निरंजनी अखाड़े में पंचों ने लिया फैसला, उत्तराधिकारी के रूप में बाघमबारी मठ की गद्दी संभालेंगे महंत बलवीर गिरी

निरंजनी अखाड़े में पंचों ने लिया फैसला, उत्तराधिकारी के रूप में बाघमबारी मठ की गद्दी संभालेंगे महंत बलवीर गिरी

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श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी

उत्तर प्रदेश /अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी के रूप में महंत बलबीर गिरि बाघंबरी मठ की गद्दी संभालेंगे। निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्रपुरी ने इसकी औपचारिक घोषणा की।महंत रविंद्रपुरी ने गुरुवार को हरिद्वार में इसकी औपचारिक घोषणा की। पत्रकार वार्ता में महंत रविंद्रपुरी ने बताया कि बाघंबरी मठ में संचालन के लिए बोर्ड बनाया जा रहा है। उक्त बोर्ड अखाड़े के हित और मर्यादा में कार्य करवाने के लिए बनाया जा रहा है। जिसमें पांच संत शामिल होंगे।

अगर बलबीर गिरि पर कोई केस हुआ, तो परंपरा के अनुसार होगी कार्रवाईबलबीर गिरि के ऊपर किसी तरह का कोई आपराधिक मामला होने के सवाल पर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा, अगर ऐसा होता है।या जांच में बलबीर गिरि दोषी पाए जाते हैं, तो परंपरा अनुसार उनपर कार्रवाई की जाएगी।5 अक्टूबर को बलबीर गिरि बनेंगे उत्तराधिकारी बलबीर गिरि के उत्तराधिकारी बनने के पहले से कयास लगाए जा रहे थे। दरअसल, महंत नरेंद्र गिरि का जो सुसाइड नोट सामने आया है, उसमें बलबीर गिरि का नाम है, इसके अलावा नरेंद्र गिरि ने अपनी वसीयत में भी बलबीर गिरि का नाम लिखा है। निरंजनी अखाड़े के पदाधिकारियों के मुताबिक, पांच अक्टूबर को षोडशी भोज के दिन पंचपरमेश्वर की बैठक के बाद पूरे विधि विधान से बलबीर गिरि का पट्टाभिषेक कर उन्हें बाघम्बरी मठ का उत्तराधिकारी बनाया जाएगा।

महंत नरेंद्र गिरि की मौत से पहले बलबीर गिरि का नाम चर्चा में नहीं था। लेकिन महंत नरेंद्र गिरि के 12 पन्ने के सुसाइड नोट में बलबीर गिरि का जिक्र था। उन्हें मठ का महंत और उत्तराधिकारी बनाने की बात कही गई थी।35 वर्ष के बलबीर गिरि उत्तराखंड के निवासी हैं।साल 2005 में बलबीर गिरि को महंत नरेंद्र गिरि ने दीक्षा दी थी और बलवीर गिरि ने संन्यास धारण कर लिया था।बलवीर गिरि हरिद्वार में बिल्केश्वर महादेव की देखरेख व व्यवस्था देखते थे।

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