ग्लोकल अस्पताल में वार्ड बॉय ज्योति कुमार द्वारा मरीज की पत्नी से छेड़छाड़ मामले में पुलिस ने किया गिरफ्तार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भागलपुर के ग्लोकल अस्पताल में वार्ड बॉय द्वारा मरीज की पत्नी से छेड़छाड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. भागलपुर पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए वार्ड बॉय ज्योति को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस ने मरीज की रिपोर्ट से संबंधित कागजात भी जब्त कर ली है. इधर, घटना के बाद पीड़ित महिला ने पटना पुलिस पर सवाल उठाया है.
पीड़ित महिला ने वार्ड बॉय की गिरफ्तारी के बाद भागलपुर पुलिस की तारीफ करते हुए धन्यवाद दिया है. वहीं पीड़िता ने पटना पुलिस से सवाल करते हुए कहा है कि जब भागलपुर पुलिस ने स्वत संज्ञान पर कार्रवाई की है तो, पटना पुलिस के सामने क्या दिक्कत है? पीड़िता ने मीडियाकर्मियों को भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.
पीड़िता ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि बिना एफआईआर दर्ज किए ही भागलपुर पुलिस ने कार्रवाई की और वार्ड बॉय को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन पटना पुलिस इतनी असंवेदनशील क्यों बनी है? पटना पुलिस अबतक पटना अस्पताल के राजेश्वर पर कार्रवाई क्यों नहीं हो सका है? उन्होंने आगे कहा कि राजेश्वर के अस्पताल में ऑक्सीजन और आइसीयू में क्या होता है इसकी जांच की जानी चाहिए.
बताते चलें कि बीते दिनों मधुबनी के रहनेवाले रोशनचंद्र दास का कोरोना से निधन हो गया था. उनके निधन के बाद उनकी पत्नी ने मीडिया के सामने बड़ा खुलासा किया. पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि भागलपुर के ग्लोकल अस्पताल में काम करनेवाले वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार ने पीछे से आकर दुपट्टा खींच लिया और गलत हरकत की. वहीं पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की और वार्ड बॉय को गिरफ्तार कर लिया.
भागलपुर के ग्लोकल हॉस्पिटल में भर्ती मरीज की पत्नी के साथ अस्पताल परिसर में छेड़खानी करनेवाले वार्ड अटेंडेंट को भागलपुर पुलिस ने मंगलवार रात उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. मामले में भागलपुर एसएसपी के निर्देश पर गठित टीम को निर्देश दिया गया कि मामले में पुलिस अपने बयान पर केस दर्ज करेगी. इसके बाद महिला थाना की प्रभारी के बयान के आधार पर केस दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की गयी.
मामले में पुलिस द्वारा दर्ज किये गये केस में वायरल हो रहे पीड़ित महिला के वीडियो को आधार बनाकर आरोप लगाया गया है. वहीं मामले में अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध और अन्य लोगों की संलिप्तता पर भी जांच की जा रही है.
एसएसपी निताशा गुरिया ने मामले में गिरफ्तार किये गये ग्लोकल अस्पताल के वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है. जारी किये गये प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से एसएसपी ने बताया है कि 10 मई 2021 को पीड़ित महिला ने पटना में मीडियाकर्मियों के समक्ष बयान दिया कि उन्होंने अपने पति व मां का कोविड-19 संक्रमण होने के बाद भागलपुर जिला के सबौर थाना क्षेत्र स्थित ग्लोकल अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती कराया था.
इलाज के दौरान ग्लोकल अस्पताल के कर्मचारी ने उनके साथ छेड़छाड़ की. इसकी सूचना एसएसपी को सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल वीडियो से प्राप्त हुई. इसके बाद मामले में डीएम से विचार विमर्श कर उक्त घटना की जांच के लिये तीन सदस्यीय टीम का गठन सोमवार को ही किया गया. इसमें एएसडीएम अन्नु कुमारी, एएसपी सिटी पूरन कुमार झा व महिला थाना प्रभारी रीता कुमारी को शामिल किया गया.
उक्त टीम ने सोमवार शाम को ही ग्लोकल अस्पताल पहुंच मामले की प्राथमिक जांच की और अस्पताल के डीवीआर को सील कर लिया. इसके बाद उक्त मामले में पीड़ित महिला द्वारा वायरल हुए वीडियो में बताये गये तथ्यों के आधार पर जांच की गयी.
मंगलवार शाम मामले की जांच में आरोपों को तथ्यात्मक पाये जाने के बाद इस संबंध में महिला थाना की प्रभारी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इसके बाद मामले में ग्लोकल अस्पताल के वार्ड अटेंडेंट ज्योति कुमार को अस्पताल के पास ही कामाख्या नगरी सोसाइटी स्थित उसके आवास से मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस को व्हाट्सएप पर भेजे गये सैकड़ों पीटिशन
उक्त मामले को लेकर शहर के युवाओं ने सोमवार शाम ही एक #परिवर्तन की क्रांति नामक मुहिम शुरू की. इसके तहत मंगलवार सुबह से ही भागलपुर रेंज डीआइजी, भागलपुर एसएसपी और भागलपुर एएसपी सिटी के सरकारी मोबाइल के व्हाट्सएप पर मामले में अस्पताल कर्मी व अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर वर्चुअल मांग पत्र भेजे गये.
उक्त सभी वर्चुअल मांग पत्रों का जवाब देते हुए एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया था कि मामले में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद शाम से ही एसएसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम एक्शन में आयी और मामले में कार्रवाई शुरू कर दी.