पशुपति पारस का निर्विरोध लोजपा अध्यक्ष निर्वाचित होना तय, सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में चिराग
श्रीनारद मीडिया,रोहित मिश्रा,सेंट्रल डेस्क
लोक जनशक्ति पार्टी में विरासत की जंग और तेज हो गई है। आज पारस समर्थक पटना में एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कर रहे हैं। चुनाव में अकेला प्रत्याशी होने के कारण पारस का निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित होना तय है। इसके बाद पारस गुट चुनाव आयोग के समक्ष असली एलजेपी होने का दावा करेगा। अध्यक्ष के चुनाव के बाद पशुपति पारस और समर्थक सांसद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने भी जा सकते हैं। आज हीं पारस उन आरोपों के जवाब भी देंगे, जो चिराग पासवान ने लगाए हैं। इस बीच चिराग पासवान दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। साथ ही और बागियों को भी बर्खास्त करने की तैयारी चल रही है। पारस को संसदीय दल का नेता बनाने का विरोध करते हुए चिराग पासवान पहले ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख चुके हैं।
अध्यक्ष के चुनाव को ले राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक
एलजेपी सांसद सूरजभान के आवास पर आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हो रही है। इमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन हो रहा है। इसके लिए पशुपति पारस अकेले उम्मीदवार हैं। ऐसे में पशुपति पारस का अध्यक्ष बनना तय है। शाम पांच बजे के पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी जाएगी। सूरजभान सिंह के भाई व सांसद चंदन सिंह ने कहा है कि आज ही पशुपति पारस पार्टी की कमान संभाल लेंगे। जैसे हर पार्टी का नेतृत्व बदलता है, उसी तरह एलजेपी में भी हो रहा है।
अध्यक्ष बनने के बाद सीएम नीतीश से करेंगे मुलाकात
अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पशुपति पारस देर शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें अपना समर्थन दे सकते हैं। हालांकि, बिहार विधानसभा में एलजेपी का एक भी विधायक नहीं रहने के कारण इस समर्थन का केवल संकेतिक अर्थ ही होगा। पशुपति पारस अध्यक्ष चुने जाने के बाद मीडिया से मुखातिब होकर अपनी बात भी रखेंगे। इस दौरान वे चिराग पासवान के लगाए आरोपों का जवाब देने के क्रम में उनपर जमकर बरसेंगे, यह तय है।
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं चिराग
इस बीच दिल्ली से बड़ी खबर यह है कि वहां चिराग पासवान कानून विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वे पार्टी पर अपने दावे को लेकर तथा बागियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। साथ ही खुद को पार्टी का अध्यक्ष बताते हुए कुछ और बागियों को बर्खास्त भी कर सकते हैं।
चिराग ने लिखा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र
इसके पहले चिराग पासवान ने पशुपति कुमार पारस को एलजेपी संसदीय दल का नेता मनोनीत करने पर विरोध जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह नियम के खिलाफ है। पार्टी के संविधान के अनुच्छेद-26 के मुताबिक, केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही यह तय करने के लिए अधिकृत है कि लोकसभा में पार्टी का नेता कौन होगा। चिराग ने लोकसभा अध्यक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है और कहा है कि वे लोकसभा में एलजेपी के नेता के तौर पर उन्हें मान्यता देने से संबंधित सर्कुलर जारी करें। मंगलवार को चिराग ने ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर पांच सांसदों को बर्खास्त करने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया था। अब चिराग को लोकसभा अध्यक्ष के जवाब का इंतजार है।