सामूहिक दुष्कर्म में पंचायती कर मामला दबाने की कोशिश में जुटे लोगों पर नकेल कसने में पुलिस बरत रही शिथिलता
मुशहरी थाना क्षेत्र में गत महीने हुए इंटर की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म कर वीडियो वायरल कर ब्लैकमेल करने के मामले में दूसरे आरापित की गिरफ्तारी को विशेष टीम ने गुरुवार की रात कई जगहों पर छापेमारी की। मगर आरोपित फरार मिला। उस पर नकेल कसने को लेकर पुलिस की तरफ से उसके स्वजनों पर दबिश बढ़ाया गया है। मगर परिणाम नहीं मिल रहा है। वहीं स्थानीय नेताओं द्वारा मामले को रफा-दफा की कोशिश करने वाले लोगों की भी पहचान कर उन पर नकेल कसने की कवायद की बात पुलिस द्वारा कही जा रही है। मगर सच्चाई है कि पुलिस इस दिशा में कार्रवाई करने में शिथिलता बरत रही है। तब तो एक पखवारे से अधिक समय बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सका।
डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने कहा कि आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई की गई है। फरार रहने पर जल्द ही आरोपित के घर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। वहीं पंचायती में शामिल अन्य आरोपितों पर भी नकेल कसने की कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। कहा जा रहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से पुलिस द्वारा मामले में शिथिलता बरती जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि जल्द ही दूसरा आरोपित भी पकड़ा जाएगा।
बता दें कि करीब एक पखवारे पूर्व छात्रा को जबरन उठाकर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इसका वीडियो बनाकर आरोपितों द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा था। मगर छात्रा के इन्कार करने पर आरोपितों द्वारा वीडियो वायरल कर दिया गया था। इसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। इस बीच छात्रा के स्वजनों ने आरोपित एक युवक को पकड़ लिया था। इसके बाद मुशहरी थाने की पुलिस द्वारा आरोपित को हिरासत में लिया गया था। मगर महिला थाने में इसकी प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पूछताछ के बाद आरोपित सूरज कुमार को जेल भेज दिया गया था। मगर उसका साथी बेला धिरन छपरा के ज्योति की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।