मोटे अनाज को मुख्य भोजन में शामिल करने को लोगों को किया गया जागरूक
-पोषण पखवाड़े से लोगों को मिली बेहतर पोषण की जानकारी
– स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन, विभाग द्वारा बच्चों को दिया गया पुरस्कार
– उच्च पोषण मूल्य से भरा होता है मिलेट्स
– बेहतर आयोजन का मिला बेहतर परिणाम : लाभार्थी
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया (बिहार)
पूर्णिया जिले में 20 मार्च से 03 अप्रैल तक समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा पोषण पखवाड़े का आयोजन किया गया था। इस दौरान आम लोगों को मोटे अनाज में शामिल श्री अन्न (ज्वार, बाजरा, मड़ुआ, कोदो, कुटकी आदि) को अपने मुख्य भोजन में शामिल करने के लिए जागरूक किया गया है। पखवाड़े के समापन पर आईसीडीएस विभाग द्वारा जिले के चिह्नित स्वस्थ बच्चों के बीच स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें स्वस्थ व तंदुरुस्त बच्चों को विभाग द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस स्पर्धा का मुख्य उद्देश्य लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करना है। जिससे कि सभी बच्चे स्वास्थ हो सकें ।
पोषण पखवाड़े में लोगों को बच्चों के कुपोषण जनित रोग एवं बचाव की दी गई जानकारी :
आईसीडीएस डीपीओ रजनी गुप्ता ने बताया कि पोषण पखवाड़े का आयोजन कर समाज में लोगों को बच्चों के कुपोषण जनित रोग एवं उससे सुरक्षित रहने के लिए ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी गई है। लोगों को बताया गया है कि सही उम्र में सही भोजन नहीं मिलने पर कोई भी बच्चा कुपोषित हो सकता है। बच्चों के सही पोषण की शुरुआत बच्चों के छः माह के बाद से शुरू हो जाती है। इसके लिए बच्चों को मोटे अनाज के उपयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए। सभी बच्चों को समय-समय पर मौसमी फल-सब्जियों का उपयोग करना चाहिए। इससे बच्चों को पर्याप्त पोषण की प्राप्ति होती है जिससे वे स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रहते हैं।
मोटे अनाज को मुख्य भोजन में शामिल करने के लिए लोगों को किया गया है जागरूक :
राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्यवक निधि प्रिया ने बताया कि पोषण पखवाड़े में लोगों के बीच मिलेट्स यानी मोटे अनाजों के इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया गया है। मोठे अनाजों में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्त्व शामिल होते हैं, जो बच्चों के आहार में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता । पखवाड़े का आयोजन कर लोगों को इसके लिए जागरूक किया गया जिससे कि बच्चों को सही पोषण मिल सके और वे बिल्कुल स्वस्थ रह सकें।
उच्च पोषण मूल्य से भरा होता है मिलेट्स :
पोषण अभियान के जिला परियोजना समन्यवक सुधांशु कुमार ने बताया कि मिलेट्स अनाजों का समूह है जो परंपरागत रूप से भारतीय महाद्वीप में 5 हजार से अधिक वर्षों से उपजायी व खायी जाती । उसका उच्च पोषण मूल्य है। वे प्रोटीन, विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर हैं । इसलिए सभी लोगों को मिलेट्स भोजन का उपयोग करना चाहिए ताकि वे स्वस्थ व तंदुरुस्त रह सकें।
बेहतर आयोजन का मिला बेहतर परिणाम : लाभार्थी
पोषण पखवाड़े में आयोजित स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा में तृतीय पुरस्कार विजेता 1.6 वर्षीय वीर रेयांश की माता वाणी प्रिया ने बताया कि विभाग द्वारा पोषण पखवाड़े का आयोजन हर साल किया जाता है। इस दौरान बच्चों के बेहतर पोषण के लिए बहुत से उपयुक्त जानकारी दी जाती है। मैंने उन जानकारियों का पूरा लाभ उठाया गया और अपने बच्चे को भरपूर मात्रा में मिलेट्स का सेवन करवाया। इसका परिणाम यह हुआ कि मेरा बच्चा बिल्कुल स्वस्थ व तंदुरुस्त है। इसके कारण विभाग द्वारा आयोजित स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्द्धा में इसे शामिल होने और पुरस्कार जीतने का मौका मिल सका।
मिलेट्स के स्वास्थ्य लाभ :
•मांशपेशियों के क्षरण को धीमा करने में मदद करता है।
•मासिक धर्म में ऐंठन से राहत दिलाने में मदद करता है।
•उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
•मलाशय कैंसर के खतरे को कम करता है।
•हृदय धमनी विकार का इलाज करता है।
•एंटी ऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है।
•वजन घटाने में मदद करता है।
•मधुमेह को नियंत्रित करता है।
•नींद में सहायक होता है।
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