पेशकार की पत्नी की मौत, हत्या या आत्महत्या पुलिस कर रही जांच
मिला सिपाही का शव, तीन दिनों से लापता था
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में मोतिहारी के राजाबजार मोहल्ले में एक महिला की गोली लगने से मौत हो गयी. 25 वर्षीय मृतका साक्षी कुमारी सिविल कोर्ट के पेशकार प्रशांत कुमार उर्फ बजरंगी की पत्नी थी. घटना पेशकार के आवास पर बुधवार की देर रात को हुई. गोली लगने के बाद इलाज के लिए परिजन महिला को नर्सिंग होम लेकर गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. गोली साक्षी के कनपट्टी के पास गली थी, जो आर-पार हो गयी थी.
हत्या या आत्महत्या?
घटना की भनक पुलिस को गुरुवार की सुबह लगी. इसके बाद सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता व नगर इंस्पेक्टर विजय प्रसाद राय नर्सिंग होम पहुंचे. वहां पर मौजूद मायके वालों से घटना के संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की. लेकिन मायके वालों ने पुलिस को संतोषजनक जबाव नहीं दिया, जिससे मालूम हो सके कि साक्षी ने खुद से गोली मार आत्महत्या की या फिर पारिवारिक विवाद में पति ने गोली मार उसे मौत के घाट उतारा है. प्रशांत भी पुलिस के समक्ष नहीं आया. साक्षी को नर्सिंग होम में भर्ती कराने के बाद से वह फरार है.
जांच के लिए एफएसएल की टीम बुलायी गयी
साक्षी की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए मुजफ्फरपुर से एफएसएल की टीम बुलायी गयी. टीम ने मौके पर पहुंच कर गहन छानबीन की. हॉल व सोफा पर काफी खून गिरा था. एफएसएल टीम ने बरामद पिलेट के साथ खून के नमूने को संग्रह कर जांच के लिए अपने साथ ले गयी. पुलिस का कहना है कि आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मायके वालों ने साधी चुप्पी
इधर, परिजनों के साथ सदर अस्पताल पहुंचे मृतका के भाई उत्कर्ष कुमार का कहना है कि प्रशांत बुधवार रात करीब एक बजे उसके घर पहुंचा. वह घबराया हुआ था. बताया कि साक्षी ने खुद को गोली मार ली है. सपरिवार भागते हुए आवास पर पहुंचे, जहां देखा कि साक्षी खून से लथपथ सोफा पर पड़ी थी. ऑटो बुलाकर नर्सिंग होम ले गये, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. साक्षी को गोली कैसे लगी, इस बात से उसने अनभिज्ञता जाहिर की. मायके वालों की चुप्पी कई सवालों को जन्म दे रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पूर्वी चंपारण के एसपी डॉ कुमार आशीष ने बताया की गोली लगने से महिला की मौत हुई है. उसका पति घटना के बाद से फरार है. घटना में प्रयुक्त हथियार भी नहीं मिला है. एफएसएल की टीम आयी थी. नमूना संग्रह कर साथ ले गयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि महिला ने आत्महत्या की है या फिर गोली मार हत्या की गयी है.
मिला सिपाही का शव, तीन दिनों से लापता था
बिहार में गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार की सुबह एक नाले से एक पुलिस जवान का शव बरामद होने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. जिस सिपाही की लाश बरामद की गई है वो पिछले एक वर्ष से गोपालगंज पुलिस लाइन में जिला पुलिस बल में तैनात था. पिछले तीन दिनों से सिपाही लापता चल रहा था जिसके बाद पुलिस मेंस एसोसिएशन द्वारा सिपाही के गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था.
नाले से मिला शव
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अपराधियों ने सिपाही की हत्या करने के बाद उसके शव को नाले में छिपा दिया होगा. पुलिस पिछले तीन दिनों से लापता जवान का शव नाले से मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. इस घटना की सूचना मिलने पर जिला पुलिस के बड़े अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर इसी जानकारी ली. मृतक सिपाही के शव को कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
तीन दिनों से लापता था शव
पुलिस पिछले तीन दिनों से सिपाही की तलाश कर रही थी. जिसके बाद से उसकी खोजबीन की जा रही थी तभी गुरुवार की सुबह पुलिस लाइन के पीछे नाले से उसका शव स्थानीय लोगों ने देखकर पुलिस को सूचित किया. मृतक जवान की पहचान अजीत कुमार के रूप में की गई है, जो महाराजगंज थाना क्षेत्र का निवासी था और गोपालगंज सिविल कोर्ट में तैनात था.
नहीं हो पाई है मृतक की स्पष्ट पहचान
मृतक के रिश्तेदार का कहना है की चेहरा सूज जाने के कारण स्पष्ट पहचान नहीं हो पा रही है. लेकिन परिजनों को आशंका है कि यह शव अजीत कुमार की ही या नहीं क्योंकि सिर पर गहरे जख्म का निशान पड़ा हुआ है. वही इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि तीन दिन पूर्व एक पुलिस जवान गायब था आशंका है कि यह शव उसी की है फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है.