पीएम मोदी ने देश के फिनटेक रिवोल्यूशन पर बात की
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ग्लोबल फिनटेक फेस्ट पर पहुंचे और देश के फिनटेक रिवोल्यूशन पर बात की। उन्होंने इसी दौरान कई विद्वान लोगों पर तंज कसा जो भारत में फिनटेक को लेकर सवाल उठाते थे।
फिनटेक क्रांति पर सुनाई खरी-खरी
पीएम ने कहा कि जब ज्ञान की देवी सरस्वती मां ज्ञान प्रदान कर रही थीं, तो कुछ स्वयंभू विशेषज्ञ पहले से ही संदेह व्यक्त कर रहे थे। वे सवाल करते थे कि भारत फिनटेक क्रांति कैसे हो सकती है, वे मुझ जैसे किसी चायवाले से भी पूछ रहे थे।पीएम ने कहा कि कई लोगों ने सवाल उठाए, लेकिन एक दशक में भारत ने एक उल्लेखनीय परिवर्तन देखा है।
करेंसी से लेकर क्यूआर कोड तक की यात्रा तय
Global Fintech Fest में बोलते हुए पीएम ने कहा कि 21वीं सदी की दुनिया तेजी से बदल रही है। उन्होंने कहा कि देश के करेंसी से लेकर क्यूआर कोड तक की यात्रा में सदियां लग गईं, लेकिन अब हम हर दिन नए-नए इनोवेशन देख रहे हैं। आज, डिजिटल-ओनली बैंक और नियो-बैंकिंग जैसी अवधारणाएं उभर रही हैं। आज, जोखिम प्रबंधन, धोखाधड़ी का पता लगाना और ग्राहक अनुभव, हर चीज में बदलाव हो रहा है।
लोगों ने डिजिटल पेमेंट को दिल से अपनाया
पीएम ने इसी के साथ कहा कि आज दुनिया का आधा रियल टाइम ट्रांजैक्शन भारत में हो रहा है। इस बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत के लोगों ने डिजिटल पेमेंट को दिल से अपनाया है।
विपक्ष को सुनाई खरी-खरी
पीएम ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि कुछ लोग जो खुद को बहुत बुद्धिमान समझते हैं उन्होंने संसद में खड़े होकर कई सवाल किए थे। जब सरस्वती देवी ज्ञान बांट रही थीं, तो ये लोग बीच में खड़े होकर कह रहे थे कि भारत में न बैंक है, न इंटरनेट है और न बिजली है, यहां कुछ नहीं होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दुनियाभर के फिनटेक एक्सपर्ट से रूबरू थे. मुंबई में आयोजित ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट’ में उन्होंने भारत की डिजिटल क्रांति और उसमें फिनटेक कंपनियों के योगदान की चर्चा की. एआई से लेकर साइबर सिक्योरिटी और नई टेक्नोलॉजी के बैंकिंग में उपयोग को लेकर भी उन्होंने कहा कि भारत आज भी ऐसे फिनटेक प्रोडक्ट तैयार कर रहा है, जो लोकल हैं, लेकिन उनकी ग्लोबल एप्लीकेशन ग्लोबल है.
दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की डिजिटल क्रांति सिर्फ इनोवेशन पर नहीं टिकी है. बल्कि वह इनोवेशन के साथ एडाप्टेशन पर भी फोकस करती है. यही वजह है कि भारत के सामान्य लोगों ने करेंसी से क्यूआर कोड से पेमेंट करने की साइकिल को जल्द पूरा किया है.
लोकल होकर भी ग्लोबल प्रोडक्ट
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी की दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है. करेंसी से क्यूआर कोड तक की यात्रा करने में सदियां लग गईं. लेकिन अब आगे दुनिया बदलने में इतना वक्त नहीं लगेगा. अब हम रोज इनोवेशन देख रहे हैं. डिजिटल ओन्ली बैंक, नियो बैकिंग जैसे सिस्टम हमारे सामने हैं. क्यूआर कोड के साथ साउंडबॉक्स का इनोवेशन भारत में अनोखा है.
उन्होंने कहा कि डिजिटल ट्विन्स जैसी टेकनोलॉजी आने वाले समय में बैंकिंग से जुडे रिस्क मैनेजमेंट, फ्रॉड डिटेक्शन जैसे काम को आसान बनाने जा रही है. आने वाले समय में ये बैंकिंग और कस्टमर एक्सपीरियंस को बदलकर रख देगी. भारत में लगातार ऐसे नए फिनटेक प्रोडक्ट लॉन्च हो रहे हैं, जो हैं तो लोकल, लेकिन उनका एप्लीकेशन ग्लोबल है.
डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की भूमिका
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इस संदर्भ में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ई-रुपी (डिजिटल करेंसी), ओएनडीसी और यूपीआई जैसे सिस्टम का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आज ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) ई-कॉमर्स को इन्क्लूसिव बना रहा है.इसने छोटे बिजनेस को बड़े अवसरों से जोड़ने का काम किया है.
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने फिनटेक के योगदान का जिक्र करते हुए बैंकिंग सेक्टर के लोकतांत्रीकरण, कर्ज तक सबकी पहुंच और डीमैट अकाउंट के माध्यम से नए इंवेस्टमेंट ऑप्शन तक सबकी पहुंच आसान बनाने की बात भी कही.
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