ओवैसी जैसे लोग चुनावी प्राणी है, उनका विकास के एजेंडे से कोई लेना-देना नहीं – मनोज तिवारी
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / राजभाषा उत्थान समिति के सदस्य और भाजपा सांसद मनोज तिवारी गुरुवार को वाराणसी पहुंचे। मनोज तिवारी राजभाषा उत्थान को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के उत्तर प्रदेश दौरे पर तंज़ कसते हुए कहा कि ये लोग चुनावी प्राणी है, उनका विकास के एजेंडे से कोई मतलब नहीं है।
ओवैसी का काम लोगों को धर्मों में बांटना
बड़ा लालपुर स्थित टीएफसी सेंटर पहुंचे भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोग चुनावी प्राणी हैं। इनका काम लोगों को धर्मों में बांटना है। विकास उनका एजेंडा नहीं है। भारतीय जनता पार्टी बगैर भेदभाव के सबको साथ में लेकर सबका विश्वास अर्जित कर सबका विकास करने वाली है। हमारा मूल सिद्धांत है कि देश को मत बांटिए। असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों का सिद्धांत है कि वह मुसलमान-मुसलमान करते रहेंगे। वह असम और पश्चिम बंगाल में भी खूब दौरा किए थे, लेकिन क्या हाथ लगा। ऐसे ही उत्तर प्रदेश का भी दौरा कर रहे हैं। चुनाव बाद देखिएगा, उनके हाथ क्या लगता है।
पहली बार हुआ जब सवर्णों को मिला आरक्षण
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब पिछड़ों और दलितों के साथ ही सवर्णों को भी आरक्षण मिल रहा है। यह सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी। उन्होंने सवर्ण गरीबों के बारे में भी सोचा और मुस्लिम समाज के लोगों को भी आरक्षण दिया। इसके बाद भी ओवैसी जबरदस्ती का परेशान है।
राहुल गांधी को सद्बुद्धि आई
भाजपा सांसद ने यहाँ राहुल गांधी के वैष्णो देवी यात्रा पर भी तंज़ कसा और कहा कि चलिए कम से कम सद्बबुद्धि तो आई। उन्होंने कहा कि चुनाव आता है तो इनके जैसे लोग कंठी-माला पहनकर मंदिरों में दिखाई देते हैं। चुनाव जाने के बाद इटली में दिखाई देते हैं। मनोज तिवारी ने बताया कि अभी हाल ही में संसद में ओबीसी मुद्दे पर इतना बड़ा निर्णय हुआ। उस दिन मैंने राहुल जी को ढूंढा पर वो नहीं मिले।
अच्छा लगा बहनजी के हाथों में त्रिशूल देखकर
वहीं मायावती के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कल बहनजी के हाथों में त्रिशूल देखा बहुत अच्छा लगा। राहुल गांधी वैष्णो देवी की यात्रा पर जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को थोड़ा और चल लेने दीजिए, देखिएगा अभी विपक्षी दलों के नेता और कहां-कहां जाते हैं।
वैक्सीन फ्री में लग रहे तो कहीं न कहीं मैनेज करना पड़ेगा
मनोज तिवारी ने महंगाई के सवाल पर कहा कि कोरोना की एक वैक्सीन की डोज 550 रुपए की सरकार को पड़ रही है। अब आप सोचिए कि सरकार यदि फ्री में लोगों को वैक्सीन लगवा रही है तो उसको कहीं न कहीं से तो पैसे के लिए मैनेज करना ही पड़ेगा। आज की डेट में देश के 71 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। दिसंबर तक हमारा लक्ष्य है कि इस देश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लग जाए। इसके चलते डीजल-पेट्रोल की कीमत पर थोड़ा असर होता दिख रहा है।