सारण शराब कांड के बाद पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी
छपरा जहरीली शराब कांड पर आयोग ने लिया संज्ञान
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सारण जिले में पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. छपरा के इसुआपुर थाना पुलिस लगातार शराब विक्रेताओं के यहां छापामारी कर रही हैं. इस क्रम में पुलिस सात धंधेबाजों को पकड़ कर जेल भेज दिया है. पकड़े गये धंधेबाजों में हरे राम महतो पिता हीरा महतो, सूरज महतो पिता हरेराम महतो, जीतेश कुमार, नरेश राय, जय प्रकाश राय, मुकेश राय पिता योगेंद्र राय ग्राम अगौथर नंदा, अनुज सिंह पिता दीपनारायण सिंह ग्राम गंगोई शामिल है. बतादें कि छपरा के इसुआपुर प्रखंड में जहरीली शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है.
शराब लेकर जा रहे युवक की बाइक पलटी, गिरफ्तार
बक्सर के नावानगर थाना के केसठ बासुदेवा पथ पर केसठ विधायक टोला के पास ब्रेकर पर बाइक पलट गयी. बाइक पलटने से दो लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो गये. दोनों बोरे में शराब का खेप लेकर बासुदेवा जा रहे थे. शराब का खेप लेकर जा रहे तस्करों को ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केसठ में भर्ती कराया गया. इसके बाद ग्रामीणों द्वारा पुलिस को फोन किया गया. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जब बोरे का तलाशी लिया तो बोरे में 20 लीटर महुआ शराब बरामद हुआ. शराब बरामद होने के बाद बाइक और शराब जब्त करते हुए पीएचसी पहुच दोनों तस्करों को हिरासत में इलाज कराया. इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
2078 बंदियों में 776 बंदी शराब के मामले से संबंधित
मंडल कारा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडल कारा में शुक्रवार की सुबह बंदियों की कुल संख्या 2078 थी. जिसमें 776 बंदी शराब से संबंधित मामलों के थे. जिनमें शराब सेवन, बेचने, भंडारण आदि से जुड़े है. मंडल कारा की क्षमता 931 बंदियों के रखने की है. परंतु, शराब से जुड़े मामले में हर रोज इतने ज्यादा व्यक्ति गिरफ्तार होकर आ रहे है कि मंडल कारा में रहने वाले सामान्य बंदियों को जगह के अभाव में भेड़ बकरियों के सामान रहने की मजबूरी होती है.
छपरा जहरीली शराब कांड पर आयोग ने लिया संज्ञान
छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार सरकार को नोटिस दिया है. आयोग ने बिहार के सारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से हुई कई लोगों की मौत पर संज्ञान लिया है. आयोग ने इस घटना को बिहार सरकार द्वारा लागू शराबबंदी कानून की असफलता बताया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव और बिहार डीजी को नोटिस भेजा है. आयोग ने कहा है कि अगर मीडिया में आई शराब से मौत की खबर सही है तो यह मानवाधिकार को लेकर चिंतित करने वाला मामला है.
आयोग ने चार सप्ताह के अंदर सरकार से मांगी रिपोर्ट
छपरा में हुई मौत मामले में आयोग ने सरकार से अभी तक की गई हर एक कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने पूछा है कि अब तक कितने लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आयोग ने यह भी बताने को कहा है कि सरकार ने इतनी बड़ी घटना के लिए जिम्मेदार किन प्रशासनिक पदाधिकारियों पर कार्रवाई की है. आयोग ने संबंधित अधिकारियों से नोटिस जारी कर चार सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है.
200 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
सारण जिले में हुई मौत के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. इस दौरान पुलिस ने तस्करी करने वाले 200 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है.
वहीं, गुरुवार को सारण डीएम राजेश मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि 26 लोगों की मौत संदिग्ध पदार्थ पीने की वजह से हुई है. डीएम ने कल तक 51 लोगों के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी. इधर, एसपी संतोष कुमार ने बताया कि मशरक के एसएचओ रितेश मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है. जबकि एक चौकीदार को भी सस्पेंड किया गया है.