पुलिस ने बिहार के पांच शातिर ठगों को दबोचा,क्यों ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
वाराणसी पुलिस ने एक साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है. दरअसल, गिरोह के सभी बदमाश बिहार के गया जिले के रहने वाले है. गिरफ्तार बदमाशों में गया जिले के शाहबाजपुर का चुन्नू कुमार, टनकुप्पा चोआर का कन्हैया पांडेय, धीरेंद्र पांडेय, कुंदन कुमार एवं बाना गांव का राजीव शर्मा है. ये सभी देश के अलग-अलग राज्यों में धूम-धूमकर लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर स्वाइप मशीन से पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे.
एटीएम कार्ड व स्वाइप मशीन बरामद
वाराणसी पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एटीएम कार्ड स्वाइप मशीन, बिहार नंबर की कार एवं 50 हजार रुपए बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि सभी बदमाश अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर साइबर ठगी करते थे. गिरोह के लोग खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे. पुलिस ने 25 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश किया है.
फिल्मी स्टाइल में वारदात को देते थे अंजाम
मामले को लेकर एसीपी कैंट मनीष कुमार ने कहा कि बिहार के गया जिले के रहने वाले ये पांचों बदमाश फिल्मी स्टाइल में ठगी की वारदात को अंजाम देकर दूसरे शहर भाग जाते थे. फिर वहां भी ठगी का कार्य भी किया करते थे. दमाश अपनी कार से देश के अलग-अलग शहरों में घूमकर साइबर ठगी करते थे. बदमाश का सुराग सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से मिला.
महिलाओं-बुजुर्गों को बनाते थे ठगी का शिकार
गिरफ्त में आए बदमाशों ने बताया कि वे लोग एटीएम के बाहर कार में बैठकर बुजुर्ग या महिला का इंतजार किया करते थे. जब कोई महिला एटीएम में जाती थी, तो उनके गिरोह का कोई सदस्य मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदल देता था और चार अंक का पिन कार्ड देख लेता था. फिर स्वाइप मशीन से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था.
कैंट थाने में पीड़ित ने की थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने बीते आठ सितंबर को सिगरौली चौका घाट का रहने वाले एक पीड़ित से 50 हजार रुपये छिनकर भाग गए थे. जिसके बाद पीड़ित ने डायल-112 पर कॉल कर सूचना दी थी. इसके बाद जब पुलिस ने इस मामले की पड़ताल शुरू की, तो मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार सभी बदमाशों को जेल भेज दिया है और मामले कि जानकारी बिहार पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी दे दी है.
बंटी-बबली से भी जुदा है ठगी का अंदाज
बिहार की राजधानी पटना से ठगी का एक बड़ा मामला सामने आ रहा है. दरअसल, यहां शातिर ठगों ने एक एक प्रिंटिंग प्रेस के संचालक से शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश कराने के नाम पर 48 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले को लकेर ठगी के शिकार पटना के वेस्ट बोरिंग कैनाल रोड निवासी सरोज सिंह ने एसकेपुरी थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराई है. दर्ज एफआईआर में बोरिंग रोड निवासी रामानुज और उसके बेटे और पत्नी का नाम शामिल है.
अलग-अलग किस्तों में ली राशि
पीड़ित सरोज सिंह के मुताबिक शातिरों ने उनको शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश कराकर राशि को दोगुना कराने की प्रलोभन दिया. जिसके बाद वे शातिरों के झांसे में आ गए. आरोपियों ने उनके अलग-अलग किस्त में कुल 48 लाख रुपये ले लिये. पीड़ित सोरज सिंह ने कहा कि रामानुज का बेटे और पत्नी ने उनके परिवार से पहले दोस्ती की. उसके बाद शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी होने की बात कहरकर उनसे राशि की ठगी कर ली.
पैसा वापस मांगने पर दी जान से मारने की धमकी
ठगी के शिकार सरोज सिंह ने बताया कि आरोपी रामानुज का बेटा उनकी बेटी के साथ स्कूल में पढ़ता था. इस वजह से दोनों परिवारों में जान-पहचान हुई थी. रामानुज के परिवार वालों ने उनसे लोन एप के जरिए लाखों रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवाए हैं. ठगी का यह खेल 2020 से ही चल रहा था.
बता दें कि शातिर परिवार का ठगी करने का अंदाज इतना निराला था कि आरोपियों ने भरोसा बनाए रखने के लिए कई बार राशि को डबल कर के भी दिए थे. जिसके बाद पीड़ित सरोज ठगों के जाल में फंसता चला गया. आरोपियों ने सरोज को और म्यूचुअल फंड में निवेश से संबंधित कुछ फर्जी पेपर भी सरोज को दिखा दिए थे. फिलाहल आरोपी परिवार राशि को लेकर फरार हो गए हैं.
जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस
इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद एसकेपुरी थाना पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. पुलिस ने जानकारी दी कि मामले को लेकर वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. आरोपी परिवार का मोबाइल फोन बंद है और पूरा परिवार फरार हो गया है. फिलहाल मामले की जांच-पड़ताल जारी है. पुलिस ने बताया कि जल्द ही मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.