मलेरिया-कालाजार व चमकी बुखार से बचाव के प्रति आम जनों को करें जागरूक: सिविल सर्जन
• मलेरिया कार्यक्रम को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
• सिविल सर्जन ने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया शुभारंभ
• प्रत्येक प्रखंड से 5-5 आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)
छपरा जिला मलेरिया कार्यालय में मंगलवार को मलेरिया कार्यक्रम को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार तथा डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कहा आशा कार्यकर्ता भी घर-घर जाकर दो सप्ताह से अधिक दिनों से बुखार से ग्रस्त लोगों की मलेरिया की जांच करेंगी। इसके बाद मलेरिया संक्रमित लोगों को इलाज के लिए संबंधित पीएचसी भेजने का काम होगा। सीएस ने कहा मलेरिया जांच किट उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा उन्हें अन्य तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। दरअसल, सही समय पर मलेरिया के मरीजों का इलाज शुरू नहीं होने से बाद में उन्हें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि वर्ष 2021 तक जिले को कालाजार मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे हर हाल हासिल करना है। इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इस अभियान अपना विशेष योगदान देना सुनिश्चित करें।
कालाजार व चमकी से बचाव के लिए आमजनों को करें जागरूक:
सिविल सर्जन डॉ. जर्नादना प्रसाद सुकुमार ने कहा आशा कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में कालाजार व चमकी बुखार से बचाव, उपचार के बारे में आमलोगों को जागरूक करें। उन्होने कहा अगर किसी भी बच्चे में चमकी बुखार का लक्षण दिखे तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर लाने के लिए प्रेरित करें। बेहोशी की अवस्था में छायादार एवं हवादार स्थान पर बच्चे को लिटाएं। बच्चे को खाली पेट लीची ना खिलाएं। अधपके लीची अथवा कच्चे लीची के सेवन से बचें। चमकी के लक्षण होने पर बच्चों को कंबल एवं गर्म कपड़े मे न लपेटें। बच्चों की नाक बंद ना करें। बेहोशी की अवस्था में बच्चों को मुंह में कुछ ना दें। रात्रि में बच्चों को खिलाकर ही सुलाएं। आपातकाल की स्थिति में निशुल्क एंबुलेंस जिसका टोल फ्री नंबर 102 है उसे डायल करें।
प्रत्येक प्रखंड के पांच-पांच आशा कार्यकर्ताओ का प्रशिक्षण:
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया यह दो दिवसीय प्रशिक्षण है। प्रत्येक प्रखंड से पांच-पांच आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिले के 100 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना है। मलेरिया कार्यक्रम से संबंधित विविध कार्यों जैसे- मलेरिया रोगियों की पहचान, मलेरिया रक्तपट तैयार करना, आरडीटी कीट से मलेरिया की जांच एवं उपचार में पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस मौके पर जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीएमएंडई भानू शर्मा, भीबीडीसी प्रतिकेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे।
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