बिहार में PM मोदी ने 12800 करोड़ की योजनाओं का किया शुभारम्भ
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के बेतिया में 12,800 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का अनावरण किया. प्रधानमंत्री की ओर से आज मोतिहारी और मुजफ्फरपुर के बीच एक एलपीजी लाइन और मोतिहारी में इंडियन ऑयल का एक एलपीजी बॉटलिंग और भंडारण संयंत्र का उद्घाटन किया.
पीएम मोदी ने बुधवार को बेतिया को दिए ये खास तोहफे
बेतिया रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित
सिटी गैस पाइप आपूर्ति योजना का शुरुआत
बेतिया को एक फोरलेन बाइपास
इन योजनाओं का किया उद्घाटन
गौनाहा-नरकटियागंज आमान परिवर्तित रेल खंड
बेतिया-छावनी ओवरब्रिज का लौरिया भाग
पिपराकोठी-रक्सौल एनएच
मुजफ्फरपुर-मोतिहारी एलपीजी पाइपलाइन
बापूधाम मोतिहारी पिपरहां रेलखंड दोहरीकरण
मोतिहारी एलपीजी प्लांट व पाइप लाइन टर्मिनल
रक्सौल-जोगबनी व गौनाहा-नरकटियागंज नई ट्रेन सेवा
इन योजनाओं का पीएम मोदी ने किया शिलान्यास
बेतिया रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास
एनएच 139 डब्ल्यू के गंगा नदी पर पटना में दीधा सोनपुर रेल सह सड़क पुल के समानांतर पश्चिम में 6 लेन ब्रिज
एनएच 139 डब्ल्यू का फोरलेन बकरपुर हॉट-मानीकपुर खंड
पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान व देवरिया में शहरी गैस वितरण परियोजना
एचपीसीएल की सुगौली और लौरिया चीनी मिल के अनाज आधारित परियोजना
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी दलों की तैयारी अब तेज हो चुकी है. प्रचार-प्रसार ने रफ्तार पकड़ ली है. भाजपा की ओर से प्रत्याश्यों की पहली सूची जारी की जा चुकी है और नाम घोषित होने के बाद अब चुनावी तैयारी के लिए उम्मीदवार मैदान में भी उतरने लगे हैं. इधर, बिहार में 40 सीटों पर महासंग्राम होना है. प्रदेश का सियासी समीकरण बदला हुआ है और नयी रणनीति के हिसाब से ही दोनों खेमा अपनी-अपनी तैयारी में लगा है. इस बीच अब सियासी कयासों का बाजार भी गरमाया हुआ है. सीट शेयरिंग और उम्मीदवारी को लेकर सियासी गलियारे व आम लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चा है.
बिहार में बदले समीकरण के साथ तैयारी..
बिहार में जदयू अब फिर एकबार एनडीए का हिस्सा बन चुकी है. जिसके बाद अब सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी नए गणित के हिसाब से तय होगा. पहले जब जदयू महागठबंधन का हिस्सा थी तो भाजपा अधिक सीटों पर प्रत्याशी उतारने का विचार बना रही थी. लेकिन जदयू की NDA में वापसी से अब भाजपा की सीटें भी पिछले चुनाव के बराबर या आसपास हो सकती है. फिलहाल भाजपा ने अपनी जीती हुई 17 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया है. बता दें कि इस बार एनडीए में उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की भी पार्टी शामिल है. सभी दलें अपने लिए हिस्सेदारी मांगेगी.
सीट शेयरिंग पर सस्पेंस बरकरार..
जदयू और भाजपा को लेकर लोग लगातार कयास लगा रहे हैं कि कितने सीटों के बंटवारे पर बात फाइनल होगी. जदयू पिछले चुनाव की तरह 17 सीटें लेती है या फिर इसबार गठबंधन में अधिक दलों के होने की वजह से सभी को समझौता करना पड़ सकता है. वहीं भाजपा के लिए भी ऐसी ही कुछ चर्चा है. चिराग पासवान, पशुपति पारस, जीतनराम मांझी व उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, इसका इंतजार भी सबको हो रहा है.
उम्मीदवार भी अपने नाम को लेकर अभी कन्फ्यूज..
बिहार की कई सीटें ऐसी हैं जहां अभी लोग ये पता करने में जुटे हैं कि इस सीट से जदयू चुनाव लड़ेगी या भाजपा, या फिर पार्टी गठबंधन के तहत किसी और दल को सीट सौंपेगी. कई सांसद भी अपनी उम्मीदवारी को लेकर संशय की स्थिति में हैं. पटना से लेकर दिल्ली तक की दौड़ लगा रहे हैं. वहीं अगर सीट किसी दल के पास आता है तो उसपर उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर भी अभी किसी भी तरह से कोई ठोस दावा नहीं पा रहा. इसकी वजह साफ है कि भाजपा ने पहली सूची में कई चौंकाने वाले फेरबदल किए हैं. जिसके बाद से कयासों का बाजार गरमाया हुआ है. बिहार में भी कई सांसदों का पत्ता इसबार कट सकता है.
भाजपा ने 17 सीटों के उम्मीदवारों पर किया मंथन..
बिहार भाजपा ने मंगलवार को लोकसभा की 17 जीती हुई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया. हर सीट से तीन उम्मीदवारों के नाम दिल्ली भेजे जाएंगे. दिल्ली में उम्मीदवार के नाम पर आखिरी मुहर लगेगी. दरअसल बिहार में एनडीए दलों के बीच सीट शेयरिंग अभी होना बाकी है. जल्द ही दिल्ली में एनडीए दलों की बैठक होनी है. इस बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी और उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
बैठक के बाद होगा तय.. बोले मांझी
इधर, हम पार्टी के नेता जीतनराम मांझी ने कहा है कि दो तीन दिनों के बाद एनडीए की बैठक हो सकती है और सीट शेयरिंग पर बात फाइनल होगी. वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि एनडीए गठबंधन में जब तय होगा कि कितने सीटों पर लड़ेंगे तो कुछ बता पाएंगे.
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