है। 9 सितंबर को ही भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ ने भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किया है।

जी20 में इस आर्थिक गलियारे पर मुहर लगने को चीन-पाकिस्तान बेल्ट और रोड पहल के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि यह पहल भारत, मध्य पूर्व और यूरोप की अर्थव्यवस्थाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन पाकिस्तान में इसे लेकर चर्चाएं शुरु हो गई हैं। बता दें कि यह गलियारा पुराना मसाला मार्ग की बहाली है।

भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IECC EC) की घोषणा के बाद से पाकिस्तानी के एक्स (पूर्व में ट्विटर) बहस छिड़ गई है। पाकिस्तान के लोग इस मसने पर अपनी सरकार जवाब देने की मांग कर रहे हैं। अभी का समय पाकिस्तान के लिए काफी कठिन है, क्योंकि देश अबतक के इतिहास में सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। ऐसे में सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान का संबंध होना महत्वपूर्ण है।

एक्स पर एक पाकिस्तान यूजर ने कहा, अब समय आ गया है कि हम अपने देश को व्यवस्थित करें और अपनी प्राथमिकताएं ठीक करें। खुद के लिए सोच और तुच्छ राजनीति हमें कहीं नहीं ले जाएगी। शायद हमारी सीमाओं का पुनर्मूल्यांकन और उन पर सवाल उठाने से वह बदलाव आ सकता है जिसकी हमारे देश को जरूरत है।”

एक्स पर एक दूसरे पाकिस्तानी यूजर ने कहा, “एक पाकिस्तानी के तौर पर मैं आज शर्मसार हूं। हमारा देश बेहतर नेतृत्व, जवाबदेही और एक उज्जवल भविष्य का हकदार है। यह बदलाव और उन मूल्यों के प्रति नए सिरे से प्रतिबद्धता का समय है जो वास्तव में हमारा प्रतिनिधित्व करते हैं।”

जी20 समिट के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक की। क्राउन प्रिंस से बातचीत के दौरान पीएम ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच की दोस्ती क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।

सऊदी सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार

सऊदी अरब को भारत का सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक बताते हुए मोदी मोदी ने कहा कि दोनों देश बदलते समय के साथ संबंधों में नए आयाम जोड़ रहे हैं। मोदी और बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि हमले इस साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की है। पीएम ने कहा कि आज की बैठक से दोनों देशों के संबंधों को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच का सहयोग और बढ़ाने के लिए 2019 में भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की घोषणा की गई थी।

G20 समिट के बाद राजकीय यात्रा पर प्रिंस सलमान

जी20 समिट के समापन के बाद क्राउन प्रिंस सलमान इस समय भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। आज दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता से पहले, क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया गया।

औपचारिक स्वागत के बाद बिन सलमान ने भारत की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा मैं भारत में आकर बहुत खुश हूं। जी20 शिखर सम्मेलन काफी अच्छा था और इसके लिए भारत को बधाई। जी20 में की गई घोषणाओं से दुनिया को फायदा होगा और हम दोनों देशों के लिए एक महान भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।

बता दें कि सऊदी अरब मध्य-पूर्व में भारत के प्रमुख रणनीतिक साझेदारों में से एक है। पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुआ है। दोनों देश अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

 

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