महाराष्ट्र में पहली बार भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी ने की बात
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “मेरा बूथ सबसे मजबूत” कार्यक्रम के तहत बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की. नमो एप के माध्यम उन्होंने कार्यकर्ताओं को बूस्ट किया. पढ़ें संबोधन की 10 बड़ी बातें
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी नीत महायुति गठबंधन को जिताने का संदेश हर घर तक पहुंचाना है.
2. पीएम मोदी ने कहा- महायुति सरकार मराठी गौरव को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.
3. प्रधानमंत्री ने कहा- महाराष्ट्र के लोग महायुति सरकार से बहुत खुश हैं, मैं जहां भी गया, मैंने यह प्यार देखा.
4. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- महाराष्ट्र की जनता चाहती है कि महायुति सरकार अगले पांच साल तक बनी रहे.
5. पीएम मोदी ने कहा- महायुति सरकार समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है. महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी गठबंधन झूठ फैला रहा है.
6. प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं से कहा कि महायुति का मैसेज महाराष्ट्र के मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए डॉक्टर जैसे पेशेवर लोगों को अपने साथ जोड़ें.
7. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- मैं जहां भी गया, मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करते देखा. आप मेरे प्रतिनिधि हैं.
8. प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे महिलाओं, युवाओं और किसानों की बूथ स्तर पर बैठकें आयोजित करें.
9. प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को विपक्ष के झूठ के बारे में वोटरों को जागरूक करना चाहिए.
10. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी नीत सरकार की योजनाओं के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करें.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को है. इससे पहले रैलियों का दौर जारी है. खुद पीएम मोदी प्रदेश की महायुति गठबंधन को मजबूत करने में जुटे हैं. इस बीच एक ऐसी खबर आ रही है, जो गठबंधन की गांठ ढीली होने की ओर संकेत कर रही है. दरअसल, गठबंधन में दरार की चर्चा सूबे में तेजी से हो रही है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी के अन्य वरिष्ठ नेता मोदी की रैली से दूरी बनाते नजर आए. गुरुवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी पार्क में प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी रैली थी, जिसमें कोई भी बड़ा चेहरा एनसीपी का नहीं दिखा.
अजित पवार की पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन में एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदार है. एनसीपी उम्मीदवार सना मलिक, नवाब मलिक और जीशान सिद्दीकी भी कार्यक्रम से दूर नजर आए. रैली में शिवसेना शिंदे गुट के नेता और रामदास अठावले के नेतृत्व वाली रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता मौजूद थे. एनसीपी नेताओं के नहीं पहुंचने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, खासकर तब जब अन्य गठबंधन के उम्मीदवार प्रधानमंत्री के साथ मंच पर दिखे.
महायुति नेताओं ने कहा- हम एकजुट
मीडिया में खबर है कि एनसीपी नेता बीजेपी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ अभियान की वजह से नहीं पहुंचे. मतभेद के दावों के बावजूद, महायुति नेताओं ने दरार की खबरों को खारिज किया है. शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने साफ शब्दों में कहा कि गठबंधन एकजुट है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार राज्यसभा सदस्य देवड़ा ने कहा कि महायुति गठबंधन एक साथ है. पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है.
क्या ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर महायुति में दरार?
अजित पवार ने इससे पहले ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि यह महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा. हमें विकास पर फोकस करने की जरूरत है. इस बीच, वरिष्ठ बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारा महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के अभियान के खिलाफ है. अजित पवार इसके ‘मूल’ अर्थ को समझ नहीं सके.
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